Ummat ki Islah

40 hadees in Roman Urdu Tarjuma Translation, Short & Sahih Hadees in Roman Urdu, Hadees in Roman Script

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तौबा की फ़ज़ीलत : तुम्हारे गुनाह आसमान तक पहुँच जाएं फिर भी तुम तौबा करो!

तौबा की फ़ज़ीलत : तुम्हारे गुनाह आसमान तक पहुँच जाएं फिर भी तुम तौबा करो! “जिस शख्स ने तौबा की और ईमान कुबूल किया और अच्छे अच्छे काम

सबसे ज्यादा आज़माइश किन लोगों की हुई?

हदीसे नबवी ﷺ सबसे ज्यादा आज़माइश किन लोगों की हुई? हज़रत मुसब बिन साद रज़िअल्लाहु अन्हु फरमाते हैं के, मैंने रसूलल्लाह ﷺ से दरियाफ्त किया: या रसूलल्लाह! सब से ज्यादा […]

अल्लाह के रसूल (ﷺ) गवाही देंगे, ए मेरे रब! मेरी कौम ने कुरान को छोड़ दिया

जानिए: रसूलअल्लाह (ﷺ) रोज़े क़यामत क्यों और किसके खिलाफ गवाही देंगे कि “ए मेरे रब! मेरी कौम ने कुरान को छोड़ दिया ?”

अल्लाह के सिवा तुम्हारा न कोई दोस्त है और न मददगार | Allah ke siwa na koi tumhara dost hai na Madadgaar

और तुम लोग ज़मीन में (रह कर) तो अल्लाह को किसी तरह हरा नहीं सकते और अल्लाह के सिवा तुम्हारा न कोई दोस्त है और न मददगार [अश-शूरा 42:31]

अमल का दारोमदार नियत पर है | Amal ka Daromadar Niyat par hai: Hadees

हदीस: अमल का दारोमदार नियत पर है और हर शक्स को वही मिलता है जिसकी वो नियत करे, इसलिए जिसकी हिजरत अल्लाह और उसकी रसूल की रज़ा …

माँ की नाफरमानी की सजा! अल्लाह के वली का इबरतनाक वाकिआ | Story of Juraij (Rh.) and his Mother

वालिदैन की इता’अत क्या दर्ज़ा रखती है और इनकी नाफ़रमानी का नातीज़ा क्या होता है चाहे इंसान कितना ही नेक हो। आइये इसके ताल्लुक से एक वाकिये पर गौर करते […]

हवा को बुरा ना कहो, वो अल्लाह की रेहमत है | Hawa Allah ki Rehmat hai: Hadees

हवा को बुरा ना कहो, वो अल्लाह की रेहमत है “मत बुरा कहो हवा को! क्यूंकि वो अल्लाह की रेहमत में से है, जो रहमत या तबाही लेकर आती है, […]

शोहर के इजाजत की अहमियत: हदीस | Shohar ki ijazat Hadees

शोहर के इजाजत की अहमियत: हदीस अबू हरैराह (रज़ी) से रिवायत है के, अल्लाह के रसूल (ﷺ) ने फ़रमाया: “शोहर की गैर हाजिरी मे इसकी इजाजत के बगैर कोई औरत […]

रिश्तेदारों के हुकूक : कुरआन हदीस की रौशनी में | Rishtedaro ke Huqooq Quran Hadees ki roshni mein

रिश्तेदारों के हुकूक अदा करने का हुक्म: क़ुरआन: “बेशक! अल्लाह तआला इंसाफ का और अहसान करने का और रिश्तेदारों को उनके हुकुक देने का हुक्म देता है” हदीस : रसूलल्लाह […]

माँ बाप की नाफरमानी से बचो : क़ुरान हदीस की रौशनी में | Maa Baap ki Nafarmani se bachey: Quran Hadees ki Roshni mein

۞ बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम ۞ अपने माँ बाप को उफ्फ तक न कहो: “और तुम्हारे रब ने फ़रमाया है की, उसके सिवा किसी की ईबादत ना करो और अपने माँ बाप के […]

जानिए : कब क्या कहें | Kab Kya Kahein in Hindi

जानिए : हर काम शुरु करने से पहले, कुरआन पढ़ने से पहले, जब कोई काम आइन्दह करना हो तो, ख़ुशी और ख़ैरियत के वक़्त, किसी को हंसता देखें तो कहें , मुसीबत के वक्त, गुनाह (बुरी बात) से डर कर, गुनाह का काम हो जाए तो, ऊँचाई पर चढ़े, नीचे की तरफ उतरें तो, तअज्जुब के वक़्त ?

औलिया अल्लाह | Allah ke wali (Aulia Allah) ki Pehchan aur Sifat

औलिया अल्लाह  Aulia Allah (Allah ke Wali) ki Pehchan aur Sifat बिस्मिल्लाहि र्रहमानि र्रहीम शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान और बहुत रहम वाला है। सब तअरीफें अल्लाह […]

inna lillahi wa inallah-e-raji’oon meaning in hindi | इन्ना लिल्लाही वा इन्ना इलाही राजी उन

इन्ना लिल्लाही वा इन्ना इलाही राजी उन | हम तो अल्लाह के है और हम उसी की तरफ लौट कर जाने वाले है (सूरह बकराह २:१५६)

जख्मी फलस्तीनी बच्चे ने दिला दी हजरत अली (रजी) की याद !

इजराइल के हमले से ये बच्चा जखमी हुआ’ इलाज के लिए डॉक्टर के पास जब उसको लाया गया तो डॉक्टरने पेन किलर के मौजूद न होने की वजह से इलाज […]

सुभानअल्लाह और ला इलाहा इलल्लाह की फ़ज़ीलत | तस्बीह, तहलील और तक्दिस

✦ मफ़हूम-ऐ-हदिस ✦ युसरा रजीअल्लाहु अन्हा फरमाती है के, नबी-ऐ-करीम (ﷺ) ने हम से फ़रमाया: “तुम लोग तस्बीह (सुभानअल्लाह) , तहलील (ला इलाहा इलल्लाह) और तक्दिस (सुभानल मलिकिल कुद्दुस या […]

मन्नत (Mannat/Wish/Votive) की हकीकत

हदीस: हजरते अनस और अबू हुरैरा (रजिअल्लाहु अन्हु) से रिवायत है की, रसूलअल्लाह (सलल्लाहो अलैहि वसल्लम) ने एक बूढ़े को देखा जो अपने दोनों बेटों के बीच में टेक लगाये […]

शेख अब्दुल कादिर जीलानी रह. (मुख़्तसर सिरत व इरशादात)

शेख अब्दुल कादिर जीलानी रह. की मुख़्तसर सिरत, आपकी विलायत व बुजुर्गी और आपके अकीदतमंद मुरीदों के अक़ीदे का मुअजना आप ही के इरशादात की रौशनी में।

दिल से ‘अल्हम्दुलिल्लाही रब्बिल आलमीन’ कहने की फ़ज़ीलत

“अल्हम्दुलिल्लाही रब्बिल आलमीन” का यह अर्थ है कि सभी प्रशंसाएं अल्लाह के लिए हैं, जो सारे जगत का पालन करता है। रसूलअल्लाह (सलअल्लाहू अलैही वसल्लम) के अनुसार, जो कोई दिल से यह कहता है, उसके लिए 30 नेकियां लिखी जाती हैं और 30 गुनाह मिटा दिए जाते हैं।

Aankho ke fadakne ki kya hakikat hai Islam mein janiye

The content is about the interpretation of eye twitching (‘Aankh Phadakna’) in Islam and its cultural, medical, and superstitious connotations. It also discusses the belief in different outcomes for right and left eye twitching for men and women, providing scientific reasons and remedies, along with translations into different languages.