17. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा
17 Rabi-ul-Akhir | Sirf Panch Minute ka Madarsa 1. इस्लामी तारीख रसूलुल्लाह (ﷺ) की ताइफ से वापसी रसूलुल्लाह (ﷺ) ने ताइफ जा कर वहाँ के सरदारों और आम लोगों को […]
हिंदी में सिर्फ पाँच मिनट का मदरसा कुरआन और सुन्नत की रौशनी में।
17 Rabi-ul-Akhir | Sirf Panch Minute ka Madarsa 1. इस्लामी तारीख रसूलुल्लाह (ﷺ) की ताइफ से वापसी रसूलुल्लाह (ﷺ) ने ताइफ जा कर वहाँ के सरदारों और आम लोगों को […]
मुसलमानों पर कुफ्फार का जुल्म व सितम, मोजज़ा: दरख्त का आप (ﷺ) की खिदमत में आना, एक फर्ज: अमानत का वापस करना, एक सुन्नत: मोहताजगी व जिल्लत से पनाह माँगना, एक अहेम अमल: हलाल रोज़ी हासिल करना, किसी के वालिदैन को बुरा भला कहने का गुनाह …
सफा पहाड़ पर इस्लाम की दावत, रेडियम में अल्लाह की कुदरत, हज किन लोगों पर फर्ज है ?, गुस्ल करने का सुन्नत तरीका, नर्म मिज़ाजी इख्तियार करना, सूद खाने का अजाब, दुनिया के पीछे भागने का वबाल, जहन्नम का जोश, अगर कोई फासिक खबर लाये तो तहक़ीक़ किया करो …
तारीख: पहली वही के बाद हुजूर (ﷺ) की हालत, हाथी में अल्लाह की क़ुदरत, कयामत के दिन सब से पहले नमाज़ का हिसाब, अमल : तीन आदमी अल्लाह की जमानत में है, जकात न देने का गुनाह, दुनिया को मक़सद बनाने का अंजाम …
(1). हुजूर (ﷺ) गारे हिरा में, (2). इंसान की हड्डियों में अल्लाह की कुदरत, (3). ज़कात अदा करना, (4). छींक आए तो मुंह पर कपड़ा या हाथ रख ले, (5). अपने घरवालों पर खर्च करने की फ़ज़ीलत, (6). तिजारत में झूट बोलने का गुनाह, (7). बद नसीबी की पहचान, (8). , (9). नींद न आने का इलाज, (10). अपनी औलाद को कत्ल न करो।
हजरत यूनुस (अ.स), हुजूर (ﷺ) का मुअजिज़ा : थोड़े से पानी में बरकत, सब से पहले नमाज़ का हिसाब, गुनाहों से तौबा करने की दुआ, कुरआन को झुटलाने का गुनाह, छींक की दुआ और जवाब …
हजरत यूसुफ (अ.स) की नुबुय्वत व हुकूमत, मुअजिज़ा: सूखे थन का दूध से भर जाना, एक फ़र्ज़ : औलाद की मीरास में माँ बाप का हिस्सा, एक सुन्नत : परेशानी के वक्त में क़ुरआनी दुआ, अल्लाह के जिक्र की फजीलत, सच्ची गवाही को छुपाने का गुनाह …
इस्लामी तारीख: हजरत शीस (अ.), हुजूर (ﷺ) का मुअजीजा: बैतुल मुक़द्दिस के बारे में खबर, एक सुन्नत: तक्बीरे तहरीमा के बाद दुआ, एक अहेम अमल: आशूरा का रोज़ा …
च्यूँटी अल्लाह की कुदरत का नमूना है, एक फर्ज: नमाज के लिये मस्जिद जाना, हर नमाज के बाद तस्बीह फातिमी अदा करना,
औरतों का खुशबु लगाकर बाहर निकलने का गुनाह, तिब्बे नबवी से इलाज: नजर लगने से हिफाजत, नबी (ﷺ) की इताअत की अहमियत …
सीरत – इमाम नसई (रहमतुल्लाहि अलैहि), मुखतलिफ तरीके से पानी का उतरना, एक फर्ज : आप (ﷺ) की आखरी वसिय्यत, एक अहेम अमल: अरफ़ा के दिन रोजा रखना, नमाज़ दिखलावे के लिये पढ़ने का गुनाह, कुरआन की नसीहत: गवाही मत छुपाया करो …
सीरत – इमाम अबू दाऊद (रहमतुल्लाहि अलैहि), अल्लाह की कुदरत – बिजली कुंदना, एक फर्ज – नेकियों का हुक्म और बुराइयों से रोकना, अच्छे अखलाक़ वाले का मर्तबा, नमाज़ से मुंह मोड़ने का गुनाह …
सीरत – इमाम बुखारी (रहमतुल्लाहि अलैहि), अल्लाह की कुदरत – हीरा और कोयला, एक फर्ज – शौहर के भाइयों से पर्दा करना, जमीन नाहक लेने का अज़ाब, सब से ज़ियादा खौफ़ की चीज़ …
23. शव्वाल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा23. Shawwal | Sirf Paanch Minute ka Madarsa 1. इस्लामी तारीख उम्मुल मोमिनीन हज़रत सौदा (र०) हज़रत सौदा बिन्ते जमआ (र०) कुरैश के मशहूर कबीले “आमिर बिनलुवइ” से […]
दौरे फारुकी के अहेम कारनामे,मजलिस से उठने की दुआ, मुसलमान भाई के लिए दुआ करना, कुफ्र की सज़ा जहन्नम है, दुनिया का सामान चंद रोजा है…
मोर की खूबसूरती, सुबह की नमाज़ अदा करने पर हिफ़ाज़त का जिम्मा, हाथ पाँव की उंगलियों का खिलाल करना, अल्लाह के वास्ते मुहब्बत करना, कर्ज अदा न करने का गुनाह, माल की हालत, जन्नत में मेहमान नवाजी, बीमारी से बचने की तदबीर, नेकी की नसीहत करो और खुद भी अमल करो
हज़रत उमर (र.अ) की बहादुरी, हज़रत अली (र.अ) की आँख का ठीक हो जाना, जकात की फर्जियत, दुनिया व आखिरत की भलाई की दुआ, शौहर की खुशी पर जन्नत, सच्ची गवाही को छुपाने का गुनाह, दुनियावी ज़िन्दगी धोका है, कब्र में ही ठिकाने का फैसला, खजूर से इलाज, लोगों के लिये वही चीज पसंद करो जो तुम अपने लिये पसंद करते हो…
हज़रत उमर (र.अ) का इस्लाम लाना, बाल, अल्लाह की दी हुई नेअमत है, नमाज़ के छेड़ने पर वईद, तीन सांस में पानी पीना, बीमार की इयादत का सवाब …
हजरत अबू बक्र (र.अ) की खिलाफ़त, गुस्ल में पूरे बदन पर पानी बहाना, रजब व शाबान की दुआ, दो रकात तहिय्यतुल वुजू अदा करना …
हज़रत अबू बक्र सिद्दीक (र.अ), मुश्क अल्लाह के खजाने से आता है, इस्लाम की बुनियाद, सुन्नत ज़िन्दा करने की फजीलत, नमाज़े इश्राक की फ़ज़ीलत, सूद खाने और खिलाने पर लानत, दुनिया दार का घर और माल…
इस्लामी तारीख: हज्जतुल विदाअ, अल्लाह की कुदरत: इन्सान का सर, एक फर्ज: बीवी की विरासत में शौहर का हिस्सा, सोने से पहले बिस्तर झाड़ लेना, जन्नत में दाखिल करने वाली चीज़, इजार या पैन्ट टखने से नीचे पहनने का गुनाह …
रूम के बादशाह हिरकल (Hercules) के नाम दावती खत, अल्लाह की कुदरत : पहाड़ों में पानी का जखीरा, एक फ़र्ज़: सिला रहमी करना, जुमा के लिये खास लिबास पहनना, शराबी की सज़ा …
गज्व-ए-ख़न्दक में सहाबा की कुरबानी, हुजूर (ﷺ) की दुआ की बरकत, शौहर की विरासत में बीवी का हिस्सा, गम के वक्त यह दुआ पढ़े, आखिरत के मुकाबले में दुनिया से राज़ी होने का वबाल, ग़रीबों से मुहब्बत और उन के करीब रहने की वसिय्यत…
ग़ज़व-ए-खन्दक, कब्र के बारे में ख़बर देना, वारिसीन के दर्मियान विरासत तकसीम करना, सैलाबी बारिश रोकने की दुआ, मेहमान का इकराम करने की फ़ज़ीलत, हक को झुटलाने की सज़ा, माल व औलाद की मुहब्बत, कब्र में नमाज की तमन्ना, सिर दर्द से हिफाजत, हमेशा सच बोलो क्योंकि सच नेकी का रास्ता बताता है …
इस्लामी तारीख: ग़ज़व-ए-दौमतुल जन्दल, च्यूंटी की दूर अन्देशी में अल्लाह की कुदरत, एक फर्ज: बीमार की नमाज़, गुनाहों की मगफिरत का वजीफा, क़यामत के दिन लोगों की हालत, जोड़ों के दर्द का इलाज …
(1). रजी और बीरे मऊना का अलमनाक हादसा, (2). बदन की हड्डी कुदरत की निशानी, (3). तक़दीर पर ईमान लाना, (4). घर वालों से नेक बरताव करना, (5). अल्लाह के रास्ते में रोज़ा रखना, (6). बोहतान – झूठा इलज़ाम लगाने की सज़ा, (7). हलाल रोज़ी कमाओ , (8). क़यामत के दिन आमाल का बदला दिया जायेगा, (9). हिजामा के फायदे: मुफीद तरीन इलाज, (10). अल्लाह ताला कुफ्र को पसंद नहीं करता …
(1). शराब की हुरमत का हुक्म, (2). हज़रत साबित (र.अ) के लिये पेशीनगोई, (3). विरासत में लड़की का हिस्सा, (4). फसाद करने वालों पर गलबा पाने की दुआ, (5). अपने घरवालों पर खर्च करने की फ़ज़ीलत, (6). इन्कार करने वालो का अजाब, (7). अपने बीवी बच्चों से होशियार रहो, (8). जहन्नम की आग की सख्ती, (9). तबीअत के मुवाफिक ग़िज़ा से इलाज, (10). मेहमान की दावत व मेहमान नवाजी तीन दिन है …
(1). हमराउल असद पर तीन रोज कयाम, (2). मेअदे का निज़ाम ( Digestive System ), (3). सुबह की नमाज अदा करने पर हिफाजात का जिम्मा, (4). मूंछों को तराशना, (5). खाना खिलाने की फ़ज़ीलत, (6). आपस में दुश्मनी रखने का गुनाह, (7). दुनिया में लगे रहने का वबाल, (8). कयामत के हालात : जब सूरज बेनूर हो जाएगा, (9). आटे की छान से इलाज, (10). अक्लमंद लोग क़ुरआन से नसीहत हासिल करे …
(1). ग़ज़वा-ए-उहुद में मुसलमानों की आज़माइश, (2). नाक – कुदरते इलाही की निशानी, (3). शौहर पर बीवी के खर्चे की जिम्मेदारी, (4). सवारी पर सवार होने के बाद की दुआ , (5). अल्लाह के लिये मुहब्बत का बदला, (6). पड़ोसी को तकलीफ देने का गुनाह, (7). दुनिया की रगबत का खौफ, (8). जन्नत वालों का इनाम व इकराम , (9). मोतदिल गिज़ा का इस्तेमाल, (10). इंसान को उस के माँ बाप के बारे में ताकीद …
(1). ग़ज़व-ए-उहुद, (2). हराम लुकमे का गले से नीचे न उतरना, (3). क़ज़ा नमाजों की अदायगी, (4). इशा के बाद जल्दी सोने की सुन्नत, (5). सबसे अच्छा मुसलमान कौन है ?, (6). ईमान को झुटलाने का गुनाह, (7). आखिरत की कामयाबी दुनिया से बेहतर है, (8). ईमान की बरकत से जहन्नम से छुटकारा, (9). बीमारियों से बचने की तदबीर , (10). किसी बुराई को देखे तो उसे रोकने की कोशिश करे …
(1). रमज़ान की फरज़ियत और ईद की खुशी, (2). काइनात की सबसे बड़ी मशीनरी, (3). हज़रत मुहम्मद (ﷺ) को आखरी नबी मानना, (4). इस्मिद सुरमा लगाना, (5). इज्जत की हिफाज़त करना, (6). मोमिन को नाहक़ क़त्ल करने की सज़ा, (7). दुनिया मोमिनों के लिये कैदखाना है, (8). बुरे लोगों का अंजाम, (9). कै (उल्टी) के जरिये इलाज, (10). ऐ ईमान वालो! तुम सब अल्लाह तआला से तौबा करो।
(1). कैदियों के साथ हुस्ने सुलूक, (2). जमात के मुतअल्लिक़ ख़बर देना, (3). कर्ज़ अदा करना, (4). खाने में बरकत, (5). मुसाफा मगफिरत का जरिया है, (6). गुमराही इख्तियार करने का गुनाह, (7). दुनिया चाहने वालों के लिये नुकसान, (8). कब्र के बारे में, (9). ककड़ी के फवाइद, (10). अपने मातहत लोगो का ख्याल करो …
(1). गजवा-ऐ-बद्र, (2). हवा में निज़ामे कुदरत, (3). अपने घर वालों को नमाज़ का हुक्म देना, (4). खुश्बू को रद्द नहीं करना चाहिये, (5). सलाम करने पर नेकियाँ, (6). शराब, मुरदार और खिन्ज़ीर हराम है, (7). दुनिया की चीज़ों में गौर व फिक्र करना, (8). अहले जन्नत की नेअमतें, (9). आबे जमजम के फवाइद, (10). ऐ ईमान वालो तुम शैतान के नक्शे कदम पर न चलो …
(1). मदीना की चरागाह पर हमला, (2). काफिर का मरऊब हो जाना, (3). दाढ़ी रखने की अहमियत, (4). मगफिरत की दुआ, (5). अच्छे और बुरे अख़्लाक़ की मिसाल, (6). गैरुल्लाह को माबूद बनाने का गुनाह, (7). दुनिया की जाहिरी हालत धोका है, (8). ज़ियादा अमल की तमन्ना, (9). बीमारियों से बचने की तदबीर, (10). सुबह शाम अपने रब को याद किया करो …
(1). मदीना के कबाइल से हुजूर (ﷺ) का मुआहदा, (2). ख़ुशहाली आम होने की खबर देना, (3). गुस्ल में पूरे बदन पर पानी बहाना, (4). बच्चों को यह दुआ पढ़ कर दम करें, (5). पसंद के मुताबिक हदिया देना, (6). यतीमों का माल खाने का गुनाह , (7). दुनिया से बेहतर आख़िरत का घर है, (8). दोज़ख़ की दीवार, (9). सूरह बक़रह से इलाज, (10). अल्लाह तआला ने ज़ुल्म को हराम कर दिया है …
(1). अज़ान की इब्तेदा, (2). हज़रत उमर (र.अ) के हक में दुआ, (3). नमाज़ के छोड़ने पर वईद, (4). बिजली कड़कने और बादल गरजने के वक़्त की दुआ, (5). मोमिन का ऐब छुपाना, (6). बुरे आमाल की नहूसत, (7). दुनियावी ज़िन्दगी धोका है, (8). जन्नत के दरख्तों की सुरीली आवाज़, (9). दुआए जिब्रईल से इलाज, (10). खाने में बरकत …
(1). मस्जिदे नबवी की तामीर, (2). गूलर के फल में अल्लाह की कुदरत, (3). शौहर के भाइयों से परदा, (4). इशा के बाद दो रकात नमाज पढना, (5). इंसाफ करने की फ़ज़ीलत, (6). चाँदी के बरतन में पीना, (7). दो चीज़ों की ख्वाहिश, (8). दोज़खियों का खाना, (9). बिमारियों का इलाज, (10). अल्लाह तआला के साथ किसी को शरीक न करो …
(1). मदीना मुनव्वरा, (2). आँखों की बीनाई का लौट आना, (3). नमाज़ छोड़ने का नुकसान, (4). बुरे लोगों की सोहबत से बचने की दुआ, (5). अल्लाह की राह में अपनी जवानी लगाने की फ़ज़ीलत, (6). रसूल (ﷺ) के हुक्म को न मानने का गुनाह, (7). हलाक करने वाली चीजें, (8). क़यामत के दिन खुश नसीब इन्सान, (9). आबे ज़म ज़म से इलाज, (10). बाएँ हाथ से ना खाएं और ना पियें …
(1). वह मुबारक घर जहाँ आप (ﷺ) ने कयाम फर्माया, (2). इन्सान की पैदाइश तीन अंधेरों में, (3). अल्लाह तआला सबको दोबारा ज़िन्दा करेगा, (4). वुजू में तीन मर्तबा कुल्ली करना, (5). मुसलमान को कपड़ा पहनाने की फ़ज़ीलत, (6). वालिदैन की नाफरमानी और जुल्म करने का गुनाह, (7). दो आदतें, (8). जन्नती का दिल पाक व साफ होगा, (9). इलाज करने वालों के लिये अहम हिदायत, (10). वसिय्यत के लिए दो इंसाफ पसंद लोग गवाह हो। …
(1). मदीना में हुजूर (ﷺ) का इस्तिकबाल, (2). किला फतह होना, (3). वालिदैन के साथ एहसान का मामला करो, (4). घरवालों पर सवाब की नियत से खर्च करना भी सदक़ा है, (5). कुरआन का मजाक उड़ाना, (6). माल की मुहब्बत खुदा की नाशुक्री का सबब है, (7). हर शख्स मौत के बाद अफसोस करेगा, (8). तलबीना से इलाज, (9). औरतो से उनकी दिनदारी की वजह से निकाह करो …
29 Rabi-ul-Akhir | Sirf Panch Minute ka Madarsa 1. इस्लामी तारीख मस्जिदे कुबा की तामीर और पहला जुमा मदीना मुनव्वरा से तक़रीबन तीन मील के फासले पर एक छोटी सी […]