मुस्लिम बेहनों के लिए कुरआन सुन्नत से 50 नसीहतें… मुस्लिम बेहनों के लिए कुरआन सुन्नत से 50 नसीहतें बिस्मिल्लाहिरहमानिर्रहीम! अल्हम्दुलिल्लाह वस्सलातु वसल्लामु अला रसूलिल्लाहि (ﷺ) ऐ मुस्लिम बहन! मुस्लिम का मतलब होता है, अल्लाह का फर्माबरदार (आज्ञाकारी) होना. इस्लाम में यह ज़िम्मेदारी मर्द व औरत दोनों पर एक समान रूप से…
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 46 ✦ बनी कुरेजा की लड़ाई, ✦ किये को भुगतना पड़ा ✦ क़िले को घेर लेने का हुक्म ✦ अहदनामा तोड़ने की सजा...
शेख अब्दुल कादिर जीलानी रह. (मुख़्तसर सिरत… शेख अब्दुल कादिर जीलानी रह. की मुख़्तसर सिरत, आपकी विलायत व बुजुर्गी और आपके अकीदतमंद मुरीदों के अक़ीदे का मुअजना आप ही के इरशादात की रौशनी में।
नफा बख्श इल्म के लिए दुआ हज़रत अबू हुरैरह (र.अ) फर्माते हैं के रसूलुल्लाह (ﷺ) यह दुआ फरमाते थेः ”ऐ अल्लाह ! जो इल्म तूने मुझे दिया है इस से नफ़ा अता फर्मा और मुझे नफ़ा बख्श इल्म अता फ़र्मा और मेरे इल्म में ज़ियादती अता…
99 इल्म की बातें | कुरआन व हदीस की… हदीस की अच्छी-अच्छी बातें : अल्लाह की याद से अपने दिल को ताज़ा दम रखा कीजिए। इस लिए के खुदा की याद क़ुलूब के लिए इत्मिनान का जरिया है। (सूरह राअद 28)
इल्म सीखते हुए वफात पा जाने की फ़ज़ीलत रसूलल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : "जिस को इल्म सीखते हुए मौत आजाए, वह इस हाल में अल्लाह तआला से मुलाकात करेगा के उसके और नबियों के दर्मियान सिर्फ नुबुब्बत के दर्जे का फर्क होगा।" 📕 तबरानी औसत : ११५११
17. मुहर्रम | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा हजरत सालेह (अ.स) की दावत और कौम का हाल, अल्लाह की कुदरत : दीमक, एक फर्ज : इल्म हासिल करना फ़र्ज़ है, अहेम अमल : आफत व बला दूर होने की दुआ, सिफारिश पर बतौरे हदिया माल लेने का गुनाह…
1. जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). वह मुबारक घर जहाँ आप (ﷺ) ने कयाम फर्माया, (2). इन्सान की पैदाइश तीन अंधेरों में, (3). अल्लाह तआला सबको दोबारा ज़िन्दा करेगा, (4). वुजू में तीन मर्तबा कुल्ली करना, (5). मुसलमान को कपड़ा पहनाने की फ़ज़ीलत, (6). वालिदैन…
औलिया अल्लाह | Allah ke wali (Aulia Allah)… औलिया अल्लाह Aulia Allah (Allah ke Wali) ki Pehchan aur Sifat बिस्मिल्लाहि र्रहमानि र्रहीम शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान और बहुत रहम वाला है। सब तअरीफें अल्लाह तआला के लिए हैं। हम उसी का शुक्र अदा करते…