मुसाफा करने की फ़ज़ीलत

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया :

“जब दो मुसलमान मिलते हैं और एक दूसरे से मुसाफह करते हैं (यानी हाथ मिलाते हैं) तो उनके जुदा होने से पहले पहले दोनो की मगफिरत कर दी जाती है।”

📕 तिरमिजी : २७२७, अन बरा बिन आजिब (र.अ)