रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया :
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“मेरे सहाबा के बारे में अल्लाह से डरते रहना, मेरे बाद उनको निशाना मत बनाना। जो उनसे मुहब्बत करेगा वह मुझसे मुहब्बत की बिना पर उन से मुहब्बत करेगा और जो उनसे बुग्ज रखेगा वह मुझसे बुग्ज की बिना पर उन से बुग्ज रखेगाऔर जिसने उन को तकलीफ दी उसने मुझ को तकलीफ दी और जिसने मुझ को तकलीफ दी गोया उस ने अल्लाह को तकलीफ पहुँचाईऔर जिसने अल्लाह को तक्लीफ पहुँचाई करीब है के अल्लाह तआला उसको अजाब में पकड़ ले।”