चाँदी के बरतन में पीने का गुनाह

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया:

“जो चाँदी के बर्तन में पानी वगैरा पीते हैं वह अपने पेट में जहन्नम की आग भर रहे हैं।”

📕 बुखारी : ५६३४