रमज़ान का तआरुफी ख़ुत्बा | Ramzan ka Khutba ए लोगो!" तुम पर एक अज़ीम और मुबारक महीना साया फगन होने वाला है, ऐसा महीना जिसमें एक ऐसी रात (शबे कदर) है जो 1000 महीनों से बढ़कर ....
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 33 https://www.youtube.com/playlist?list=PLqFqfE_wU2p6o-yao7hgl8YH54J1qoKQz Seerat un Nabi (ﷺ) Series: Part 33 पेज: 282 कुरैश की भारी फौज जब बद्र में मक्का वालों को हार का मुंह देखना पड़ा और उसकी खबर मक्का पहुंची, तो तमाम शहर में उदासी की घटा छा गयी। हर…
रमज़ान का महिना ... जानिए: इसमें क्या है… हम मुसलमानों ने कुरआन की तरह रमज़ान को भी सिर्फ सवाब की चीज़ बना कर रख छोड़ा है, हम रमज़ान के महीने से सवाब के अलावा कुछ हासिल नहीं करना चाहते इसी लिए हमारी ज़िन्दगी हर रमज़ान के बाद फ़ौरन…
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 45 ✦ खंदक की लड़ाई, खंदक़ खोदने का मशविरा, अल्लाह की मदद, क़बीला बनु नजीर के यहूदी देश से निकाले जाने पर कुछ तो मुल्क शाम चले गये थे और ...
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 14 https://www.youtube.com/playlist?list=PLqFqfE_wU2p6o-yao7hgl8YH54J1qoKQz Seerat un Nabi (ﷺ) Series: Part 14 दिल दहला देने वाला जुल्म कुफ्फ़ारे कुरैश ने जो अहदनामा तैयार कर के काबे के दरवाजे पर लटकाया था, उस में बातें तो बहुत कुछ लिखी थीं, लेकिन जिक्र करने लायक कुछ…
अमेरिका के तीन ईसाई पादरी आये इस्लाम की… एक साथ तीन पादरियो ने अपनाया ईस्लाम: अमेरिका के तीन ईसाई पादरी इस्लाम की शरण में आ गए। उन्हीं तीन पादरियों में से एक पूर्व ईसाई पादरी यूसुफ एस्टीज की जुबानी कि कैसे वे जुटे थे एक मिस्री मुसलमान को…
निकाह के मसाइल | ख़ुत्बाए निकाह, मेहर,… निकाह के मसाइल, ख़ुत्बाए निकाह, मेहर, हमबिस्तरी की दुआ और आदाब, वलीमा, निकाह की दुआ, बेहतरीन शोहर और बीवी की मिसाल ...
शबे क़द्र और इस की रात का महत्वः (शबे क़द्र… शबे क़द्र का अर्थ: रमज़ान महीने में एक रात ऐसी भी आती है, जो हज़ार महीने की रात से बेहतर है। जिसे शबे क़द्र कहा जाता है। शबे क़द्र का अर्थ होता हैः "सर्वश्रेष्ट रात", ऊंचे स्थान वाली रात”, लोगों…
जानिए - रोज़ा क्या और क्यों ? इंसान के बुनियादी सवाल !!! इस सम्पूर्ण विश्व और इंसान का अल्लाह (ईश्वर) एक है। ईश्वर ने इंसान को बनाया और उसकी सभी आवश्यकताओं को पूरा करने का प्रबंध किया। इंसान को इस ग्रह पर जीवित रहने के लिए लाइफ…
One thought on “हर महीने के तीन दिन रोजे रखने की फ़ज़ीलत”
Very much informative