रसूलअल्लाह (ﷺ) ने फर्माया :
“दिलों को भी जंग लग जाता है, जैसे लोहे में पानी पहुँचने के बाद जंग लग जाता है।”
अर्ज किया गया : या रसूलअल्लाह! वह कौन सी चीज़ है जिस से दिलों की सफाई हो जाए।
आप (ﷺ) ने फर्माया: “मौत को कसरत से याद करना और कुरआन का पढ़ना।”