हज़रत आयशा (र.अ) बयान करती हैं के रसूलुल्लाह (ﷺ) वुजू फर्माते,
तो उंगलियों का खिलाल, फर्माते, एड़ियों को रगड़ते और फरमाते:
“उंगलियों का खिलाल करो, अल्लाह तआला उनके दर्मियान जहन्नम की आग दाखिल न करेगा।”
हज़रत आयशा (र.अ) बयान करती हैं के रसूलुल्लाह (ﷺ) वुजू फर्माते,
तो उंगलियों का खिलाल, फर्माते, एड़ियों को रगड़ते और फरमाते:
“उंगलियों का खिलाल करो, अल्लाह तआला उनके दर्मियान जहन्नम की आग दाखिल न करेगा।”
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