रसूलुल्लाह (ﷺ) ने एक मर्तबा फ़रमाया –
“क्या मैं तुम्हें बेहतरीन सदक़ा न बताऊं?
तेरी वह लड़की जो लौट कर तेरे ही पास आ गई हो और उसके लिये तेरे सिवा कोई कमाने वाला न हो (तो ऐसी लड़की पर जो भी खर्च किया जाएगा वह बेहतरीन सदक़ा है।)”
📕 इब्ने माजा : ३६६७, अन सुराका दिन मालिक रज़ि०
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