Jahannam

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माँ बाप की नाफरमानी से बचो : क़ुरान हदीस की रौशनी में | Maa Baap ki Nafarmani se bachey: Quran Hadees ki Roshni mein

۞ बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम ۞ अपने माँ बाप को उफ्फ तक न कहो: “और तुम्हारे रब ने फ़रमाया है की, उसके सिवा किसी की ईबादत ना करो और अपने माँ बाप के […]

7 रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

सफा पहाड़ पर इस्लाम की दावत, रेडियम में अल्लाह की कुदरत, हज किन लोगों पर फर्ज है ?, गुस्ल करने का सुन्नत तरीका, नर्म मिज़ाजी इख्तियार करना, सूद खाने का अजाब, दुनिया के पीछे भागने का वबाल, जहन्नम का जोश, अगर कोई फासिक खबर लाये तो तहक़ीक़ किया करो …

28. सफर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

हजरत यूनुस (अ.स), हुजूर (ﷺ) का मुअजिज़ा : थोड़े से पानी में बरकत, सब से पहले नमाज़ का हिसाब, गुनाहों से तौबा करने की दुआ, कुरआन को झुटलाने का गुनाह, छींक की दुआ और जवाब …

28. जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

गज्व-ए-ख़न्दक में सहाबा की कुरबानी, हुजूर (ﷺ) की दुआ की बरकत, शौहर की विरासत में बीवी का हिस्सा, गम के वक्त यह दुआ पढ़े, आखिरत के मुकाबले में दुनिया से राज़ी होने का वबाल, ग़रीबों से मुहब्बत और उन के करीब रहने की वसिय्यत…

23 जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

इस्लामी तारीख: ग़ज़व-ए-दौमतुल जन्दल, च्यूंटी की दूर अन्देशी में अल्लाह की कुदरत, एक फर्ज: बीमार की नमाज़, गुनाहों की मगफिरत का वजीफा, क़यामत के दिन लोगों की हालत, जोड़ों के दर्द का इलाज …

4 Rabi-ul-Awal | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

इस्लामी तारीख: हज़रत ईसा (अ.स) की पैदाइश, एक फर्ज: बीवी की विरासत में शौहर का हिस्सा, एक सुन्नत: मुसीबत से निजात की दुआ, अमल: मुलाक़ात के वक़्त सलाम व मुसाफा करना, क़ुरआन को छुपाने या बदलने का गुनाह …

30. सफर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

हज़रत उज़ैर (अ.स), सज्दा-ए-सहव करना, मोमिन के हक़ में दुआ, बरकत वाला निकाह, रसूलुल्लाह (ﷺ) के हुक्म को ना मानने का गुनाह,जनाज़े को दफ़नाने में देर ना करो …

20. सफर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

हज़रत शमवील (अ.स.), हुजूर (ﷺ) का मुअजिज़ा : ऊँट का हुजूर की फर्माबरदारी करना, एक फर्ज: जमात से नमाज़ पढ़ने की ताकीद, एक अहम अमल : कुरआन को गौर से सुनना …

19. सफर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

इस्लामी तारीख: हजरत यसआ (अ.), अल्लाह की कुदरत: फलों में रस, वसिय्यत पूरी करना, अल्लाह की किसी मखलूक को सताने का गुनाह, हलक के कव्वे का इलाज …

18. सफर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

हज़रत इलयास (अ.), एक फर्ज: कर्ज अदा करना, नमाज़ में तशहुद के बाद की दुआ, औलाद का क़त्ल गुनाहे कबीरा है, अल्लाह के अलावा किसी और की कसम ना खाओ…

2. सफर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

इस्लामी तारीख : हज़रत यूसुफ (अ.स), मुअजिज़ा: नबी (ﷺ) की पुकार पर पत्थर का हाज़िर होना, एक फ़र्ज़ : मस्जिद में दाखिल होने के लिए पाक होना, एक सुन्नत : बीमार को दुआ देना, गरीबों के काम में मदद करने की फ़ज़ीलत, अल्लाह तआला के साथ शिर्क करने का गुनाह …

1. सफर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

हजरत याकूब (अ.स) पर आजमाइश, कुदरत : खारे पानी को मीठा बनाना, एक फर्ज : नमाज़े गुनाहों को मिटा देती हैं, सुन्नत : ज़मीन पर बैठ कर खाना, मुसलमान की ग़ीबत और बेइज्जती की सजा …

30. मुहर्रम | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

इस्लामी तारीख : हज़रत याकूब (अ.स), मुअजिज़ा: सुराका के घोड़े का ज़मीन में धंस जाना, एक फ़र्ज़ : बाजमात नमाज़ पढ़ने की निय्यत से मस्जिद जाना, मुसलमानों को तकलीफ पहुँचाने का गुनाह, आख़िरत : जहन्नम की वादी, तिब्बे नब्बीसे इलाज : शहद के फवाइद …

29. मुहर्रम | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

इस्लामी तारीख : कौमे लूत पर अजाब, कुदरत : दरख्तों के पत्तों के फायदे, एक फर्ज : दीन में नमाज़ की अहेमियत, गरीब व मिस्कीन से मुलाकात करना, क़यामत के दिन सब से बदहाल शख्स …

20. मुहर्रम | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

तारीख: हजरत इब्राहीम (अ.स) की दावत, मुअजिजा : एक इशारे में दरख्त का दो हिस्सा हो जाना, एक फ़र्ज़ : अपने घर वालों को नमाज़ का हुक्म देना, अहेम अमल : अल्लाह से रहम तलब करना, दोजख / जहन्नुम से नजात की दुआ, झूटी तोहमत लगाने का गुनाह …

18. मुहर्रम | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

तारीख: हजरत इब्राहीम (अ.स), मुअजिजा : अबू तालिब का सेहतयाब होना, एक फ़र्ज़ : जमात के साथ नमाज़ अदा करना, अहेम अमल : नुक्सान से हिफाज़त, फुजूल कामों में माल खर्च करने का गुनाह, माल व औलाद अल्लाह के क़ुर्ब का जरिया नहीं …

1. जिल हिज्जा | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

अंबर मछली में अल्लाह की क़ुदरत, अल्लाह तआला सबको दोबारा ज़िन्दा करेगा, कुर्बानी जहन्नम से हिफाजत का ज़रिया, क़ुरबानी न करने पर वईद, कयामत के दिन बदला कुबूल न होगा …

13 Jamadi-ul-Akhir | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

गज्व-ए-तबूक, मुंह में रतूबत (थूक), मय्यित का कर्ज उसके माल से अदा करना, कसरत से इस्तिग़फार करने की सुन्नत, अपने अख़्लाक़ दुरूस्त करने की फ़ज़ीलत, किसी के सतर को देखने का गुनाह, माल जमा करने का नुकसान, परहेज़गारों की नेअमत, मिस्वाक के फवाइद, सुबह शाम खूब ज़िक्रे इलाही किया करो …