21 Share हज की फरज़ियतरसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया :“ऐ लोगो ! तुम पर हज फर्ज़ कर दिया गया है, लिहाजा उस को अदा करो।” [ मुस्लिम: ३२५७ ] हज की फरज़ियत 21 Share Prev Postअसहाबे सुफ्फाNext Post दुनिया का सामान चंद रोज़ा हैंYou might also like जो लोग ईमान लाये और अपने ईमान को शिर्क से लिप्त नहीं किया दुनिया चाहने वालों के लिये नुकसान ककड़ी के फवाइद गुमराही इख्तियार करने का गुनाह कब्र के बारे में अपने मातहत लोगो का ख्याल करो Loading ... Load More Posts No More Posts