“पाक मिट्टी मुसलमान का सामाने तहारत है,अगरचे दस साल तक पानी न मिले,पस जब पानी पाए तो चाहिये के उस को बदन पर डालेयानी उस से वुजू या ग़ुस्ल कर ले।क्योंकि यह बहुत अच्छा है।”
17 Rajjab | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा हज़रत अबू उबैदह बिन जर्राह (र.अ), पानी अल्लाह की नेअमत, इल्म हासिल करना फ़र्ज़ है, रुखसत के वक्त मुसाफह करना, बेवा और मिस्कीन की मदद करने पर सवाब, पड़ोसी को सताने का गुनाह, ऐश व इशरत से बचना, मुजरिमों के…
गुस्ल के लिये तययम्मुम करना क़ुरआन में अल्लाह तआला फ़रमाता है - "अगर तुम बीमार हो जाओ या सफर में हो या तुम में से कोई शख्स अपनी तबई ज़रूरत (यानी पेशाब पाखाना कर के) आया हो या अपनी बीवी से मिला हो और तुम…
जम जम का पानी अल्लाह तआला ने दुनिया में समन्दर, झील, ओले, बारिश और चश्मों का पानी पैदा फर्माया है, लेकिन जम जम का पानी पैदा कर के अपनी कुदरत का जबरदस्त इज़हार फर्माया है। दीगर पानी की तरह इस में भी प्यास बुझाने की सलाहियत…
कुरआन और समुद्र-विज्ञान !! समुद्र की… Oceanology and Islam समुद्र-विज्ञान और भू-विज्ञान के जाने माने विशेषज्ञ प्रोफेसर दुर्गा राव जद्दा स्थित शाह अब्दुल अजी़ज़ यूनिवर्सिटी, सऊदी अरब में प्रोफ़ेसर रह चुके हैं।एक बार उन्हें निम्नलिखित पवित्र कुरान की आयत(श्लोक) की समीक्षा के लिये कहा गया जिसमे…
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 39 मुसलमानो के साथ धोका, दरिंदगी की इन्तिहा, सज्दे में ही शहीद कर दिया, हारिस का बच्चा, हजरत खुबैब और हजरत जैद शहादत ...
निकाह के मसाइल | ख़ुत्बाए निकाह, मेहर,… निकाह के मसाइल, ख़ुत्बाए निकाह, मेहर, हमबिस्तरी की दुआ और आदाब, वलीमा, निकाह की दुआ, बेहतरीन शोहर और बीवी की मिसाल ...
रमज़ान का महिना ... जानिए: इसमें क्या है… हम मुसलमानों ने कुरआन की तरह रमज़ान को भी सिर्फ सवाब की चीज़ बना कर रख छोड़ा है, हम रमज़ान के महीने से सवाब के अलावा कुछ हासिल नहीं करना चाहते इसी लिए हमारी ज़िन्दगी हर रमज़ान के बाद फ़ौरन…
आब ए ज़म ज़म के पानी के वैज्ञानिक चमत्कार… "शताब्दियों पहले बीबी हाजरा (रज़ी अल्लाहू अन्हा) अपने नवजात बच्चे इस्माइल (अलैही सलाम) की प्यास बुझाने के लिए पानी की तलाश के लिए सफा और मरवा पहाडिय़ों के बीच दौड़ लगाती है। इसी दौरान मासूम इस्माइल (अलैही सलाम) अपनी एडिय़ों…
11 जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). गजवा-ऐ-बद्र, (2). हवा में निज़ामे कुदरत, (3). अपने घर वालों को नमाज़ का हुक्म देना, (4). खुश्बू को रद्द नहीं करना चाहिये, (5). सलाम करने पर नेकियाँ, (6). शराब, मुरदार और खिन्ज़ीर हराम है, (7). दुनिया की चीज़ों में…