16 Rajjab | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा हज़रत सईद बिन जैद (र.अ), टूटे हुए पैर का ठीक हो जाना, नमाज़ में किबला की तरफ रुख करना, खाने के बाद की दुआ, हर नमाज के बाद तसबीहे फातिमी पढ़ना, किसी पर तोहमत लगाना गुनाहे अज़ीम है, नेक आमाल…
2 Rabi-ul-Awal | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा इस्लामी तारीख: हज़रत ज़करिया (अ.स), अस्र की नमाज़ की फज़ीलत, मेहमान का अच्छे अलफाज़ से इस्तिकबाल करना, पड़ोसी के साथ अच्छा सुलूक करना, रसूलल्लाह (ﷺ) की नाफ़रमानी करने का गुनाह, अल्लाह और उसके बन्दों के हुकूक …
19. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). हज के मौसम में इस्लाम की दावत देना, (2). बहरे मय्यित (Dead Sea), (3). नमाज़ में इमाम की पैरवी करना, (4). सज्दा करने का सुन्नत का तरीका, (5). अज़ान के बाद दुआ पढ़ना, (6). ग़लत हदीस बयान करने की…
17 Rajjab | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा हज़रत अबू उबैदह बिन जर्राह (र.अ), पानी अल्लाह की नेअमत, इल्म हासिल करना फ़र्ज़ है, रुखसत के वक्त मुसाफह करना, बेवा और मिस्कीन की मदद करने पर सवाब, पड़ोसी को सताने का गुनाह, ऐश व इशरत से बचना, मुजरिमों के…
मुस्लिम औरत | दुनिया की सबसे बेहतरीन पूंजी इस पोस्ट में हम मुस्लिम औरत की पहचान और खूबियाँ, उसकी जिम्मेदारियां, और उसको मिलने वाले हुकूक, उसकी नादानियों और शर्र की वजह से होने वाले हश्र पर गौर करेंगे। मुस्लिम ख़्वातीन से मुताअ़ल्लिक़ मोअ्तबर अह़ादीस़ का एक मुख़्तसर मजूमुआ…
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 46 ✦ बनी कुरेजा की लड़ाई, ✦ किये को भुगतना पड़ा ✦ क़िले को घेर लेने का हुक्म ✦ अहदनामा तोड़ने की सजा...
रमज़ान की फरज़ियत और ईद की खुशी सन २ हिजरी में रमजान के रोजे फर्ज हुए। इसी साल सदक-ए-फित्र और जकात का भी हुक्म नाजिल हुआ। रमजान के रोजे से पहले आशूरा का रोज़ा रखा जाता था, लेकिन यह इख्तियारी था, जब रसूलुल्लाह (ﷺ) मदीना तशरीफ लाए,…
24 जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा ग़ज़व-ए-खन्दक, कब्र के बारे में ख़बर देना, वारिसीन के दर्मियान विरासत तकसीम करना, सैलाबी बारिश रोकने की दुआ, मेहमान का इकराम करने की फ़ज़ीलत, हक को झुटलाने की सज़ा, माल व औलाद की मुहब्बत, कब्र में नमाज की तमन्ना, सिर…
13 जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). रमज़ान की फरज़ियत और ईद की खुशी, (2). काइनात की सबसे बड़ी मशीनरी, (3). हज़रत मुहम्मद (ﷺ) को आखरी नबी मानना, (4). इस्मिद सुरमा लगाना, (5). इज्जत की हिफाज़त करना, (6). मोमिन को नाहक़ क़त्ल करने की सज़ा, (7).…