बीमार पुरसी के वक़्त की दुआ रसूलुल्लाह (ﷺ) जब किसी बीमार की इयादत के लिये जाते या आप (ﷺ) की खिदमत में बीमार को हाज़िर किया जाता तो आप यह दुआ पढ़ते: اَللَّهُمَّ رَبَّ النَّاسِ مُذْهِبَ الْبَاسِ اشْفِ أَنْتَ الشَّافِيْ لَا شَافِيَ إِلَّا أَنْتَ شِفَاءً لَا يُغَادِرُ سَقَمًا ALLAHumma Rabbannasi Muzhibal-baasi-shfee Antashhaafi La Shaafi Illa Anta…
Nazar ki Dua : नज़रे बद कि दुआ | बुरी नज़र… Nazar ki Dua : बुरी नज़र से बचने कि दुआ, बुरी नज़र लग जाये तो दूर करने की दुआ, नजर उतारने की सूरत, नजर उतारने का इस्लामी तरीका, छोटे बच्चों की नजर कैसे उतारे, Nazar Utarne ki Dua in Quran and Hadees
खाना खाते वक्त टेक न लगाना रसूलल्लाह (ﷺ) ने फर्माया: "मैं टेक लगा कर नहीं खाता हूँ।” 📕 बुखारी: ५३९८ फायदा: बिला उज्र टेक लगा कर खाना सुन्नत के खिलाफ है।
रुख्सत के वक़्त मुसाफा करना रसूलुल्लाह (ﷺ) जब किसी को रुख्सत फर्माते, तो उस का हाथ अपने हाथ में ले लेते और उस वक़्त तक (उसका हाथ) न छोड़ते, जब तक के वह आप के हाथ को खुद न छोड़ दे। 📕 तिर्मिजी : ३४४२, अन इब्ने उमर (र.अ)
खुशी के वक्त सज्द-ए-शुक्र अदा करना अबी बकरह रज़ि० से रिवायत है के: रसूलुल्लाह (ﷺ) को जब खुशी का मौक़ा आता या कोई खुशखबरी सुनाई जाती, तो आप (ﷺ) सज्दा ए-शुक्र अदा करते। 📕 अबू दाऊद, हदीस: २७७४
Azan ke Baad ki Dua in Hindi । अज़ान के… Azan ke baad ki Dua | अज़ान के बाद की दुआ | बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम | अल्लाहुम्मा रबी हाजिहिद दवातीत ताम मह वस सलातील काइमाह आति मुहम्म्दानिल वसीलता वल फ़ज़ीलता वब अस हु मकामम महमूदा अल्लाजी व अत्तह।
हुजूर (ﷺ) के हाथों की बरकत हज़रत आइज़ बिन अम्र (र.अ) को जंगे हुनैन में दौराने जंग चेहरे पर एक चोट लगी, जिस की वजह से चेहरा, दाढ़ी और सीना खून आलूद हो गया, तो हुजूर (ﷺ) ने अपने हाथ से उस को साफ किया और उन के हक में दुआ फ़रमाई। रावी फ़र्माते हैं के…