Category Archives: सुन्नत अमल

✓ तेज़ बारिश से बचने की दुआ | ज़रूरत से ज़्यादा बारिश होने लगे तो ये दुआ पढ़ें

तेज़ बारिश से बचने की दुआ, अल्लाहुम्मा हवालैना वला अलैना, अल्लाहुम्मा अलल आकामि, वज्ज़िराबि, व... [Read More]

डर और घबराहट की दुआ

डर और घबराहट की दुआ एक शख्स ने हुज़ूर (ﷺ) से डर और वहेशत की... [Read More]

Wazu ke darmiyan ki dua | वजू के दरमियान की दुआ

Wazu ke darmiyan ki dua : Allahummagh fir li dhambi wa wassi' li fi dari... [Read More]

Badal Garajne ki Dua : बिजली कड़कने और बादल गरजने के वक़्त की दुआ

Badal Garajne ki Dua: सुब्हानल्लाहिल्लजी युसब्बिहुर- रअदु – बिहम्दीहि-वल मलाइकतु-मिन-खी-फतिह

गुनाहों से माफी की दुआ | रब्बना ज़लमना अन्फुसना वईल लम तग्फिर लना वतर हमना लनकूनन्ना मिनल खासिरीन

“अपने गुनाहों से माफी मांगने और अल्लाह तआला से रहम व करम तलब करने के... [Read More]

खुशी के वक्त सज्द-ए-शुक्र अदा करना

अबी बकरह रज़ि० से रिवायत है के: रसूलुल्लाह (ﷺ) को जब खुशी का मौक़ा आता... [Read More]

हाथ पैर की उंगलियों का खिलाल करना

हज़रत आयशा (र.अ) बयान करती हैं के रसूलुल्लाह (ﷺ) वुजू फर्माते, तो उंगलियों का खिलाल,... [Read More]

बच्चों को यह दुआ पढ़ कर दम करें

रसूलुल्लाह (ﷺ) हजरत हसन व हुसैन (र.अ) को यह दुआ पढ कर दम किया करते... [Read More]

नफा बख्श इल्म के लिए दुआ

हज़रत अबू हुरैरह (र.अ) फर्माते हैं के रसूलुल्लाह (ﷺ) यह दुआ फरमाते थेः ”ऐ अल्लाह... [Read More]

कसरत से इस्तिग़फार करने की सुन्नत

हज़रत अबू हुरैरा (र.अ) फर्माते हैं के मैं ने रसूलुल्लाह (ﷺ) को फर्माते हुए सुना... [Read More]

खाना खाते वक्त टेक न लगाना

रसूलल्लाह (ﷺ) ने फर्माया: “मैं टेक लगा कर नहीं खाता हूँ।” 📕 बुखारी: ५३९८ फायदा:... [Read More]

दुआ के कलिमात को तीन बार कहना

रसूलल्लाह (ﷺ) दुआ व इस्तिगफार के कलिमात को तीन तीन मर्तबा दोहराना पसन्द फ़र्माते थे।... [Read More]

इस्मे आजम का वजीफा

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने एक शख्स को दुआ मांगते हुए सुना तो फ़र्माया : तुम ने... [Read More]

मुसीबत या खतरे को टालने की दुआ

जब किसी मुसीबत या बला का अंदेशा हो, तो इस दुआ को कसरत से पढ़े:... [Read More]

कर्जो और ग़मों से नजात की दुआ

रसूलल्लाह (ﷺ) ने कर्ज़ों और ग़मों से छुटकारे के लिये सुबह व शाम यह दुआ... [Read More]

फकीरी और कुफ्र से पनाह मांगने की दुआ

रसूलुल्लाह (ﷺ) इस दुआ को पढ़ कर कुफ्र और फक्र से पनाह मांगते: तर्जमा :... [Read More]

सामने वाले की बात पूरी तवज्जोह से सुनना

जब आप (ﷺ) से कोई मुलाकात करता और गुफ्तगू करता, तो आप (ﷺ) उस की... [Read More]

इख्तेलाफ़, निफ़ाक और बुरे अख्लाक से अल्लाह की पनाह मांगना

रसूलुल्लाह (ﷺ) अक्सर यह दुआ किया करते थे : तर्जमा: “ऐ अल्लाह ! मैं आपस... [Read More]

दुआ के वक्त हाथों को उठाना

रसूलुल्लाह (ﷺ) दुआ के वक्त हाथों को इतना उठाते थे के आपकी बगल मुबारक जाहिर... [Read More]

बात ठहर ठहरकर और साफ साफ़ करना

हजरत आयशा (रजि०) फरमाती  है के, “हुजूर (ﷺ) की बात जुदा जुदा होती थी, जो... [Read More]