रसूलुल्लाह (ﷺ) जब किसी को रुख्सत फर्माते, तो उस का हाथ अपने हाथ में ले लेते और उस वक़्त तक (उसका हाथ) न छोड़ते, जब तक के वह आप के हाथ को खुद न छोड़ दे।
भूत, प्रेत, बदरूह की हकीकत भूत, प्रेत, बदरूह: ये नाम अकसर इन्सानी ज़हन मे आते ही एक डरावनी और खबायिसी शख्सियत ज़ेहन मे आती हैं क्योकि मौजूदा मिडिया ने इन्सान को इस कदर गुमराह कर रखा हैं के जो नही हैं उसको इतनी खूबसूरती के…
12 जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). कैदियों के साथ हुस्ने सुलूक, (2). जमात के मुतअल्लिक़ ख़बर देना, (3). कर्ज़ अदा करना, (4). खाने में बरकत, (5). मुसाफा मगफिरत का जरिया है, (6). गुमराही इख्तियार करने का गुनाह, (7). दुनिया चाहने वालों के लिये नुकसान, (8).…
19 Zil Hijjah | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा हज़रत मौलाना जलालुद्दीन रूमी (रह.), सितारे, तकदीर पर ईमान लाना, खूशबू को रद नहीं करना चाहिए, हाजी से मुलाकात करना, मुसलमानों के क़त्ल में मदद करने की सज़ा , दुनिया से बे रग़बती पैदा करना ...
4 Rabi-ul-Awal | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा इस्लामी तारीख: हज़रत ईसा (अ.स) की पैदाइश, एक फर्ज: बीवी की विरासत में शौहर का हिस्सा, एक सुन्नत: मुसीबत से निजात की दुआ, अमल: मुलाक़ात के वक़्त सलाम व मुसाफा करना, क़ुरआन को छुपाने या बदलने का गुनाह …
मधु (शहद) मानवजाति के लिये, शिफ़ा (रोग मुक्ति) *पवित्र क़ुरआन और चिकित्सा-विज्ञान (Holy Quran & Medical Science) .. *शहद की मक्खी कई प्रकार के फूलों और फलों का रस चूसती हैं और उसे अपने ही शरीर के अंदर शहद में परिवर्तित करती हैं। इस शहद यानि मधु को…
Namaz ka Tarika in Hindi : नमाज का तरीका |… नमाज़ का तरीका बहोत आसान है। नमाज़ या तो २ रक’आत की होती है, या ३, या ४ रक’आत की। एक रक’आत में एक क़याम, एक रुकू और दो सजदे होते है। नमाज़ का तरीका कुछ इस तरह है –
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 22 https://www.youtube.com/playlist?list=PLqFqfE_wU2p6o-yao7hgl8YH54J1qoKQz Seerat un Nabi (ﷺ) Series: Part 22 हिजरत की दावत हुजूर (ﷺ) ने मुसअब बिन उमैर (र.अ) को यसरब तब्लीगे इस्लाम के लिए भेजा था। हुजूर (ﷺ) को उन का बड़ा ख्याल था। जब कोई आदमी यसरब से आता,…
19 Jamadi-ul-Akhir | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा इस्लामी तारीख: दीन के मुकम्मल होने का एलान, दाँतों की बनावट में अल्लाह की क़ुदरत, अपने घर वालों को नमाज़ का हुक्म देना, रुख्सत के वक़्त मुसाफा करना, जन्नत का मुस्तहिक, सामान ऐब बताए बगैर फरोख्त करने का गुनाह, अल्लाह…