जोहर से पहले की चार रकात सुन्नत पढ़ना

हज़रत आयशा (र.अ) बयान फरमाती है के:

“रसूलुल्लाह (ﷺ) जोहर से पहले चार रकात और फ़र्ज़ से पहले की दो रकात कभी नहीं छोड़ते थे।”

📕 बुखारी : १९८२