0 97 Share पेट से ज्यादा बुरा कोई बर्तन नहीं“आदमी (इंसान) ने पेट से ज्यादा बुरा कोई बर्तन नहीं भरा। इब्ने आदम को चंद लुक्मे काफी है जो उसकी पीठ को सीधा रखे। लेकिन अगर ज्यादा खाना ज़रूरी हो तो तिहाई पेट खाने के लिए, तिहाई पानी के लिए और तिहाई साँस के लिए रखे।” [ तिर्मिजी: २३८० ] पेट से ज्यादा बुरा कोई बर्तन नहीं 0 97 Share Install App Prev Post दावत कबूल करे Next Post मदीना के कबाइल से हुजूर (ﷺ) का मुआहदा Leave a Reply Cancel reply