“आदमी (इंसान) ने पेट से ज्यादा बुरा कोई बर्तन नहीं भरा। इब्ने आदम को चंद लुक्मे काफी है जो उसकी पीठ को सीधा रखे। लेकिन अगर ज्यादा खाना ज़रूरी हो तो तिहाई पेट खाने के लिए, तिहाई पानी के लिए और तिहाई साँस के लिए रखे।”
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 47 ✦ एहसान भुला देने का अंजाम, ✦ उऐना की दगाबाजी और गफारी औरत को अगवा करना, ✦ सुलह हुदैबियाँ , ✦ बैअते रिज्वान ...
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 45 ✦ खंदक की लड़ाई, खंदक़ खोदने का मशविरा, अल्लाह की मदद, क़बीला बनु नजीर के यहूदी देश से निकाले जाने पर कुछ तो मुल्क शाम चले गये थे और ...
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 9 https://www.youtube.com/playlist?list=PLqFqfE_wU2p6o-yao7hgl8YH54J1qoKQz Seerat un Nabi (ﷺ) Series: Part 9 पेज: 76 कूफ्फारे मक्का बिगड़ कर चले गये थे। उन्होंने जाते ही तमाम लोगों को, जो उन के इन्तिजार में बैठे हुए थे, कह दिया कि मुहम्मद सल्ल. सुलह पर तैयार नहीं…
डॉ. गैरी मिलर (इसाई प्रचारक) ने इस्लाम… कनाडा के डॉ. गैरी मिलर ने इस्लाम अपना लिया और वे इस्लाम के लिए एक महत्वपूर्ण संदेशवाहक साबित हुए। मिलर सक्रिय ईसाई प्रचारक थे और बाइबिल की शिक्षाओं पर उनकी गहरी पकड़ थी। वे गणित को काफी पसंद करते थे…
मुस्लिम औरत | दुनिया की सबसे बेहतरीन पूंजी इस पोस्ट में हम मुस्लिम औरत की पहचान और खूबियाँ, उसकी जिम्मेदारियां, और उसको मिलने वाले हुकूक, उसकी नादानियों और शर्र की वजह से होने वाले हश्र पर गौर करेंगे। मुस्लिम ख़्वातीन से मुताअ़ल्लिक़ मोअ्तबर अह़ादीस़ का एक मुख़्तसर मजूमुआ…
मुस्लिम बेहनों के लिए कुरआन सुन्नत से 50 नसीहतें… मुस्लिम बेहनों के लिए कुरआन सुन्नत से 50 नसीहतें बिस्मिल्लाहिरहमानिर्रहीम! अल्हम्दुलिल्लाह वस्सलातु वसल्लामु अला रसूलिल्लाहि (ﷺ) ऐ मुस्लिम बहन! मुस्लिम का मतलब होता है, अल्लाह का फर्माबरदार (आज्ञाकारी) होना. इस्लाम में यह ज़िम्मेदारी मर्द व औरत दोनों पर एक समान रूप से…
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 5 https://www.youtube.com/watch?v=bI1OfptF0UQ Seerat un Nabi (ﷺ) Series: Part 5 पेज: 43 आम तब्लीग हुजूर सल्ल० ने चुपके-चुपके तब्लीग शुरू की थी, लेकिन चूंकि हर आदमी के सामने, जो आप के पास आता, अल्लाह का हुक्म बयान फ़रमाते। एक खुदा को सबका…
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 20 https://www.youtube.com/playlist?list=PLqFqfE_wU2p6o-yao7hgl8YH54J1qoKQz Seerat un Nabi (ﷺ) Series: Part 20 पेज: 165 यमन के सरदार तुफ़ैल बिन अम्र का ईमान लाना अब सन् १० नबवी खत्म हो गया था। यह साल मुसलमानों और हुज़र (ﷺ) पर इतना सख्त गुजरा कि यह साल…
28. सफर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा हजरत यूनुस (अ.स), हुजूर (ﷺ) का मुअजिज़ा : थोड़े से पानी में बरकत, सब से पहले नमाज़ का हिसाब, गुनाहों से तौबा करने की दुआ, कुरआन को झुटलाने का गुनाह, छींक की दुआ और जवाब …