۞ हदीस: रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया :
“जैतून का तेल खाओ और उसे लगाओ, क्यों कि उस में सत्तर बीमारियों से शिफा है, जिनमें से एक कोढ़ भी है।”
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- कद्दू (दूधी) से इलाज ۞ हदीस: हज़रत अनस (र.अ) फर्माते हैं के,"मैंने खाने के दौरान रसूलुल्लाह (ﷺ) को देखा के प्याले के चारों तरफ से कद्दू तलाश कर के खा रहे थे, उसी रोज़ से मेरे दिल में कद्दु की रग़बत पैदा हो गई।" 📕 बुख़ारी : ५३७९ फायदा : अतिब्बा ने इस के…
- इमाम अबू दाऊद (रह.) आप का नाम सुलेमान और वालिद का नाम अशअस था, अबू दाऊद आप का शुरू ही से लकब था, आप की विलादत बा सआदत सन २०२ हिजरी में शहर “सजिस्तान” में हुई। आपने इल्म हासिल करने के लिए मिस्र, जजीरा, इराक और खुरासान वगैरा के सफ़र किए, आप बड़े बड़े हुफ्फाज़े हदीस और फुकहा…
- कै (उल्टी) के जरिये इलाज रसूलुल्लाह (ﷺ) ने कै (Vomit) की और फिर वुजू फ़रमाया। 📕 तिर्मिजी : ८७ वजाहत : अल्लामा इब्ने कय्यिम (रह.) लिखते हैं : कै(उलटी) से मेअदे की सफाई होती है और उस में ताकत आती है, आँखों की रौशनी तेज होती है, सर का भारी पन खत्म हो जाता है।…
- निमोनिया का इलाज रसूलुल्लाह (ﷺ) ने निमोनिया के लिये वर्स, कुस्त और रोग़ने जैतून पिलाने को मुफीद बतलाया है। फायदा : "वर्स" तिल के मानिंद एक किस्म की घास है, जिस से रंगाई का काम लिया जाता है और "कुस्त" एक खुशबूदार लकड़ी है जिस को ऊदे हिन्दी भी कहते हैं। 📕 इब्ने…
- दुनिया की चीज़ों में गौर व फिक्र करना कुरआन में अल्लाह तआला फरमाता है : "इसी (बारिश के पानी के जरिये अल्लाह तआला तुम्हारे लिये खेती, जैतून, खजूर और अंगूर और हर किस्म के फल उगाता है, यकीनन इन चीजों में गौर व फिक्र करने वालों के लिये बड़ी निशानियां है।" 📕 सूरह नहल ११
- खाने पीने की चीजों में गौर करने की दावत क़ुरान में अल्लाह तआला फ़रमाता है - "इन्सान को अपने खाने में गौर करना चाहिये के हम ने खूब पानी बरसाया, फिर हम ने अजीब तरीके से जमीन को फाड़ा, फिर हम ने उस ज़मीन में से ग़ल्ला, अंगूर, तरकारी, ज़ैतून और खजूर, घने बाग़, मेवे और चारा पैदा किया।…
- ग़लत हदीस बयान करने की सज़ा रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : "मेरी हदीस को बयान करने में एहतियात करो और वही बयान करो जिस का तुम्हें यक़ीनी इल्म हो, जो शख्स जान बूझ कर मेरी तरफ से कोई गलत बात बयान करे, वह अपना ठिकाना जहन्नम में बना ले।" 📕 तिर्मिज़ी: २९५१