10 जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). मदीना की चरागाह पर हमला, (2). काफिर का मरऊब हो जाना, (3). दाढ़ी रखने की अहमियत, (4). मगफिरत की दुआ, (5). अच्छे और बुरे अख़्लाक़ की मिसाल, (6). गैरुल्लाह को माबूद बनाने का गुनाह, (7). दुनिया की जाहिरी हालत…
जिन्नात की पैदाइश जिन्नात की पैदाइश कुरआन व हदीस में जिन्नों का तज़किरा कसरत से आया है, इंसानों से पहले ही उन की पैदाइश हो चुकी थी, अल्लाह तआला ने इन को आग से पैदा फरमाया, एक तवील ज़माने तक वह ज़मीन में…
18. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा 18 Rabi-ul-Akhir | Sirf Panch Minute ka Madarsa 1. इस्लामी तारीख मेअराज का सफर हिजरत से एक साल पहले हजूर (ﷺ) को सातों आसमानों की सैर कराई गई, जिस को "मेअराज" कहते हैं। क़ुरआने करीम में भी सराहत के साथ…
11 Rabi-ul-Awal | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा तारीख: क़ौमे सबा, अल्लाह की कुदरत: जानदारों के जिस्म में जोड़, फर्ज: बाजमात इंशा और फज्र की नमाज़ पढ़ना, सुन्नत: खाने में ऐब न लगाना, अपने अज़ीज़ की वफात पर सब्र करना ...
कुरआन में मानवता के लिए 99 सीधे आदेश ! जानिए जानिए ~ कुरआन में मानवता के लिए 99 सीधे आदेश। ۞ बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम ۞ 1. बदज़ुबानी से बचो। (सूरह 3:159) 2. गुस्से को पी जाओ। (सूरह 3:134) 3. दूसरों के साथ भलाई करो। (सूरह 4:36) 4. घमंड से बचो। (सूरह 7:13)…
क़ुरआन में माता-पिता और सन्तान से संबंधित शिक्षाएं ♥ क़ुरआन (17:23,24)तुम्हारे रब ने फै़सला कर दिया है कि तुम लोग किसी की बन्दगी न करो मगर सिर्फ़ उस (यानी अल्लाह) की, और माता-पिता के साथ अच्छे से अच्छा व्यवहार करो। अगर उनमें से कोई एक या दोनों तुम्हारे…
शेख अब्दुल कादिर जीलानी रह. (मुख़्तसर सिरत… शेख अब्दुल कादिर जीलानी रह. की मुख़्तसर सिरत, आपकी विलायत व बुजुर्गी और आपके अकीदतमंद मुरीदों के अक़ीदे का मुअजना आप ही के इरशादात की रौशनी में।
मुसलमानों के साइंसी कारनामे (Muslim… https://www.youtube.com/watch?v=mt75TIa1ul0 Muslim Scientist Ke Inventions Aur Karname By Adv. Faiz Syed मुसलमानों के साइंसी कारनामे Muslim Scientist who change the world मुसलमानों के लिए ज्ञान के क्या मायने हैं उसे कुरआन ने अपनी पहली ही आयत में स्पष्ट कर दिया…
12 Rabi-ul-Awal | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा तारीख: असहाबुल जन्नह (बाग़ वाले), जहन्नम के अज़ाब से बचने की दुआ, आँखों की बीनाई चले जाने पर सब्र करना, आँखों की बीनाई चले जाने पर सब्र करना, कम अज़ाब वाला दोज़खी ...