Namaz ka Tarika in Hindi : नमाज का तरीका |… नमाज़ का तरीका बहोत आसान है। नमाज़ या तो २ रक’आत की होती है, या ३, या ४ रक’आत की। एक रक’आत में एक क़याम, एक रुकू और दो सजदे होते है। नमाज़ का तरीका कुछ इस तरह है –
औलिया अल्लाह | Allah ke wali (Aulia Allah)… औलिया अल्लाह Aulia Allah (Allah ke Wali) ki Pehchan aur Sifat बिस्मिल्लाहि र्रहमानि र्रहीम शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान और बहुत रहम वाला है। सब तअरीफें अल्लाह तआला के लिए हैं। हम उसी का शुक्र अदा करते…
20. मुहर्रम | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा तारीख: हजरत इब्राहीम (अ.स) की दावत, मुअजिजा : एक इशारे में दरख्त का दो हिस्सा हो जाना, एक फ़र्ज़ : अपने घर वालों को नमाज़ का हुक्म देना, अहेम अमल : अल्लाह से रहम तलब करना, दोजख / जहन्नुम से…
भूत, प्रेत, बदरूह की हकीकत भूत, प्रेत, बदरूह: ये नाम अकसर इन्सानी ज़हन मे आते ही एक डरावनी और खबायिसी शख्सियत ज़ेहन मे आती हैं क्योकि मौजूदा मिडिया ने इन्सान को इस कदर गुमराह कर रखा हैं के जो नही हैं उसको इतनी खूबसूरती के…
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 30 https://www.youtube.com/playlist?list=PLqFqfE_wU2p6o-yao7hgl8YH54J1qoKQz Seerat un Nabi (ﷺ) Series: Part 30 बद्र की लड़ाई अबू सूफ़ियान ने मुसलमानों के आने की खबर सुन कर जमजम बिन अम्र को इसलिए मक्का भेजा था, ताकि वे उस की मदद के लिए आ जाएं। जमजम ने…
19. मुहर्रम | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा हज़रत इब्राहीम (अ.स) की कौम की हालत, अल्लाह की कुदरत : ज़बानों का मुख्तलिफ होना, एक फर्ज : कुरआन मजीद पर ईमान लाना, शतरंज खेलने का गुनाह, आख़िरत: अहले जन्नत का शुक्र अदा करना ...
2. जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). मदीना मुनव्वरा, (2). आँखों की बीनाई का लौट आना, (3). नमाज़ छोड़ने का नुकसान, (4). बुरे लोगों की सोहबत से बचने की दुआ, (5). अल्लाह की राह में अपनी जवानी लगाने की फ़ज़ीलत, (6). रसूल (ﷺ) के हुक्म को…
ज़कात क्या है ? और किसको देनी चाहिये ? ज़कात क्या है ? और किसको देनी चाहिये ? रमज़ान के अशरे में सब मुसलमान अपनी साल भर की कमाई की ज़कात निकालते है। तो ज़कात क्या है ? कुरआन मजीद में अल्लाह ने फ़र्माया है : "ज़कात तुम्हारी कमाई…
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 46 ✦ बनी कुरेजा की लड़ाई, ✦ किये को भुगतना पड़ा ✦ क़िले को घेर लेने का हुक्म ✦ अहदनामा तोड़ने की सजा...
2 thoughts on “अल्लाह की राह में अपनी जवानी लगाने की फ़ज़ीलत”
Assalamualaikum
Walekum Assalam wa rehmatullahi wa barkatuhu