भूत, प्रेत, बदरूह की हकीकत भूत, प्रेत, बदरूह: ये नाम अकसर इन्सानी ज़हन मे आते ही एक डरावनी और खबायिसी शख्सियत ज़ेहन मे आती हैं क्योकि मौजूदा मिडिया ने इन्सान को इस कदर गुमराह कर रखा हैं के जो नही हैं उसको इतनी खूबसूरती के…
इस्लाम में पड़ोसी के अधिकार – लाला काशीराम चावला हजरत मुहम्मद (सल्ललाहो अलाही वसल्लम) ने पड़ोसियों की खोज खबर लेने की बड़ी ताकीद की है, और इस बात पर बहुत बल दिया है कि कोई मुसलमान अपने पड़ोसी के कष्ट और दुख से बेखबर ना रहे। एक अवसर पर…
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 45 ✦ खंदक की लड़ाई, खंदक़ खोदने का मशविरा, अल्लाह की मदद, क़बीला बनु नजीर के यहूदी देश से निकाले जाने पर कुछ तो मुल्क शाम चले गये थे और ...
मुस्लिम बेहनों के लिए कुरआन सुन्नत से 50 नसीहतें… मुस्लिम बेहनों के लिए कुरआन सुन्नत से 50 नसीहतें बिस्मिल्लाहिरहमानिर्रहीम! अल्हम्दुलिल्लाह वस्सलातु वसल्लामु अला रसूलिल्लाहि (ﷺ) ऐ मुस्लिम बहन! मुस्लिम का मतलब होता है, अल्लाह का फर्माबरदार (आज्ञाकारी) होना. इस्लाम में यह ज़िम्मेदारी मर्द व औरत दोनों पर एक समान रूप से…
आज़ादी मुबारक .... ये आज़ादी हमें याद… तमाम हिन्दोस्तानी भाई बहनों को यौम-ए-आज़ादी मुबारक (Happy Independence Day) ये आज़ादी हमें याद दिलाती है, कि हम उन ज़ालिम अंग्रेजो से मुकाबला कर के कभी उनके चंगुल से छूट न पाएँ, इसलिए 1857 की आज़ादी की पहली जंग के…
मुस्लिम औरत | दुनिया की सबसे बेहतरीन पूंजी इस पोस्ट में हम मुस्लिम औरत की पहचान और खूबियाँ, उसकी जिम्मेदारियां, और उसको मिलने वाले हुकूक, उसकी नादानियों और शर्र की वजह से होने वाले हश्र पर गौर करेंगे। मुस्लिम ख़्वातीन से मुताअ़ल्लिक़ मोअ्तबर अह़ादीस़ का एक मुख़्तसर मजूमुआ…
निकाह के मसाइल | ख़ुत्बाए निकाह, मेहर,… निकाह के मसाइल, ख़ुत्बाए निकाह, मेहर, हमबिस्तरी की दुआ और आदाब, वलीमा, निकाह की दुआ, बेहतरीन शोहर और बीवी की मिसाल ...
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 8 https://www.youtube.com/watch?v=UnBm3khmrvY Seerat un Nabi (ﷺ) Series: Part 8 पेज: 66 समझौते की बात ईमान लाने पर मुसलमानों पर बड़े से बड़ा जुल्म किया गया, इतना जुल्म किया गया कि आज हम में से कोई आदमी सोच भी नहीं सकता। यह…
2. जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). मदीना मुनव्वरा, (2). आँखों की बीनाई का लौट आना, (3). नमाज़ छोड़ने का नुकसान, (4). बुरे लोगों की सोहबत से बचने की दुआ, (5). अल्लाह की राह में अपनी जवानी लगाने की फ़ज़ीलत, (6). रसूल (ﷺ) के हुक्म को…