Tag Archives: हदीस

नमाजे अस्र की अहमियत

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया : “जिस शख्स ने अस्र की नमाज़ छोड़ दी, तो उस... [Read More]

हज़रत मिकाईल की हालत

आप (ﷺ) ने हज़रत जिब्रईल से दर्याप्त फ़रमाया : “क्या बात है ? मैं ने... [Read More]

इख्तेलाफ़, निफ़ाक और बुरे अख्लाक से अल्लाह की पनाह मांगना

रसूलुल्लाह (ﷺ) अक्सर यह दुआ किया करते थे : तर्जमा: “ऐ अल्लाह ! मैं आपस... [Read More]

दुनिया का कोई भरोसा नहीं

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया : “इस दुनिया की मिसाल उस कपड़े की सी है, जिस... [Read More]

झूठी कसम खाने का वबाल

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया : “जो शख्स झूटी कसम खाए, ताके उस के ज़रिए किसी... [Read More]

दुआ के वक्त हाथों को उठाना

रसूलुल्लाह (ﷺ) दुआ के वक्त हाथों को इतना उठाते थे के आपकी बगल मुबारक जाहिर... [Read More]

मोहब्बत पाने का तरीका

एक शख्स ने रसूलुल्लाह (ﷺ) से अर्ज किया : ऐ अल्लाह के रसूल ! मुझे... [Read More]

किसी के सतर को देखने का गुनाह

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “अल्लाह तआला लानत करता हैं, उस शख्स पर जो जान... [Read More]

इजाजत न मिले तो अंदर दाखिल न हो: हदीस

इजाजत न मिले तो अंदर दाखिल न हो रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया :  “जब तुम... [Read More]

सबसे ज्यादा आज़माइश किन लोगों की हुई?

हदीसे नबवी ﷺ सबसे ज्यादा आज़माइश किन लोगों की हुई? हज़रत मुसब बिन साद रज़िअल्लाहु... [Read More]

दुनिया में खुद को मशगूल न करो

रसुलअल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया : “तुम में से कयामत के दिन मुझ से ज़ियादा करीब... [Read More]

अमल का दारोमदार नियत पर है | Amal ka Daromadar Niyat par hai: Hadees

हदीस: अमल का दारोमदार नियत पर है और हर शक्स को वही मिलता है जिसकी... [Read More]

शोहर के इजाजत की अहमियत: हदीस | Shohar ki ijazat Hadees

शोहर के इजाजत की अहमियत: हदीस अबू हरैराह (रज़ी) से रिवायत है के, अल्लाह के... [Read More]

कीसी की तकलीफ दूर करने का सवाब: हदीस

किसी की तकलीफ दूर करने का सवाब: हदीस रसूलअल्लाह (ﷺ) फरमाते है: “जिस शख्स ने... [Read More]

सब से बेहतरीन दवा

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया:  “सबसे बेहतरीन दवा कुरआन है।” 📕 इब्ने माजा: ३५३३ फायदा : उलमाए... [Read More]

खाने के बाद शुक्र अदा करने की फ़ज़ीलत

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया : “खाना खा कर जो (अल्लाह का) शुक्र अदा करता है,... [Read More]

जहन्नुम की गहराई

दोजख (जहन्नुम) की गहराई रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया :  “एक पत्थर को जहन्नम के किनारे... [Read More]

घर में नफील नमाज़ पढ़ने की फ़ज़ीलत

घर में नफील नमाज़ पढ़ने की फ़ज़ीलत रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया :  “जब तुम में... [Read More]

ईद के बाद शव्वाल के 6 रोजे की फ़ज़ीलत

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया: “जो शख्स रमजान के रोजों को रखने के बाद शव्वाल के... [Read More]

वालिदैन की नाफरमानी और जुल्म करने का गुनाह

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “तुम जुल्म व सितम करने से बचो ! क्योंकि जुल्म... [Read More]