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बुरी नज़र (Evil Eye) एक हकीकत है, जिससे नबी ﷺ ने भी पनाह माँगी और अपने नवासों हज़रत हसन और हुसैन के लिए भी दुआएँ पढ़ीं। इस लेख में हम बताएंगे नज़र से बचने की दुआ, नज़र उतारने की दुआ, और इस्लामी हदीस व तफसीर के हवाले से इससे बचाव का तरीका।
💠 Nazar Se Bachne Ki Dua in Arabic
مَا شَاءَ اللَّهُ لَا قُوَّةَ إِلَّا بِاللَّهِ
📝 Hindi Transliteration
माशाअल्लाहु लाकुव्व-त- इल्ला बिल्लाह
📖 Tarjuma in Hindi
जो अल्लाह चाहे, कोई ताक़त नहीं मगर अल्लाह की मदद से।
📘 सूरह कहफ़ – आयत 39
💠 Nazar Utarne Ki Dua in Arabic
اَعُوذُ بِكَلِمَاتِ اللهِ التّامَّةِ مِنْ كُلِّ شَيْطَانٍ وَهَامَّةٍ وَ مِنْ كُلِّ عَيْنٍ لَّامَّةٍ
📝 Hindi Transliteration
अऊज़ु बि-कलिमातिल्लाहित्ताम्माती मिं कुल्लि शैतानिं व हाम्मतिं व मिं कुल्लि अइनिल्लाम्मह
📖 Tarjuma in Hindi
मैं अल्लाह के पूरे कलिमों के ज़रिए हर शैतान, ज़हरीले जानवर और बुरी नज़र की बुराई से पनाह माँगता हूँ।
📕 सहीह बुख़ारी : बदउलख़ल्क (2/315)
वजाहत : रसूलुल्लाह ﷺ हज़रत हसन और हज़रत हुसैन के लिए इन कलिमों से पनाह माँगते थे।
और फरमाते थे के हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम हज़रत इस्माईल अलैहिस्सलाम और हज़रत इस्हाक अलैहिस्सलाम के लिए इन कलिमों से पनाह माँगा करते थे।
📜 बुरी नज़र से जुड़ी हदीसें
- “नज़र आदमी को कब्र में डाल देती है और ऊँट को हाँडी में।”
(हदीस: अल सिलसिला तुस साहिहा 2325) - “मेरी उम्मत के ज़्यादातर लोग जो फौत होंगे, वो नज़र लगने से होंगे।”
(हदीस – अल-सिलसिला-अस-सहिहा, 3238)
📌 तशरीह: बुरी नज़र से इन्सान को गंभीर नुक़सान हो सकता है, यहाँ तक कि जान भी जा सकती है।