नमाज़ में अक्सर पढ़ी जाने वाली कुरआन की सूरह और उनका हिंदी तर्जुमा
۞ Bismillah-Hirrahman-Nirrahim ۞
यूँ तो क़ुरआन की हर सूरह नमाज़ में पढ़ी जा सकती है , लेकिन हम यहाँ सिर्फ ७ ही सूरह का ज़िक्र कर रहे है जो बोहोत ही आसान है और अक्सर इन्हे नमाज़ में पढ़ा जाता है।
Surah Al-Fatiha | Surah Al Kausar | Surah Al Falaq | Surah An Naas | Surah Al Ikhlas | Surah Kaafiruun | Surah Al Qadr
۞ Surah Al-Fatiha [01]
Arabic Verse
- بِسْمِ اللَّـهِ الرَّحْمَـٰنِ الرَّحِيم ①ِ
- الْحَمْدُ لِلَّـهِ رَبِّ الْعَالَمِينَ ②
- الرَّحْمَـٰنِ الرَّحِيمِ ③
- مَالِكِ يَوْمِ الدِّينِ ④
- إِيَّاكَ نَعْبُدُ وَإِيَّاكَ نَسْتَعِينُ ⑤
- اهْدِنَا الصِّرَاطَ الْمُسْتَقِيمَ ⑥
- صِرَاطَ الَّذِينَ أَنْعَمْتَ عَلَيْهِمْ غَيْرِ الْمَغْضُوبِ عَلَيْهِمْ وَلَا الضَّالِّينَ ⑦
Transliteration
- बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
- अल्हम्दु लिल्लाहि रब्बिल आलमीन
- अर्रहमानिर्रहीम
- मालिकि यौमिद्दीन
- इय्या-क न बुदु व इय्या-क नस्तीइन
- इहदिनस्सिरातल्-मुस्तकीम
- सिरातल्लज़ी-न अन्अम्-त अलैहिम गैरिल्-मग़जूबि अलैहिम् व लज्जॉल्लीन
सुरः अल-फातिहा: तर्जुमा
- अल्लाह के नाम से जो रहमान व रहीम है।
- तारीफ़ अल्लाह ही के लिये है जो तमाम क़ायनात का रब है।
- रहमान और रहीम है।
- रोज़े जज़ा का मालिक है।
- हम तेरी ही इबादत करते हैं, और तुझ ही से मदद मांगते है।
- हमें सीधा रास्ता दिखा।
- उन लोगों का रास्ता जिन पर तूने इनाम फ़रमाया जो माअतूब नहीं हुए, जो भटके हुए नहीं है।
۞ Surah Al Kausar [108]
Arabic Verse
بِسْمِ اللَّـهِ الرَّحْمَـٰنِ الرَّحِيمِ
- إِنَّا أَعْطَيْنَاكَ الْكَوْثَر ①
- فَصَلِّ لِرَبِّكَ وَانْحَرْ ②
- إِنَّ شَانِئَكَ هُوَ الْأَبْتَرُ ③
Transliteration
बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
- इन्ना आतय ना कल कौसर
- फसल्लि लिरब्बिका वन्हर
- इन्ना शानिअका हुवल अब्तर
सुरः अल-कौसर: तर्जुमा
अल्लाह के नाम से जो रहमान व रहीम है।
- (हे नबी!) हमने तुम्हें कौसर प्रदान किया है।
- तो तुम अपने पालनहार के लिए नमाज़ पढ़ो तथा बलि दो।
- निःसंदेह तुम्हारा शत्रु ही बे नाम निशान है।
۞ Surah Al Falaq [113]
Arabic Verse
بِسْمِ اللَّـهِ الرَّحْمَـٰنِ الرَّحِيمِ
- قُلْ أَعُوذُ بِرَبِّ الْفَلَقِ ①
- مِن شَرِّ مَا خَلَقَ ②
- وَمِن شَرِّ غَاسِقٍ إِذَا وَقَبَ ③
- ِوَمِن شَرِّ النَّفَّاثَاتِ فِي الْعُقَدِ ④
- وَمِن شَرِّ حَاسِدٍ إِذَا حَسَدَِ ⑤
Transliteration
बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
- कुल अऊजु बिरब्बिल फलक
- मिन शर रिमा ख़लक़
- वामिन शर रिग़ासिकिन इज़ा वकब
- वमिन शर रिन नफ़फ़ासाति फ़िल उक़द
- वमिन शर रि हासिदिन इज़ा हसद
सुरः अल-फलक: तर्जुमा
अल्लाह के नाम से जो रहमान व रहीम है।
- (ऐ रसूल) तुम कह दो कि मैं सुबह के मालिक की
- हर चीज़ की बुराई से जो उसने पैदा की पनाह माँगता हूँ
- और अंधेरीरात की बुराई से जब उसका अंधेरा छा जाए
- और गन्डों पर फूँकने वालियों की बुराई से
- (जब फूँके) और हसद करने वाले की बुराई से
۞ Surah An Naas [114]
Arabic Verse
بِسْمِ اللَّـهِ الرَّحْمَـٰنِ الرَّحِيمِ
- قُلْ أَعُوذُ بِرَبِّ النَّاسِ ①
- مَلِكِ النَّاسِ ②
- إِلَـٰهِ النَّاسِ ③
- مِن شَرِّ الْوَسْوَاسِ الْخَنَّاسِ ④
- الَّذِي يُوَسْوِسُ فِي صُدُورِ النَّاسِ ⑤
- مِنَ الْجِنَّةِ وَالنَّاسِ ⑥
Transliteration
बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
- कुल अऊजु बिरब्बिन नास
- मलिकिन नास
- इलाहिन नास
- मिन शर रिल वसवा सिल खन्नास
- अल्लज़ी युवस विसु फी सुदूरिन नास
- मिनल जिन्नति वन नास
सुरः अन-नास : तर्जुमा
अल्लाह के नाम से जो रहमान व रहीम है।
- (ऐ रसूल) तुम कह दो मैं लोगों के परवरदिगार
- लोगों के बादशाह
- लोगों के माबूद की (शैतानी)
- वसवसे की बुराई से पनाह माँगता हूँ
- जो (ख़ुदा के नाम से) पीछे हट जाता है जो लोगों के दिलों में वसवसे डाला करता है
- जिन्नात में से ख्वाह आदमियों में से
۞ Surah Al Ikhlas [112]
Arabic Verse
بِسْمِ اللَّـهِ الرَّحْمَـٰنِ الرَّحِيمِ
- قُلْ هُوَ اللَّـهُ أَحَدٌ ①
- اللَّـهُ الصَّمَدُ ②
- لَمْ يَلِدْ وَلَمْ يُولَدْ ③
- وَلَمْ يَكُن لَّهُ كُفُوًا أَحَدٌ ④
Transliteration
बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
- कुल हुवल लाहू अहद
- अल्लाहुस समद
- लम यलिद वलम यूलद
- वलम यकूल लहू कुफुवन अहद
सुरः इखलास: तर्जुमा
अल्लाह के नाम से जो रहमान व रहीम है।
- (ऐ रसूल) तुम कह दो कि ख़ुदा एक है
- ख़ुदा बरहक़ बेनियाज़ है
- न उसने किसी को जना न उसको किसी ने जना
- और उसका कोई हमसर नहीं
۞ Surah Kaafiroon [109]
Arabic Verse
بِسْمِ اللَّـهِ الرَّحْمَـٰنِ الرَّحِيمِ
- قُلْ يَا أَيُّهَا الْكَافِرُونَ ①
- لَا أَعْبُدُ مَا تَعْبُدُونَ ②
- وَلَا أَنتُمْ عَابِدُونَ مَا أَعْبُدُ ③
- وَلَا أَنَا عَابِدٌ مَّا عَبَدتُّمْ ④
- وَلَا أَنتُمْ عَابِدُونَ مَا أَعْبُدُ ⑤
- لَكُمْ دِينُكُمْ وَلِيَ دِينِ ⑥
Transliteration
बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
- कुल या अय्युहल काफिरून
- ला अ’अबुदु मा तअ’बुदून
- वला अन्तुम आबिदूना मा अ’अबुद
- वला अना आबिदुम मा अबद्तुम
- वला अन्तुम आबिदूना मा अअ’बुद
- लकुम दीनुकुम वलिय दीन
सुरः काफ़िरून: तर्जुमा
अल्लाह के नाम से जो रहमान व रहीम है।
- (ऐ रसूल) तुम कह दो कि ऐ काफिरों!
- तुम जिन चीज़ों को पूजते हो, मैं उनको नहीं पूजता
- और जिस (ख़ुदा) की मैं इबादत करता हूँ उसकी तुम इबादत नहीं करते
- और जिन्हें तुम पूजते हो मैं उनका पूजने वाला नहीं
- और जिसकी मैं इबादत करता हूँ उसकी तुम इबादत करने वाले नहीं
- तुम्हारे लिए तुम्हारा दीन मेरे लिए मेरा दीन
۞ Surah Al Qadr [97]
Arabic Verse
بِسْمِ اللَّـهِ الرَّحْمَـٰنِ الرَّحِيمِ
- إِنَّا أَنزَلْنَاهُ فِي لَيْلَةِ الْقَدْرِ ①
- وَمَا أَدْرَاكَ مَا لَيْلَةُ الْقَدْرِ ②
- لَيْلَةُ الْقَدْرِ خَيْرٌ مِّنْ أَلْفِ شَهْرٍ ③
- تَنَزَّلُ الْمَلَائِكَةُ وَالرُّوحُ فِيهَا بِإِذْنِ رَبِّهِم مِّن كُلِّ أَمْرٍ ④
- سَلَامٌ هِيَ حَتَّىٰ مَطْلَعِ الْفَجْرِ ⑤
Transliteration
बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
- इन्ना अनज़ल नाहु फ़ी लैलतिल कद्र
- वमा अदरा कमा लैलतुल कद्र
- लय्लतुल कदरि खैरुम मिन अल्फि शह्र
- तनज़ ज़लूल मला इकतु वररूहु फ़ीहा बिइज़्नि रब्बिहिम मिन कुल्लि अम्र
- सलामुन हिय हत्ता मत लइल फज्र
सुरह क़द्र: तर्जुमा
अल्लाह के नाम से जो रहमान व रहीम है।
- हम ने कुरान को शबे क़द्र में उतारा है
- और आप को मालूम है कि शबे क़द्र क्या है ?
- शबे क़द्र हज़ार महीनों से बेहतर है
- जिस में फ़रिश्ते रूहुल क़ुदुस (जिबरईल अलैहिस सलाम) अपने रब की इजाज़त से हर हुक्म को लेकर उतरते हैं
- ये रात सरापा सलामती है, जो सुबह होने तक रहती है
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