Tag Archives: हदीस
तीन आदमी अल्लाह की जमानत में है
रसूलअल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया: “तीन आदमी की अल्लाह ने जमानत ले रखी है, अगर वह... [Read More]
जकात न देने का गुनाह
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : “जकात का अदा न करने वाला क़यामत के दिन जहन्नम... [Read More]
अजनबी औरत से मिलने का गुनाह
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “तुम में से किसी के सर में लोहे की कील... [Read More]
बीवियों के साथ अच्छा सुलूक करना
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : “ईमान वालों में ज़ियादा मुकम्मल ईमान वाले वह लोग हैं,... [Read More]
जमात से नमाज़ अदा करना
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया: “जिस ने तक्बीरे ऊला के साथ चालीस दिन तक अल्लाह की... [Read More]
गुर्दे की बीमारियों का इलाज
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया – “पहलू के दर्द का सबब गुर्दे की नस है, जब... [Read More]
इल्मे दीन को छुपाने का गुनाह
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “जिसने इल्म को छुपाया, क़यामत के दिन उस को आग... [Read More]
बेवा या तलाकशुदा बेटी की कफालत की फजीलत
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने एक मर्तबा फ़रमाया – “क्या मैं तुम्हें बेहतरीन सदक़ा न बताऊं? तेरी... [Read More]
थोड़ी सी रोज़ी पर रहने की फ़ज़ीलत
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “जो शख्स अल्लाह तआला से थोड़ी रोजी पर राजी रहे,... [Read More]
मौत की आरज़ू कभी मत करो
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया – तकलीफ़ और बीमारी की वजह से मौत की आरज़ू मत... [Read More]
हिजामा के फायदे: मुफीद तरीन इलाज
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : “मुझे जिब्रईल (र.अ) ने यह बात बताई के हजामत (... [Read More]
छींक आए तो मुंह पर कपड़ा या हाथ रख ले
रसूलुल्लाह (ﷺ) को जब छींक आती, तो आवाज को आहिस्ता करते और चेहर-ए-मुबारक कपड़े से,... [Read More]
खुशू व खुजू से नमाज़ अदा करना
۞ हदीस: रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : “जो कोई खूब अच्छी तरह वुजू करे और... [Read More]
माल की चाहत
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “लोगों पर एक ज़माना ऐसा आएगा जिस में (लोगों को... [Read More]
मेहर अदा ना करने का गुनाह
रसूलल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “जिस आदमी ने किसी औरत से मेहर के बदले निकाह... [Read More]
अल्लाह के ज़िक्र की फ़ज़ीलत
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “जो शख्स सुबह को सौ मर्तबा और शाम को सौ... [Read More]
दरवाज़े पर सलाम करने की सुन्नत
रसूलुल्लाह (ﷺ) जब किसी के घर के दरवाज़े पर आते, तो बिल्कुल सामने खड़े ना... [Read More]
बग़ैर वुजू के नमाज़ नहीं होती
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया : “इस्लाम में उस शख्स का कुछ भी हिस्सा नहीं जो... [Read More]
कलौंजी में मौत के सिवा हर बीमारी का इलाज
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “तुम इस कलौंजी (मंगरैला) को इस्तेमाल करो, क्योंकि इस में... [Read More]
जन्नती का ताज
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: “अहले जन्नत के सर पर ऐसे ताज होंगे, जिन का अदना... [Read More]
माल के मुताल्लिक़ फ़रिश्तों का एलान
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “हर रोज़ जब अल्लाह के बन्दे सुबह को उठते हैं,... [Read More]
दुनिया के लालची अल्लाह की रहमत से दूर होंगे
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया : “क़यामत करीब आ चुकी है और लोग दुनिया की हिर्स... [Read More]
सज्दा करने का सुन्नत का तरीका
रसूलुल्लाह (ﷺ) जब सज्दा फरमाते तो अपनी नाक और पेशानी को जमीन पर रखते और... [Read More]
अज़ान के बाद दुआ पढ़ना
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया: “जो बन्दा अजान सुनते वक़्त अल्लाह से यूँ दुआ करे: Allahumma... [Read More]
आप (ﷺ) की आखरी वसिय्यत
रसूलल्लाह (ﷺ) ने आखरी वसिय्यत यह इरशाद फ़रमाई : “नमाजों और अपने ग़ुलामों के बारे... [Read More]
बीवियों को सलाम करना
हज़रत उम्मे सलमा (र.अ) बयान करती हैं के: “आप (ﷺ) रोजाना सुबह के वक्त बीवियों... [Read More]
जियादा देर धूप में बैठने के नुक्सानात
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया: “धूप में बैठने से बचो, क्योंकि उस से कपड़े खराब होते... [Read More]
क़यामत से पहले माल का ज़ियादा होना
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने इरशाद फर्माया : “उस वक़्त तक क़यामत नहीं आएगी जब तक तुम्हारे... [Read More]
रात के आखरी हिस्से में अल्लाह अपने बन्दे से करीब होता हैं
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “अल्लाह तआला रात के आखरी हिस्से में बन्दे से बहुत... [Read More]
शहद और कुरआन से शिफा
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “तुम अपने लिए शिफा की दो चीजों : यानी शहद... [Read More]
कब्र में ही ठिकाने का फैसला
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया: “जब तुम में से कोई वफात पा जाता है, तो उस... [Read More]
शिर्क और कत्ल करने का गुनाह
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: “अल्लाह तआला हर गुनाह को माफ कर सकता है, मगर उस... [Read More]
वुजू कर के इमाम के साथ नमाज अदा करने की फ़ज़ीलत
रसुलल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “जिस ने अच्छी तरह मुकम्मल वुजू किया, फिर फर्ज नमाज... [Read More]
नमाज के बाद दूसरी नमाज़ का इंतज़ार करने की फ़ज़ीलत
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: “तकलीफ और नागवारी के बावजूद पूरी तरह मुकम्मल वुजू करना, मस्जिदों... [Read More]
अच्छी तरह वुजू कर के नमाज़ के लिये मस्जिद जाने की फ़ज़ीलत
रसूलल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “तुम में से जो शख्स अच्छी तरह मुकम्मल वुजू करता... [Read More]
वुजू में तीन मर्तबा कुल्ली करना
हजरत अली (र.अ) रसूलुल्लाह (ﷺ) के वुजू की कैफियत बयान करते हुए फ़र्माते हैं के... [Read More]
लोगों की जरूरतें पूरी करने वालो की फ़ज़ीलत
रसूलल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “अल्लाह तआला ने कुछ बन्दों को लोगों की जरूरत पूरी... [Read More]
बेवा और मिस्कीन की मदद करने की फजीलत
रसलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया: “बेवा और मिस्कीन के कामों में जद्दो जहद करने वाला अल्लाह... [Read More]
दुनिया व आखिरत में आफियत की दुआ
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया : बन्दे की अपने रब से माँगी जाने वाली दुआओं में... [Read More]
कब्र या तो जन्नत का बाग़ या जहन्नुम का गढ़ा है
रसूलल्लाह (ﷺ) ने फरमाया: “कब्र या तो जन्नत के बागों में से एक बाग़ है... [Read More]
मुसलमान को कपड़ा पहनाने की फ़ज़ीलत
रसूलल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “जिसने किसी मुसलमान को कपड़ा पहनाया, जब तक उस के... [Read More]
इल्म की फजीलत
रसूलल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : “इल्म की फजीलत इबादत की फजीलत से बेहतर है और... [Read More]
इल्म सीखते हुए वफात पा जाने की फ़ज़ीलत
रसूलल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “जिस को इल्म सीखते हुए मौत आजाए, वह इस हाल... [Read More]
जमात के लिये मस्जिद जाने की फ़ज़ीलत
रसूलल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: “जो शख्स बाजमात नमाज के लिये मस्जिद में जाए तो आते... [Read More]
मस्जिद में दुनिया की बातें करने का गुनाह
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया: “एक जमाना ऐसा आएगा के लोग मस्जिद में हलके लगाकर दुनियावी... [Read More]
मस्जिद में दाखिल होने के लिए पाक होना
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया: “किसी हाइजा औरत और किसी जनबी : यानी नापाक आदमी के... [Read More]
दुनियादार का घर और माल
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “दुनिया उस शख्स का घर है, जिसका (आखिरत में) कोई... [Read More]
किसी मुसलमान की ग़ीबत और बेइज्जती की सजा
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया: “जिस ने किसी मुसलमान (की गीबत की और उस की ग़ीबत)... [Read More]
कुरआन पढ़ना और उस पर अमल करना
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “जिसने कुरआन पढ़ा और उसके हुक्मों पर अमल किया, तो... [Read More]
नमाज़े गुनाहों को मिटा देती हैं
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने सहाबा से पूछा: “अगर किसी के दरवाजे पर एक नहर हो और... [Read More]
हलीला से हर बीमारी का इलाज
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया: “हलील-ए-सियाह को पिया करो इस लिए के यह जन्नत के पौदों... [Read More]
आदमी का दुनिया में कितना हक़ है
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया: “इब्ने आदम को दुनिया में सिर्फ चार चीजों के अलावा और... [Read More]
बुरी मौत से हिफाज़त का जरिया
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “सदका अल्लाह तआला के गुस्से को ठंडा करता है और इन्सान... [Read More]
किसी मंजिल से चलते वक़्त नमाज़ पढ़ना
हज़रत अनस (र.अ) बयान करते हैं के: “रसूलुल्लाह (ﷺ) किसी जगह कयाम करते और फिर... [Read More]
जहन्नुम से नजात की दुआ
रसलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया: “जब तुम मग़रिब की नमाज़ से फारिग हो जाओ, तो सात... [Read More]
मुसलमानों को तकलीफ देने का गुनाह
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “जिस शख्स ने किसी मुसलमान को तकलीफ दी, उस ने मुझे... [Read More]
अल्लाह का ज़िक्र करने वाला जिन्दा है, और न करने वाला मुर्दा
रसूलल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “जो शख्स अपने रब का जिक्र करे और जो अल्लाह... [Read More]
हदिया कबूल करना
हजरत आयशा (र.अ) बयान करती है: रसूलुल्लाह (ﷺ) हदिया कबूल फर्माते थे और उसका बदला... [Read More]
खुश्बू को रद्द नहीं करना चाहिये
रसूलल्लाह (ﷺ) को जब खुशबु का हदिया दिया जाता, तो आप (ﷺ) उस को रद्द... [Read More]
दावत देने वाले की दावत कबूल कर लो
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “दावत देने वाले की दावत कबूल कर लो और हदिया... [Read More]
दुनिया से बेरगबती रखने वाले मोमिन से दोस्ती करो
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया: “जब तुम किसी ऐसे मोमिन को देखो जिसे दुनिया से बेरगबती... [Read More]
दुनिया से बेरग़वती का इनाम
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया: “जो शख्स जन्नत का ख्वाहिश मन्द होगा वह भलाई में जल्दी... [Read More]
दुनिया से बेरग़बती पैदा करना
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया: “मौत का (जिक्र) दुनिया से बेगरगबती करने और आखिरत की तलब... [Read More]
अल्लाह के वास्ते मुहब्बत करना
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “अल्लाह तआला फर्माता है, जो लोग मेरी अजमत व जलाल... [Read More]
सदका-ए-जारिया, नफ़ाबख्श इल्म और नेक औलाद की फ़ज़ीलत
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया : “जब आदम की औलाद का इंतकाल होता है, तो तीन... [Read More]
किसी गुनाह को छोटा और मामूली न समझो
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया: “ऐ आयशा खुद को उन गुनाहों से भी बचाने की कोशिश... [Read More]
जहन्नम के दरवाजे का फासला
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “जहन्नम के सात दरवाजे हैं, हर दो दरवाजों के दर्मियान... [Read More]
सब से बड़ा तक़वे वाला कौन है
एक शख्स ने रसूलल्लाह (ﷺ) की खिदमत में आकर अर्ज़ किया: “ऐ अल्लाह के रसूल... [Read More]
दोज़ख़ (जहन्नुम) की दीवार की चौड़ाई
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “दोजख की आग की कनातों को चार दीवारों ने घेर... [Read More]
सिफारिश पर बतौरे हदिया माल लेना एक गुनाह
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “किसी ने अपने (मुसलमान) भाई की किसी चीज़ में सिफारिश... [Read More]
ज़ियादा अमल की तमन्ना
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “अगर कोई बन्दा पैदाइश के दिन से मौत आने तक... [Read More]
किसी की बात को छुप कर सुनने का गुनाह
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया: “जिस ने दूसरों की कोई ऐसी बात छुप कर सुनी जिस... [Read More]
वुजू में चमड़े के मोज़े पर मसह करना
हज़रत अली (र.अ) फ़र्माते हैं : “मैं ने हुजूर (ﷺ) को मोज़े के ऊपर के... [Read More]
लोगों के लिये वही चीज पसंद करो जो तुम अपने लिये पसंद करते हो
रसूलअल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “तक़वा व परहेजगारी इख्तियार करो, सब से बड़े इबादत गुजार... [Read More]
पड़ोसी को तकलीफ देने का गुनाह
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : “जिसने अपने पड़ोसी को तकलीफ दी, उस ने मुझे तकलीफ... [Read More]
औरत पर सब से ज़्यादा हक़ उस के शौहर का है
۞ हदीस: हज़रत आयशा रज़ि० ने रसूलुल्लाह (ﷺ) से पूछा के औरत पर तमाम लोगों... [Read More]
इल्म हासिल करना फ़र्ज़ है …
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “इल्म हासिल करना हर मुसलमान पर फर्ज है।” 📕 इब्ने... [Read More]
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अस्तगफार कि दुआ (जिसने ये दुआ की उसके सारे गुनाह मुआफ कर दिए गए)
۞ हदीस: ज़ैद (र.अ) से रिवायत है के, रसूलल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: जिसने ये कहा... [Read More]
बीमार की नमाज़
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : “नमाज़ खड़े होकर अदा करो: अगर ताक़त न हो तो... [Read More]
खुजली का इलाज
हजरत अनस बिन मालिक (र.अ) फर्माते हैं के : रसूलल्लाह (ﷺ) ने हज़रत अब्दुर्रहमान बिन... [Read More]
अपने घर वालों को खिलाना पिलाना
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: “जो तुमने खुद खा लिया वह तुम्हारे लिये सदका है और... [Read More]
माँ बाप पर लानत भेजने का गुनाह
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया: “(शिर्क के बाद) सब से बड़ा गुनाह यह है के आदमी... [Read More]
शर्म व हया ईमान का जुज़ है
रसूलल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “ईमान के साठ से ऊपर या सत्तर से कुछ जायद... [Read More]
पड़ोसी के साथ अच्छा सुलूक करना
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “अल्लाह के नज़दीक बेहतरीन साथी (दोस्त) वह है, जो अपने... [Read More]
ईमान की बरकत से जहन्नम से छुटकारा
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : जब जन्नती जन्नत में चले जाएंगे और जहन्नमी जहन्नम में... [Read More]
कयामत किन लोगों पर आएगी
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : “कयामत सिर्फ बदतरीन लोगों पर ही आएगी।” 📕 मुस्लिम :... [Read More]
दुनिया में लगे रहने का अंजाम
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : “जो शख्स (दुनिया की जेब व जीनत को देख कर... [Read More]
इजार या पैन्ट टखने से नीचे पहनने का गुनाह
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “जो शख्स तकब्बुर के तौर पर अपने इज़ार को टखने... [Read More]
सामान ऐब बताए बगैर फरोख्त करने का गुनाह
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “मुसलमान मुसलमान का भाई है और किसी मुसलमान के लिये... [Read More]
जन्नतुल फिरदौस का दर्जा
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “जब तुम अल्लाह तआला से सवाल करो, तो जन्नतुल फिरदौस... [Read More]
घरवालों पर सवाब की नियत से खर्च करना भी सदक़ा है
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “जब आदमी अपने अहले खाना पर सवाब की निय्यत से... [Read More]
अहले जन्नत की उम्र
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया: “जन्नती लोग जन्नत में बगैर दाढ़ी के सुरमा लगाए हुए तीस... [Read More]
कम दर्जे वाले जन्नती का इनाम
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया – “अदना दर्जे का जन्नती वह होगा, जिस के एक हज़ार... [Read More]
घर वालों से नेक बरताव करना
हजरत आयशा (र.अ) फर्माती हैं के – आप (ﷺ) ने ग़ज़वे के अलावा कभी भी... [Read More]
नमाज़ के लिये पैदल आना
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “सब से जियादा नमाज का सवाब उस आदमी को मिलेगा... [Read More]
नमाज़ में इमाम की पैरवी करना
हज़रत अबू हुरैरह (र.अ) फ़र्माते हैं के रसूलुल्लाह (ﷺ) हमें सिखाते थे के “(नमाज़ में)... [Read More]
गुस्ल करने का सुन्नत तरीका
रसूलुल्लाह (ﷺ) जब गुस्ले जनाबत फ़र्माते, तो सबसे पहले हाथ धोते, फिर सीधे हाथ से... [Read More]
अस्र की नमाज़ की फज़ीलत
एक मर्तबा रसूलुल्लाह (ﷺ) ने अस्र की नमाज़ पढ़ाई और फिर लोगों की तरफ मुतवज्जेह... [Read More]
सजद-ए-तिलावत अदा करना
हज़रत इब्ने उमर (र.अ) फ़र्माते हैं : “हुजूर (ﷺ) हमारे दर्मियान सजदे वाली सूरह की... [Read More]
नेकियों का हुक्म देना और बुराइयों से रोकना
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “कसम है उस जात की जिस के कब्जे में मेरी... [Read More]