9 Muharram | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा तारीख: हज़रत इदरीस, अल्लाह की कुदरत : चाँद का फायदा, एक फ़र्ज़ : पाँचों नमाजें अदा करने पर बशारत, अहेम अमल : माहे मुहर्रम में रोजे का सवाब, बिला शराब पीने का गुनाह ...
पवित्र क़ुरआन और अंतरिक्ष विज्ञान… - जब से इस पृथ्वी ग्रह पर मानवजाति का जन्म हुआ है, तब से मनुष्य ने हमेशा यह समझने की कोशिश की है कि प्राकृतिक व्यवस्था कैसे काम करती है, रचनाओं और प्राणियों के ताने-बाने में इसका अपना क्या स्थान…
30. मुहर्रम | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा इस्लामी तारीख : हज़रत याकूब (अ.स), मुअजिज़ा: सुराका के घोड़े का ज़मीन में धंस जाना, एक फ़र्ज़ : बाजमात नमाज़ पढ़ने की निय्यत से मस्जिद जाना, मुसलमानों को तकलीफ पहुँचाने का गुनाह, आख़िरत : जहन्नम की वादी, तिब्बे नब्बीसे इलाज…
आब ए ज़म ज़म !! Part 2 - एक खातून का इबरतनाक अकीदा !! आब-ए-जमजम से मोरक्को के महिला की एक इबरतनाक हकीकत !! आब ए जमजम के करिश्मे की दास्तां सुनिए इस मोरक्को की महिला से जो कैसर से पीडि़त थीं। वे अल्लाह के दर पर पहुंची और शिफा की नीयत से…
2. सफर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा इस्लामी तारीख : हज़रत यूसुफ (अ.स), मुअजिज़ा: नबी (ﷺ) की पुकार पर पत्थर का हाज़िर होना, एक फ़र्ज़ : मस्जिद में दाखिल होने के लिए पाक होना, एक सुन्नत : बीमार को दुआ देना, गरीबों के काम में मदद करने…
3 रजब | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा हज़रत उमर (र.अ) का इस्लाम लाना, बाल, अल्लाह की दी हुई नेअमत है, नमाज़ के छेड़ने पर वईद, तीन सांस में पानी पीना, बीमार की इयादत का सवाब ...
3. जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). मस्जिदे नबवी की तामीर, (2). गूलर के फल में अल्लाह की कुदरत, (3). शौहर के भाइयों से परदा, (4). इशा के बाद दो रकात नमाज पढना, (5). इंसाफ करने की फ़ज़ीलत, (6). चाँदी के बरतन में पीना, (7). दो…
डॉ. गैरी मिलर (इसाई प्रचारक) ने इस्लाम… कनाडा के डॉ. गैरी मिलर ने इस्लाम अपना लिया और वे इस्लाम के लिए एक महत्वपूर्ण संदेशवाहक साबित हुए। मिलर सक्रिय ईसाई प्रचारक थे और बाइबिल की शिक्षाओं पर उनकी गहरी पकड़ थी। वे गणित को काफी पसंद करते थे…
बीमार पुरसी के वक़्त की दुआ रसूलुल्लाह (ﷺ) जब किसी बीमार की इयादत के लिये जाते या आप (ﷺ) की खिदमत में बीमार को हाज़िर किया जाता तो आप यह दुआ पढ़ते: اَللَّهُمَّ رَبَّ النَّاسِ مُذْهِبَ الْبَاسِ اشْفِ أَنْتَ الشَّافِيْ لَا شَافِيَ إِلَّا أَنْتَ شِفَاءً لَا…