18. मुहर्रम | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा तारीख: हजरत इब्राहीम (अ.स), मुअजिजा : अबू तालिब का सेहतयाब होना, एक फ़र्ज़ : जमात के साथ नमाज़ अदा करना, अहेम अमल : नुक्सान से हिफाज़त, फुजूल कामों में माल खर्च करने का गुनाह, माल व औलाद अल्लाह के क़ुर्ब…
17 Rajjab | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा हज़रत अबू उबैदह बिन जर्राह (र.अ), पानी अल्लाह की नेअमत, इल्म हासिल करना फ़र्ज़ है, रुखसत के वक्त मुसाफह करना, बेवा और मिस्कीन की मदद करने पर सवाब, पड़ोसी को सताने का गुनाह, ऐश व इशरत से बचना, मुजरिमों के…
24 जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा ग़ज़व-ए-खन्दक, कब्र के बारे में ख़बर देना, वारिसीन के दर्मियान विरासत तकसीम करना, सैलाबी बारिश रोकने की दुआ, मेहमान का इकराम करने की फ़ज़ीलत, हक को झुटलाने की सज़ा, माल व औलाद की मुहब्बत, कब्र में नमाज की तमन्ना, सिर…
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 8 https://www.youtube.com/watch?v=UnBm3khmrvY Seerat un Nabi (ﷺ) Series: Part 8 पेज: 66 समझौते की बात ईमान लाने पर मुसलमानों पर बड़े से बड़ा जुल्म किया गया, इतना जुल्म किया गया कि आज हम में से कोई आदमी सोच भी नहीं सकता। यह…
22. मुहर्रम | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा तारीख: हजरत इब्राहीम (अ.स) की आज़माइश, मुअजिजा : एक प्याला दूध सब के लिये काफी हो गया, एक फ़र्ज़ : दाढ़ी रखना, एक सुन्नत : कपड़े पहनने की दुआ, अहेम अमल : अल्लाह के वास्ते मुहब्बत करना, अल्लाह और रसूल…
10. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा मुसलमानों पर कुफ्फार का जुल्म व सितम, मोजज़ा: दरख्त का आप (ﷺ) की खिदमत में आना, एक फर्ज: अमानत का वापस करना, एक सुन्नत: मोहताजगी व जिल्लत से पनाह माँगना, एक अहेम अमल: हलाल रोज़ी हासिल करना, किसी के वालिदैन…
14 जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). ग़ज़व-ए-उहुद, (2). हराम लुकमे का गले से नीचे न उतरना, (3). क़ज़ा नमाजों की अदायगी, (4). इशा के बाद जल्दी सोने की सुन्नत, (5). सबसे अच्छा मुसलमान कौन है ?, (6). ईमान को झुटलाने का गुनाह, (7). आखिरत की…
30. सफर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा हज़रत उज़ैर (अ.स), सज्दा-ए-सहव करना, मोमिन के हक़ में दुआ, बरकत वाला निकाह, रसूलुल्लाह (ﷺ) के हुक्म को ना मानने का गुनाह,जनाज़े को दफ़नाने में देर ना करो …
10 जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). मदीना की चरागाह पर हमला, (2). काफिर का मरऊब हो जाना, (3). दाढ़ी रखने की अहमियत, (4). मगफिरत की दुआ, (5). अच्छे और बुरे अख़्लाक़ की मिसाल, (6). गैरुल्लाह को माबूद बनाने का गुनाह, (7). दुनिया की जाहिरी हालत…