13 जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). रमज़ान की फरज़ियत और ईद की खुशी, (2). काइनात की सबसे बड़ी मशीनरी, (3). हज़रत मुहम्मद (ﷺ) को आखरी नबी मानना, (4). इस्मिद सुरमा लगाना, (5). इज्जत की हिफाज़त करना, (6). मोमिन को नाहक़ क़त्ल करने की सज़ा, (7).…
आब ए ज़म ज़म !! Part 2 - एक खातून का इबरतनाक अकीदा !! आब-ए-जमजम से मोरक्को के महिला की एक इबरतनाक हकीकत !! आब ए जमजम के करिश्मे की दास्तां सुनिए इस मोरक्को की महिला से जो कैसर से पीडि़त थीं। वे अल्लाह के दर पर पहुंची और शिफा की नीयत से…
19. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). हज के मौसम में इस्लाम की दावत देना, (2). बहरे मय्यित (Dead Sea), (3). नमाज़ में इमाम की पैरवी करना, (4). सज्दा करने का सुन्नत का तरीका, (5). अज़ान के बाद दुआ पढ़ना, (6). ग़लत हदीस बयान करने की…
17 जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). हमराउल असद पर तीन रोज कयाम, (2). मेअदे का निज़ाम ( Digestive System ), (3). सुबह की नमाज अदा करने पर हिफाजात का जिम्मा, (4). मूंछों को तराशना, (5). खाना खिलाने की फ़ज़ीलत, (6). आपस में दुश्मनी रखने का…
10. मुहर्रम | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा तारीख: हज़रत इदरीस (अ.स) की दावत, मुअजिजा : अबू जहल पर खौफ, एक फ़र्ज़ : पर्दा करना फर्ज है, अहेम अमल : नमाज़े चाश्त की फ़ज़ीलत, कुफ्र व शिर्क का नतीजा तिलावत ऐ कुरआन और जिक्रे इलाही की फ़ज़ीलत ...
11. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा 11 Rabi-ul-Akhir | Sirf Panch Minute ka Madarsa 1. इस्लामी तारीख मुसलमानों की हिजरते हबशा जब कुफ्फार व मुशरिकीन ने मुसलमानों को बेहद सताना शुरू किया, तो रसूलुल्लाह (ﷺ) ने सहाबा-ए-किराम को इजाजत दे दी के जो चाहे अपनी जान…
17. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा 17 Rabi-ul-Akhir | Sirf Panch Minute ka Madarsa 1. इस्लामी तारीख रसूलुल्लाह (ﷺ) की ताइफ से वापसी रसूलुल्लाह (ﷺ) ने ताइफ जा कर वहाँ के सरदारों और आम लोगों को दीने हक़ की दावत दी, मगर वहाँ के लोगों ने…
3. जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). मस्जिदे नबवी की तामीर, (2). गूलर के फल में अल्लाह की कुदरत, (3). शौहर के भाइयों से परदा, (4). इशा के बाद दो रकात नमाज पढना, (5). इंसाफ करने की फ़ज़ीलत, (6). चाँदी के बरतन में पीना, (7). दो…
23 Rabi-ul-Awal | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा तारीख: रसूलुल्लाह (ﷺ) की मुबारक पैदाइश, अल्लाह की कुदरत : अबाबील परिन्दा, वालिदैन के साथ अच्छा बर्ताव करना, खुशी के वक्त सज्द-ए-शुक्र अदा करना, मुतल्लका / बेवा बेटी की कफालत की फजीलत ...