रसूलअल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया:
“काफ़िर अपनी ज़बान को एक या दो फरसख (यानी तकरीबन बारा किलोमीटर) तक जमीन पर घसीटते हुए चलेगा, और लोग उस को रौंदते हुए उस पर चलेंगे।”
📕 तिर्मिज़ी : २५८०, अन इब्ने उमर (र.अ)
रसूलअल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया:
“काफ़िर अपनी ज़बान को एक या दो फरसख (यानी तकरीबन बारा किलोमीटर) तक जमीन पर घसीटते हुए चलेगा, और लोग उस को रौंदते हुए उस पर चलेंगे।”
📕 तिर्मिज़ी : २५८०, अन इब्ने उमर (र.अ)