रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया:
”(ला हौला वला कुव्वत इल्ला बिल्लाह) बकसरत से पढ़ा करो,
इस लिए के वह जन्नत के खज़ानों में से एक खज़ाना है।”
तर्जुमा: कोई क़ुव्वत नहीं बचाने वाली सिवा अल्लाह के जो अज़ीम-तर है।
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया:
”(ला हौला वला कुव्वत इल्ला बिल्लाह) बकसरत से पढ़ा करो,
इस लिए के वह जन्नत के खज़ानों में से एक खज़ाना है।”
तर्जुमा: कोई क़ुव्वत नहीं बचाने वाली सिवा अल्लाह के जो अज़ीम-तर है।
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Very nice line