हदिया कबूल करना हजरत आयशा (र.अ) बयान करती है: रसूलुल्लाह (ﷺ) हदिया कबूल फर्माते थे और उसका बदला भी इनायत फर्माते थे। 📕 बूखारी: २५८५ Post Views: 282 खुश्बू को रद्द नहीं करना चाहिये अल्लाह का ज़िक्र करने वाला जिन्दा है, और न करने वाला मुर्दा