हदिया कबूल करना

हजरत आयशा (र.अ) बयान करती है:

रसूलुल्लाह (ﷺ) हदिया कबूल फर्माते थे और उसका बदला भी इनायत फर्माते थे।

📕 बूखारी: २५८५