“जो आदमी ऐसे लोगों के दर्मियान रह कर गुनाह के काम करता हो के वह उस को रोकने पर कादिर हों,मगर फिर भी न रोकें तो अल्लाह तआला मरने से पहले उन को भी उस गुनाह के अज़ाब में मुब्तला कर देगा।”
इंसाफ न करने का वबाल रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : "जो शख्स मेरी उम्मत की किसी छोटी या बड़ी जमात का जिम्मेदार बने फिर उनके दर्मियान अदल व इन्साफ न करे तो अल्लाह तआला उसको औंधे मुंह जहन्नम में डाल देगा।" 📕 तबरानी कबीर : १६९११
इल्म सीखते हुए वफात पा जाने की फ़ज़ीलत रसूलल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : "जिस को इल्म सीखते हुए मौत आजाए, वह इस हाल में अल्लाह तआला से मुलाकात करेगा के उसके और नबियों के दर्मियान सिर्फ नुबुब्बत के दर्जे का फर्क होगा।" 📕 तबरानी औसत : ११५११
ज़िना की कसरत और नाप तौल में कमी करने का वबाल रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “जिस कौम में ज़िना आम होता है, उस में ताऊन और ऐसी बीमारियां फ़ैल जाती हैं जो पहले नहीं थीं और जो लोग नाप तौल में कमी करते हैं, तो वह लोग कहत साली, परेशानियों और बादशाह (हुकुमरानों) के जुल्म के शिकार हो जाते हैं।” 📕 इब्ने माजा: ४०१९
4 Rabi-ul-Awal | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा इस्लामी तारीख: हज़रत ईसा (अ.स) की पैदाइश, एक फर्ज: बीवी की विरासत में शौहर का हिस्सा, एक सुन्नत: मुसीबत से निजात की दुआ, अमल: मुलाक़ात के वक़्त सलाम व मुसाफा करना, क़ुरआन को छुपाने या बदलने का गुनाह …
17. मुहर्रम | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा हजरत सालेह (अ.स) की दावत और कौम का हाल, अल्लाह की कुदरत : दीमक, एक फर्ज : इल्म हासिल करना फ़र्ज़ है, अहेम अमल : आफत व बला दूर होने की दुआ, सिफारिश पर बतौरे हदिया माल लेने का गुनाह ...
अस्तगफार कि दुआ (जिसने ये दुआ की उसके सारे गुनाह मुआफ कर दिए गए) ۞ हदीस: ज़ैद (र.अ) से रिवायत है के, रसूलल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: जिसने ये कहा तो उसके गुनाह मुआफ कर दिए जायेंगे चाहे वो मैदाने जंग से ही क्यों न भाग गया हो: "अस्तग्फिरुल्लाह अल लज़ी ला इलाहा इल्ला हुवा अल हय्युल कय्यूम व अतुबू इलैह " तर्जुमा : (मैं अल्लाह से अपने गुनाहों की मुआफी मांगता हु जिसके सिवा कोई इबादत के लायक नहीं, जो जिंदा और हमेशा रहने वाला है और मैं उसी की तरफ तौबा करता हु) 📕 सुनन अबू दावुद, 1517-सहीह
रुकू व सज्दा अच्छी तरह न करने पर वईद रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया : "बदतरीन चोरी करने वाला शख्स वह है जो नमाज़ में से भी चोरी कर ले, सहाबा ने अर्ज किया : या रसूलल्लाह (ﷺ) ! नमाज़ में से कोई किस तरह चोरी करेगा ? फर्माया : वह रुकू और सज्दा अच्छी तरह से नहीं करता है।" 📕 इब्ने खुजैमा : ६४३
किसी बुराई को देखे तो उसे रोकने की कोशिश करे रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : "तुम में से जो शख्स किसी बुराई को देखे तो उसे अपने हाथ से रोके अगर इस की ताकत न हो तो अपनी ज़बान से रोके, फिर अगर इस की भी ताकत न हो तो दिल से उस जाने और यह ईमान का सब से कमजोर दर्जा है।" 📕 मुस्लिमः १७७
बैतुलखला जाने का तरीका रसूलल्लाह (ﷺ) जब इस्तंजा के लिये तशरीफ ले जाते, तो चप्पल पहन लेते और सर को ढांप लेते। 📕 बैहकी फी सुनने कुबरा : ९६/१
2. सफर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा इस्लामी तारीख : हज़रत यूसुफ (अ.स), मुअजिज़ा: नबी (ﷺ) की पुकार पर पत्थर का हाज़िर होना, एक फ़र्ज़ : मस्जिद में दाखिल होने के लिए पाक होना, एक सुन्नत : बीमार को दुआ देना, गरीबों के काम में मदद करने की फ़ज़ीलत, अल्लाह तआला के साथ शिर्क करने का गुनाह ...
12 Rajjab | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा इस्लामी तारीख: हज़रत जुबैर बिन अव्वाम (र.अ), नमाज़ी पर जहन्नम की आग हराम है, जब बुरा ख्वाब देखे तो यह अमल करे, बीमारी की शिकायत न करना, अल्लाह और उसके रसूल की नाफर्मानी का गुनाह, किसी गुनाह को छोटा और मामूली न समझो …
19. मुहर्रम | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा हज़रत इब्राहीम (अ.स) की कौम की हालत, अल्लाह की कुदरत : ज़बानों का मुख्तलिफ होना, एक फर्ज : कुरआन मजीद पर ईमान लाना, शतरंज खेलने का गुनाह, आख़िरत: अहले जन्नत का शुक्र अदा करना ...
2 Rabi-ul-Awal | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा इस्लामी तारीख: हज़रत ज़करिया (अ.स), अस्र की नमाज़ की फज़ीलत, मेहमान का अच्छे अलफाज़ से इस्तिकबाल करना, पड़ोसी के साथ अच्छा सुलूक करना, रसूलल्लाह (ﷺ) की नाफ़रमानी करने का गुनाह, अल्लाह और उसके बन्दों के हुकूक …
अल्लाह तआला के साथ शिर्क करने का गुनाह अल्लाह तआला के साथ शिर्क करने का गुनाह कुरआन में अल्लाह तआला फर्माता है : "बिलाशुबा अल्लाह तआला शिर्क को मुआफ नहीं करेगा। शिर्क के अलावा जिस गुनाह को चाहेगा, माफ कर देगा और जिसने अल्लाह तआला के साथ किसी को शरीक किया, तो उसने अल्लाह के खिलाफ बहुत बड़ा झूट बोला।" 📕 सूरह निसा: ४४
9 Muharram | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा तारीख: हज़रत इदरीस, अल्लाह की कुदरत : चाँद का फायदा, एक फ़र्ज़ : पाँचों नमाजें अदा करने पर बशारत, अहेम अमल : माहे मुहर्रम में रोजे का सवाब, बिला शराब पीने का गुनाह ...
MD. Salim Shaikh
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