रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया :
“इस्लाम में उस शख्स का कुछ भी हिस्सा नहीं जो नमाज़ न पढ़ता हो और वुज़ू के बग़ैर नमाज़ नहीं होती।”
📕 तर्ग़ीब व तरहीब:479, अन अबी हुरैरह (र.अ)
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया :
“इस्लाम में उस शख्स का कुछ भी हिस्सा नहीं जो नमाज़ न पढ़ता हो और वुज़ू के बग़ैर नमाज़ नहीं होती।”
📕 तर्ग़ीब व तरहीब:479, अन अबी हुरैरह (र.अ)
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