Islamic Quotes in Hindi

8 जून 2025

बिला शुबा यह कुरआन एक नसीहत है

कुरआन में अल्लाह तआला फरमाता है : “बिला शुबा यह कुरआन एक नसीहत है तो जो शख्स चाहे अपने रब तक... [Read More]

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अल्लाह के लिये मुहब्बत का बदला

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया: अल्लाह तआला क़यामत के दिन फरमाएगा। “मेरी अजमत की वजह से आपस में मुहब्बत करने वाले लोग... [Read More]

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तकब्बुर का अंजाम: दिल पर मुहर लग जाती है

कुरआन में अल्लाह तआला फर्माता है : “जो लोग बगैर किसी दलील के अल्लाह तआला की आयात में झगड़े निकाला करते... [Read More]

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दुनिया में लगे रहने का वबाल

दुनिया में लगे रहने का वबाल रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : “जो शख्स अल्लाह का हो जाता है तो अल्लाह तआला... [Read More]

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क़यामत से पहले माल का ज़ियादा होना

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने इरशाद फर्माया : “उस वक़्त तक क़यामत नहीं आएगी जब तक तुम्हारे अन्दर माल की इतनी कसरत न... [Read More]

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दुनिया से बेहतर आख़िरत का घर है

कुरआन में अल्लाह तआला फर्माता है : “दुनिया की जिन्दगी सिवाए खेल कूद के कुछ भी नहीं और आखिरत का घर... [Read More]

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क़यामत के दिन मुन्किरों का मातम

कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है : “बस कयामत के दिन एक सख्त ललकार होगी, तो यकायक सब देखने लगेंगे। यह... [Read More]

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आबे ज़म ज़म से इलाज

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया : “जमीन पर सबसे बेहतरीन पानी आबे जम जम है, यह खाने वाले के लिये खाना और... [Read More]

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अल्लाह का बा बरकत निजाम

अल्लाह तआला का कितना अच्छा इन्तज़ाम है के दुनिया में जो चीजें बहुत ज़्यादा इस्तेमाल होती हैं उन को बहुत ज्यादा आम कर... [Read More]

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बुरे आमाल की नहूसत

कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है: “खुश्की और तरी (यानी पूरी दुनिया) में लोगों के बुरे आमाल की वजह से हलाकत... [Read More]

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जुमा के लिये खास लिबास पहनना

“रसूलुल्लाह (ﷺ) के पास दो कपड़े थे, जिसे आप जुमा के दिन पहनते थे फिर जब वापस तशरीफ लाते तो उसे... [Read More]

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दुनियावी ज़िन्दगी धोका है

दुनियावी जिन्दगी एक धोका है कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है : “दुनियावी ज़िन्दगी तो कुछ भी नहीं सिर्फ धोके का... [Read More]

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शिर्क करने वाले की मिसाल

कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है : “तुम सिर्फ अल्लाह की तरफ मुतवज्जेह रहो, उस के साथ किसी को शरीक मत... [Read More]

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हुजूर (ﷺ) को गैबी मदद

सहाब-ए-किराम फर्माते हैं के हम एक सफर में अल्लाह के रसूल के साथ चार सौ आदमी थे। हम लोगों ने ऐसी... [Read More]

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हज की फरज़ियत

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया : “ऐ लोगो ! तुम पर हज फर्ज़ कर दिया गया है, लिहाजा उस को अदा करो।”... [Read More]

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तक़दीर पर ईमान लाना

हर चीज़ तकदीर से है रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : “हर चीज़ तकदीर से है, यहाँ तक के आदमी का नाकारा... [Read More]

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सुन्नत पर अमल करने पर शहीद का सवाब

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “जो मेरी उम्मत में बिगाड़ के वक्त मेरी सुन्नत को मजबूती से थामे रहेगा, उसके लिये... [Read More]

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कर्ज़ अदा करना

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “क़र्ज़ की अदायगी पर ताकत रखने के बावजूद टाल मटोल करना जुल्म है।” 📕 बुखारी :... [Read More]

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पेट से ज्यादा बुरा कोई बर्तन नहीं

“आदमी (इंसान) ने पेट से ज्यादा बुरा कोई बर्तन नहीं भरा। इब्ने आदम को चंद लुक्मे काफी है जो उसकी पीठ... [Read More]

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कयामत किस दिन कायम होगी

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “तुम्हारे दिनों में अफजल दिन जुमा का दिन है, इसी रोज़ हज़रत आदम (अ.) को पैदा... [Read More]

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बेवा या तलाकशुदा बेटी की कफालत की फजीलत

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने एक मर्तबा फ़रमाया – “क्या मैं तुम्हें बेहतरीन सदक़ा न बताऊं? तेरी वह लड़की जो लौट कर तेरे... [Read More]

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गुनाहों की मगफिरत का वजीफा

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : “ज़मीन पर जो शख्स भी “La ilaha illallah, Wallahu Akbar, La Hawla Wala Quwwata Illa Billahil... [Read More]

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जन्नत की सिफात

कुरआन में अल्लाह तआला फर्माता है : “वह घर हमेशा रहने के बाग़ हैं, जिन में परहेजगार लोग दाखिल होंगे। उन... [Read More]

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मेरी नमाज़, क़ुरबानी, मेरा जीना मरना सब कुछ अल्लाह के लिए है

۞ बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम ۞ मेरी नमाज़, क़ुरबानी, मेरा जीना मरना सब कुछ अल्लाह के लिए है “आप फ़रमा दीजिए बेशक! मेरी नमाज़ मेरी कुर्बानी मेरा... [Read More]

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गैरुल्लाह को माबूद बनाने का गुनाह

कुरआन में अल्लाह तआला फरमाता है: “उन लोगों ने अल्लाह तआला को छोड़ कर और माबूद बना लिये हैं, इस उम्मीद... [Read More]

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कंजूसी करने का गुनाह

कुरआन में अल्लाह तआला फर्माता है : “जो लोग अल्लाह तआला के अता करदा माल व दौलत को (खर्च करने में)... [Read More]

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बगैर किसी उज्र के नमाज़ क़ज़ा करने का गुनाह

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया: “जो शख्स दो नमाज़ों को बगैर किसी उज्र के एक वक्त में पढ़े वह कबीरा गुनाहों के... [Read More]

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अल्लाह तआला अपने बंदे से क्या कहता है?

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया : “अल्लाह तआला फ़र्माता है : ऐ इब्ने आदम ! तू मेरी इबादत के लिए फारिग हो... [Read More]

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अल्लाह तआला सबको दोबारा ज़िन्दा करेगा

कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है: “अल्लाह वह है, जिसने तुम को पैदा किया और वही तुम्हें रोजी देता है, फिर... [Read More]

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किसी मुसलमान की ग़ीबत और बेइज्जती की सजा

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया: “जिस ने किसी मुसलमान (की गीबत की और उस की ग़ीबत) के बदले में एक लुक्मा भी... [Read More]

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जिन लोगों ने नेक आमाल किये, उनके लिये दुनिया और आखिरत में भलाई है

कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है: “जो लोग परहेजगार हैं, जब उनसे पूछा जाता है के तुम्हारे रब ने क्या चीज़... [Read More]

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अगर कोई फासिक खबर लाये तो तहक़ीक़ किया करो

कुरआन में अल्लाह तआला फरमाता है : “ऐ ईमान वालो! अगर कोई फासिक तुम्हारे पास कोई खबर, लेकर आए, तो उस... [Read More]

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तीन उंगलियों से खाना

हजरत कअब बिन मालिक (र.अ) फरमाते हैं : रसूलुल्लाह (ﷺ) तीन उंगलियों से खाते थे और जब खाने से फारिग हो... [Read More]

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मय्यित का कर्ज अदा करना

हजरत अली (र.अ) फ़र्माते हैं के: रसुलअल्लाह (ﷺ) ने कर्ज को वसिय्यत से पहले अदा करवाया, हालाँकि तुम लोग (कुरआन पाक... [Read More]

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जकात न देने का गुनाह

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : “जकात का अदा न करने वाला क़यामत के दिन जहन्नम में जाएगा।” 📕 तबरानी सगीर :... [Read More]

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मस्जिद में दुनिया की बातें करने का गुनाह

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया: “एक जमाना ऐसा आएगा के लोग मस्जिद में हलके लगाकर दुनियावी बातें करेंगे, तुमको चाहिये के उन... [Read More]

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रसूल (ﷺ) के हुक्म को न मानने का गुनाह

कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है: “जो लोग रसूलुल्लाह (ﷺ) के हुक्म की खिलाफ वरजी करते हैं, उनको इस से डरना... [Read More]

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गुनहगारों को नेअमत देने का मक्सद

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “जब तू यह देखे के अल्लाह तआला किसी गुनहगार को उस के गुनाहों के बावजूद दुनिया... [Read More]

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दुनिया का तज़किरा न करो

रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़र्माया: “अपने दिलों को दुनिया की याद में मशगूल न करो।” 📕 कंजुल उम्माल, हदीस ६१५०

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अपने मालों को ज़कात के जरिये महफूज़ बनाओ

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “अपने मालों को ज़कात के जरिये महफूज़ बनाओ और अपने बीमारों का सदके से इलाज करो... [Read More]

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जन्नत का मुस्तहिक

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “जो आदमी इस हाल में मर जाए के वह तकब्बुर, खयानत और कर्ज से बरी हो,... [Read More]

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इशा के बाद जल्दी सोने की सुन्नत

रसूलुल्लाह (ﷺ) इशा से पहले नहीं सोते थे और इशा के बाद नहीं जागते थे (बल्के सो जाते थे) 📕 मुस्नदे... [Read More]

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अल्लाह के रास्ते में जाने वाले को दुआ देना

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने एक जमात को अल्लाह के रास्ते में रवाना करते हुए फ़रमाया : “अल्लाह के नाम पर सफर शुरू... [Read More]

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ज़िक्रे इलाही (अल्लाह के ज़िक्र) की फ़ज़ीलत : हदीस

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: “जो किसी जगह बैठे और उसमें वो अल्लाह का जिक्र ना करे, तो यह बैठक अल्लाह की... [Read More]

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अमानत वालों को अमानतें वापस कर दिया करो

कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है: “अल्लाह तआला तुमको हुक्म देता है के अमानत वालों को उनकी अमानतें वापस कर दिया... [Read More]

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कयामत के दिन पूरा पूरा बदला दिया जाएगा

कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है : “जब हम उन लोगों को उस दिन जमा करेंगे, जिस के आने में कोई... [Read More]

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कलोंजी में हर बीमारी का इलाज है

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “तुम इस कलोंजी को इस्तेमाल करो, क्यों कि इस में मौत के अलावा हर बीमारी की... [Read More]

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दुआए जिब्रईल से इलाज

हजरत आयशा (र.अ) बयान करती है के जब रसूलुल्लाह (ﷺ) बीमार हुए, तो जिब्रईल ने इस दुआ को पढ़ कर दम... [Read More]

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हर बीमारी का इलाज तिब्बे नबवी से

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया : “अल्लाह तआला ने हर बीमारी के लिए दवा उतारी है, जब बीमारी को सही दवा पहुँच... [Read More]

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दीन के खिलाफ साजिश करने का गुनाह

कुरआन में अल्लाह तआला फर्माता है : “उन खयानत करने वाले लोगों की हालत यह है के लोगों से तो परदा... [Read More]

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हज़रत मुहम्मद (ﷺ) को आखरी नबी मानना

कुरआन में अल्लाह तआला फरमाता है : “( हज़रत मुहम्मद ﷺ ) अल्लाह के रसूल और खातमुन नबिय्यीन हैं।” 📕 सूरह... [Read More]

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दुनिया व आखिरत में आफियत की दुआ

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया : बन्दे की अपने रब से माँगी जाने वाली दुआओं में सबसे अफजल यह है: तर्जमा: ऐ... [Read More]

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इस्मिद सुरमा लगाना

हज़रत इब्ने अब्बास (र.अ) फरमाते हैं के, “रसूलुल्लाह (ﷺ) से हर रात सोने से पहले तीन मर्तबा इस्मिद सुरमा लगाया करते... [Read More]

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तोहफा देने वाले के साथ सुलूक

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया: “जिस शख्स को हदिया (तोहफा) दिया जाए, अगर उस के पास भी देने के लिए हो, तो... [Read More]

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क़ज़ा नमाजों की अदायगी

क़ज़ा नमाजों की अदायगी रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “जो कोई नमाज पढ़ना भूल गया या नमाज के वक्त सोता रह... [Read More]

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ईमान वालों का ठिकाना

कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है : “इन (ईमान वालों) के लिए हमेशा रहने वाले बाग़ हैं, जिन में वह दाखिल... [Read More]

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जोहर से पहले की चार रकात सुन्नत पढ़ना

हज़रत आयशा (र.अ) बयान फरमाती है के: “रसूलुल्लाह (ﷺ) जोहर से पहले चार रकात और फ़र्ज़ से पहले की दो रकात... [Read More]

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सिफारिश पर बतौरे हदिया माल लेना एक गुनाह

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “किसी ने अपने (मुसलमान) भाई की किसी चीज़ में सिफारिश की और सिफारिश करने पर सामने... [Read More]

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परहेज़गारों की नेअमत

कुरआन में अल्लाह तआला फर्माता है: “(क़यामत के दिन) परहेज़गार लोग (जन्नत) के सायों में और चशमों में और पसन्दीदा मेवों... [Read More]

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नमाज के बाद दूसरी नमाज़ का इंतज़ार करने की फ़ज़ीलत

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: “तकलीफ और नागवारी के बावजूद पूरी तरह मुकम्मल वुजू करना, मस्जिदों की तरफ जियादा कदम बढ़ाना और... [Read More]

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मुनाफ़िक की निशानियाँ

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया: “मुनाफ़िक की तीन निशानियाँ हैं: जब बात करे तो झूट बोले, वादा करे तो पूरा न करे, जब... [Read More]

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मोमिन का ऐब छुपाने की फ़ज़ीलत

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “जो मोमिन अपने भाई के किसी ऐब को छुपाएगा तो अल्लाह तआला उसकी वजह से उस... [Read More]

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बाएँ हाथ से ना खाएं और ना पियें

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “तुम में से कोई अपने बाएँ हाथ से हरगिज़ न खाए और न बाएँ हाथ से... [Read More]

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इजाजत तलब करो

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “(अगर किसी से मिलने जाओ तो अन्दर दाखिल होने से पहले) तीन मर्तबा इजाजत तलब करो,... [Read More]

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किसी बुराई को देखे तो उसे रोकने की कोशिश करे

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : “तुम में से जो शख्स किसी बुराई को देखे तो उसे अपने हाथ से रोके अगर... [Read More]

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दुनिया में उम्मीदों का लम्बा होने का फितना

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: “मुझे अपनी उम्मत पर सब से ज़ियादा डर ख्वाहिशात और उम्मीदों के बढ़ जाने का है, ख्वाहिशात... [Read More]

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नर्म मिज़ाजी इख्तियार करना

लोगों के साथ नर्मी से पेश आने की फ़ज़ीलत रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : “क्या मैं तुम को ऐसे शख्स की... [Read More]

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हर एक को नाम-ए-आमाल के साथ बुलाया जाएगा

कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है: “वह दिन याद करने के काबिल है, जिस दिन तमाम आदमियों को उनके नाम-ए-आमाल के... [Read More]

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इल्म हासिल करने के लिये सफर करना

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “जो शख्स ऐसा रास्ता चले जिस में इल्म की तलाश मक्सूद हो तो अल्लाह तआला उस... [Read More]

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शहेद से पेट के दर्द का इलाज

एक शख्स रसूलुल्लाह (ﷺ) के पास आया और अर्ज़ किया : “ऐ अल्लाह के रसूल! मेरे भाई के पेट में तकलीफ... [Read More]

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अपने घर वालों को नमाज़ का हुक्म देना

अपने घर वालों को नमाज़ का हुक्म देना कुरआन में अल्लाह तआला फर्माता है: “आप अपने घर वालों को नमाज़ का... [Read More]

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देवर तो मौत है | शौहर के भाइयों से परदे का हुक्म

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “ना महरम) औरतों के पास आने जाने से बचो! एक अन्सारी सहाबी ने अर्ज किया :... [Read More]

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एक ही पानी से फल और फूल की पैदाइश

अल्लाह तआला जबरदस्त कुदरत वाला है, उस ने एक ही जमीन और एक ही पानी से मुख्तलिफ किस्म के दरख्त, फल... [Read More]

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हर आने वाला ज़माना पहले ज़माने से बुरा होगा

हजरत अनस (र.अ) से रिवायत है के, अल्लाह के रसूल (ﷺ) ने फ़रमाया: “हर आने वाला ज़माना पहले ज़माने से बुरा... [Read More]

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जन्नतुल फिरदौस का दर्जा

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “जब तुम अल्लाह तआला से सवाल करो, तो जन्नतुल फिरदौस का सवाल किया करो, क्योंकि वह... [Read More]

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अज़ान के बाद दुआ पढ़ना

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया: “जो बन्दा अजान सुनते वक़्त अल्लाह से यूँ दुआ करे: Allahumma Rabba Hadhihi-D-Dawatit-Tammaa Was-Salatil Qaimah, Aati Muhammadan... [Read More]

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नमाजे अस्र की अहमियत

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया : “जिस शख्स ने अस्र की नमाज़ छोड़ दी, तो उस का अमल जाया हो गया।” 📕... [Read More]

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हँसाने के लिये झूट बोलने का गुनाह

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया: “उस शख्स के लिये हलाकत है, जो लोगों को हँसाने के लिये कोई बात कहे और उसमें... [Read More]

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कसरत से इस्तिग़फार करने की सुन्नत

हज़रत अबू हुरैरा (र.अ) फर्माते हैं के मैं ने रसूलुल्लाह (ﷺ) को फर्माते हुए सुना के: “ख़ुदा की कसम ! मैं... [Read More]

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किसी के सतर को देखने का गुनाह

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “अल्लाह तआला लानत करता हैं, उस शख्स पर जो जान बूझ कर किसी के सतर को... [Read More]

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नमाज़ छोड़ने का नुकसान

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया : “जिस शख्स की एक नमाज़ भी फौत हो गई वह ऐसा है के गोया उस के... [Read More]

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दुनिया की जाहिरी हालत धोका है

कुरआन में अल्लाह तआला फर्माता है : “यह लोग सिर्फ दुनियावी ज़िंदगी की ज़ाहिरी हालत को जानते हैं और यह आख़िरत... [Read More]

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मुसीबत के वक्त की दुआ

जब कोई मुसीबत पहुँचे या उसकी खबर आए, तो यह दुआ पढ़ेः “इन्ना लिल्लाहि व इन्ना इलाही राजिऊन” तर्जमा : हम सब... [Read More]

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जहन्नमी हथौड़े

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “अगर जहन्नम के लोहे के हथौड़े से पहाड़ को मारा जाए, तो वह रेजा रेजा हो... [Read More]

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इत्र लगाना

हजरते आयशा (र.अ) से मालूम किया गया के रसूलुल्लाह इत्र लगाया करते थे? उन्होंने फ़रमाया : “हाँ मुश्क वगैरह की उम्दा... [Read More]

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नेकियों का हुक्म देना और बुराइयों से रोकना

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “कसम है उस जात की जिस के कब्जे में मेरी जान है तुम जरूर बिज जरूर... [Read More]

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दुनिया की ज़िन्दगी खेल तमाशा है

कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है : “दुनिया की ज़िन्दगी खेलकूद के सिवा कुछ भी नहीं है और आखिरत की जिन्दगी... [Read More]

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दूसरों के बारे में बुरे विचार मत रखो क्योंकि यह अधिकतर झूठे होते है

अल्लाह के अन्तिम ईशदूत मुहम्मद (ﷺ) ने कहा कि : “दूसरों के बारे में बुरे विचार मत रखो क्योंकि यह अधिकतर... [Read More]

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पाक दामन औरतों पर तोहमत लगाने का गुनाह

क़ुरान में अल्लाह तआला फ़रमाता है – “जो लोग पाक दामन औरतों पर (ज़िना की) तोहमत लगाते हैं, फिर अपने दावे... [Read More]

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कुफ्र व नाफर्मानी की सजा

कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है : “जो शख्स मुंह मोड़ेगा और कुफ्र करेगा, तो अल्लाह तआला उस को बड़ा अज़ाब देगा फिर... [Read More]

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