9. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा कुफ्फार का हुजूर (ﷺ) को तकलीफें पहुंचाना, पत्तों में अल्लाह की कुदरत, इल्म हासिल करना जरूरी है, अमल : तहज्जुद की निय्यत कर के सोना, हराम माल से सदक़ा करने का गुनाह, दुनियावी ख्वाहिशों को पूरा करने का अंजाम ...
18 Rabi-ul-Awal | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा मक्का में बुत परस्ती की इब्तेदा, शौहर का हक अदा करना, डर और घबराहट की दुआ, दोस्तों और पड़ोसियों से अच्छा सुलूक करना, कम दर्जे वाले जन्नती का इनाम, दुनिया से बेरग़बती और आखिरत की रगबत के लिये …
4 रजब | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा हज़रत उमर (र.अ) की बहादुरी, हज़रत अली (र.अ) की आँख का ठीक हो जाना, जकात की फर्जियत, दुनिया व आखिरत की भलाई की दुआ, शौहर की खुशी पर जन्नत, सच्ची गवाही को छुपाने का गुनाह, दुनियावी ज़िन्दगी धोका है, कब्र…
15 जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). ग़ज़वा-ए-उहुद में मुसलमानों की आज़माइश, (2). नाक - कुदरते इलाही की निशानी, (3). शौहर पर बीवी के खर्चे की जिम्मेदारी, (4). सवारी पर सवार होने के बाद की दुआ , (5). अल्लाह के लिये मुहब्बत का बदला, (6). पड़ोसी…
मुस्लिम ख़वातीन की ऑनलाइन शॉपिंग और डाटा… मुस्लिम ख़वातीन की ऑनलाइन शॉपिंग और डाटा लीक मुस्लिम खवातीन जिसमें हमारी बहनें, भाभी, बिवी, भांजियॉं, भतिजियॉं, बहूयें, बेटीयॉं ये सब ऑनलाइन सामान मंगवाने में अपना और घर का मोबाइल नंबर काम में ले रही हैं और डिलीवरी भी अक्सर…
3. सफर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा हजरत यूसुफ (अ.स) की आज़माइश, कुदरत : आँख की बनावट, एक फर्ज : जुमा की नमाज, सुन्नत : दरवाज़े पर सलाम करना, दुनिया आखिरत में कामयाबी का ज़रिया ...
भूत, प्रेत, बदरूह की हकीकत भूत, प्रेत, बदरूह: ये नाम अकसर इन्सानी ज़हन मे आते ही एक डरावनी और खबायिसी शख्सियत ज़ेहन मे आती हैं क्योकि मौजूदा मिडिया ने इन्सान को इस कदर गुमराह कर रखा हैं के जो नही हैं उसको इतनी खूबसूरती के…
20. सफर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा हज़रत शमवील (अ.स.), हुजूर (ﷺ) का मुअजिज़ा : ऊँट का हुजूर की फर्माबरदारी करना, एक फर्ज: जमात से नमाज़ पढ़ने की ताकीद, एक अहम अमल : कुरआन को गौर से सुनना ...
2 Rabi-ul-Awal | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा इस्लामी तारीख: हज़रत ज़करिया (अ.स), अस्र की नमाज़ की फज़ीलत, मेहमान का अच्छे अलफाज़ से इस्तिकबाल करना, पड़ोसी के साथ अच्छा सुलूक करना, रसूलल्लाह (ﷺ) की नाफ़रमानी करने का गुनाह, अल्लाह और उसके बन्दों के हुकूक …