10 जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). मदीना की चरागाह पर हमला, (2). काफिर का मरऊब हो जाना, (3). दाढ़ी रखने की अहमियत, (4). मगफिरत की दुआ, (5). अच्छे और बुरे अख़्लाक़ की मिसाल, (6). गैरुल्लाह को माबूद बनाने का गुनाह, (7). दुनिया की जाहिरी हालत…
3. सफर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा हजरत यूसुफ (अ.स) की आज़माइश, कुदरत : आँख की बनावट, एक फर्ज : जुमा की नमाज, सुन्नत : दरवाज़े पर सलाम करना, दुनिया आखिरत में कामयाबी का ज़रिया ...
4 रजब | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा हज़रत उमर (र.अ) की बहादुरी, हज़रत अली (र.अ) की आँख का ठीक हो जाना, जकात की फर्जियत, दुनिया व आखिरत की भलाई की दुआ, शौहर की खुशी पर जन्नत, सच्ची गवाही को छुपाने का गुनाह, दुनियावी ज़िन्दगी धोका है, कब्र…
23. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा 23 Rabi-ul-Akhir | Sirf Panch Minute ka Madarsa 1. इस्लामी तारीख मुसलमानों का मदीना हिजरत करना मक्का मुकरमा में मुसलमानों पर बेपनाह जुल्म व सितम हो रहा था, इस लिये रसूलल्लाह (ﷺ) ने दूसरी बैते अकबा के बाद मुसलमानों को…
13 जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). रमज़ान की फरज़ियत और ईद की खुशी, (2). काइनात की सबसे बड़ी मशीनरी, (3). हज़रत मुहम्मद (ﷺ) को आखरी नबी मानना, (4). इस्मिद सुरमा लगाना, (5). इज्जत की हिफाज़त करना, (6). मोमिन को नाहक़ क़त्ल करने की सज़ा, (7).…
9. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा कुफ्फार का हुजूर (ﷺ) को तकलीफें पहुंचाना, पत्तों में अल्लाह की कुदरत, इल्म हासिल करना जरूरी है, अमल : तहज्जुद की निय्यत कर के सोना, हराम माल से सदक़ा करने का गुनाह, दुनियावी ख्वाहिशों को पूरा करने का अंजाम ...
मधु (शहद) मानवजाति के लिये, शिफ़ा (रोग मुक्ति) *पवित्र क़ुरआन और चिकित्सा-विज्ञान (Holy Quran & Medical Science) .. *शहद की मक्खी कई प्रकार के फूलों और फलों का रस चूसती हैं और उसे अपने ही शरीर के अंदर शहद में परिवर्तित करती हैं। इस शहद यानि मधु को…
भूत, प्रेत, बदरूह की हकीकत भूत, प्रेत, बदरूह: ये नाम अकसर इन्सानी ज़हन मे आते ही एक डरावनी और खबायिसी शख्सियत ज़ेहन मे आती हैं क्योकि मौजूदा मिडिया ने इन्सान को इस कदर गुमराह कर रखा हैं के जो नही हैं उसको इतनी खूबसूरती के…
22. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). दूसरी बैते अक़बा, (2). हज़रत जाबिर (र.अ) के बाग़ की खजूरो में बरकत, (3). दीन-ऐ-इस्लाम में नमाज़ की अहमियत, (4). जन्नत हासिल करने के लिये दुआ करना, (5). हलाल कमाई से मस्जिद बनाना, (6). अच्छे और बुरे बराबर नहीं…