क़यामत के दिन खुश नसीब इन्सान

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया:

“कयामत के दिन लोगों में से वह खुश नसीब मेरी शफाअत का मुस्तहिक होगा, जिसने सच्चे दिल से “कलिम-ए-तय्यिबा” “ला इलाहा इलल्लाहु” पढ़ा होगा।”

📕 बुखारी : १९

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