Khabardar Zina ke Qareeb bhi na Phatakna
Allah Ta’ala ne Farmaya:
“khabardaar! Zina ke Qareeb bhi na Phatakna Kyunki Woh Badi Behayaai hai aur Bahot hi Buri Raah hai.”
Hadees of the Day ✦ Har acchi baat sikhana aur har buri baat se rokna …
Allah Ta’ala ne Farmaya:
“khabardaar! Zina ke Qareeb bhi na Phatakna Kyunki Woh Badi Behayaai hai aur Bahot hi Buri Raah hai.”
Aaj ki Aayat : Verse of the Day
۞ Bismillah-Hirrahman-Nirrahim ۞
Allah Taala Quran-e-Kareem me farmata hai:
“Agar tum Un Bade bade Gunaahon se bachoge jinse tumhe mana kiya gaya tou hum tumharey (chotey) Gunaah muaf kar dengey aur tumhe Ezzat ke Maqam mein dakhil karengey.”
Hadees of the Day
Allah ke Rasool (ﷺ) ne farmaya:
“Ek Jummah Dusre Jumuah tak ke Gunahon ka Kaffara hai Jab tak Kabeera Gunahon ka Irtikaab na kiya jaye.”
👉 Tanhaai Me Gunah Karne Walon Ka Qayamat ke Din Anjaam ye hoga ki Allah …
Hadees of the Day
Hazrate Jundub (R.A.) se riwayat hai ke,
RasoolAllah (ﷺ) ne farmaya ke:
‟Jo Shakhs Shohrat ke liye koi Kaam karega tou Allah Taala uske Aib Mash’hoor kar dega.”
Hadees of the Day
Anas Bin Malik (R.A) se riwayat hai ki,
RasoolAllah (ﷺ) ne farmaya –
“Jis Daawat dene waale ne bhi Gumrahi ki Daawat di aur Uski Pairwi ki gayee tou Usko Pairwi karne Waalo ke Barabar Gunaah milega aur Pairwi karne waalo ke Gunaah me koi kami nahi hogi.
Aur Jis Daawat dene Waalo ne Hidayat ki taraf Bulaya phir uski Pairwi ki gayi
tou Usko Pairwi karne Waalo ke Barabar Ajar milega aur Pairwi karne Waalo ke Ajar me kuch Kami Nahi ki jayegi.”
Hadees of the Day
Abu Hurayrah (R.A.) riwayat karte hai ki,
Nabi-e-Kareem (ﷺ) ne farmaya ki –
“Jo Koi Shakhs kisi Imanwale ki Pareshani ko Door karta hai, Allah Qayamat ke Roz Uss Shakhs ki Ghabrahat ko Door farmayega.
Aur Jo koi bhi Shakhs kisi Dusre ki Musibat hal karta hai, Allah Uss Shakhs ke liye Duniya aur Aakhirat ki Mushkeele’n Aasaan bana deta hai.
Aur Allah Apne Bande ki Madad karta Rahta hai Jab tak Wo Banda Apne Bhai ki Madad Karta rehta hai”
Hazrat Loot Alaihis Salam ka Waqia ۞ Bismillah-Hirrahman-Nirrahim ۞ Nabi Loot (Alaihay Salam) Ki Qoum …
Hadees of the Day
Abdullah Ibne Abbas (R.A.) se riwayat hai ki,
Rasool’Allah (ﷺ) ne irshad farmaya:
“Mujhe Dozakh dikhai gayi, Maine waha Aurato ko jyada paya, wajah ye hai ki woh kufr karti hai.”
Sahaba-e-Kiram ne Arz kiya –
‘Kya wo Allah ke sath kufr(Shirk) karti hai?’
Aap ﷺ ne farmaya :
‘Nahi! Wo Shohar ki Nashukri karti hai! Jo ke ek tarah ka Kufr hai aur Ahsaan nahi manti,
agar tu kisi aurat se Umar bhar Ahsaan aur Neki ka sulook kare lekin 1 baat bhi Khilafe Tabiyat ho jaye tou jhath se keh dengi ‘Maine tuzse kabhi aaram aur sukoon nahi paya.’
Hadees of the Day
Allah ke Rasool (ﷺ) farmate hai ke –
Allah Ta’ala farmata hai aur Iska Farmaan-e-Haq hai ke,
“Jab Mera Banda Neki ka Iraada kare tou (Aye Farishto)! Iski 1 Neki likho.
Phir agar Woh ker Chuke tou Iski 10 Nekiyan Likh lo,
Agar Woh Burayi ka Iraada kare tou Kuch na likho,
Agar Kar Chuke Tou 1 Hee Burayi Likho,
Aur agar Na kare tou Iske Liye bhi 1 Neki Likho”
Phir Aap (ﷺ) ne ye Aayat Tilawat farmaayi –
Hadees of the Day
Abdullah Bin Salaam (R.A) Se Mairwi hai ki,
Nabi-e-Kareem (ﷺ) ne farmaya –
“Jab Koi Banda Allah Ta’ala ke Hazoor Taubah Karta hai aur Apne Gunaah par Nadamat Mehsoos karta hai tou Uskey Nadeem hone se pehle hee uske Tamaam Gunaah muaf farma diye jate hain.”
इस्लामी तारीख: हज़रत ईसा (अ.स) की पैदाइश, एक फर्ज: बीवी की विरासत में शौहर का हिस्सा, एक सुन्नत: मुसीबत से निजात की दुआ, अमल: मुलाक़ात के वक़्त सलाम व मुसाफा करना, क़ुरआन को छुपाने या बदलने का गुनाह …
इस्लामी तारीख: हज़रत ज़करिया (अ.स), अस्र की नमाज़ की फज़ीलत, मेहमान का अच्छे अलफाज़ से इस्तिकबाल करना, पड़ोसी के साथ अच्छा सुलूक करना, रसूलल्लाह (ﷺ) की नाफ़रमानी करने का गुनाह, अल्लाह और उसके बन्दों के हुकूक …
हज़रत उज़ैर (अ.स), सज्दा-ए-सहव करना, मोमिन के हक़ में दुआ, बरकत वाला निकाह, रसूलुल्लाह (ﷺ) के हुक्म को ना मानने का गुनाह,जनाज़े को दफ़नाने में देर ना करो …
इस्लामी तारीख : हज़रत यूसुफ (अ.स), मुअजिज़ा: नबी (ﷺ) की पुकार पर पत्थर का हाज़िर होना, एक फ़र्ज़ : मस्जिद में दाखिल होने के लिए पाक होना, एक सुन्नत : बीमार को दुआ देना, गरीबों के काम में मदद करने की फ़ज़ीलत, अल्लाह तआला के साथ शिर्क करने का गुनाह …
इस्लामी तारीख : हज़रत याकूब (अ.स), मुअजिज़ा: सुराका के घोड़े का ज़मीन में धंस जाना, एक फ़र्ज़ : बाजमात नमाज़ पढ़ने की निय्यत से मस्जिद जाना, मुसलमानों को तकलीफ पहुँचाने का गुनाह, आख़िरत : जहन्नम की वादी, तिब्बे नब्बीसे इलाज : शहद के फवाइद …
इस्लामी तारीख : हजरत लूत (अ.स), एक फ़र्ज़ : कजा नमाज़ों की अदाएगी, एक सुन्नत : कब्रस्तान जाने की दुआ, अहेम अमल : तहिय्यतुल वुजू पर जन्नत का इन्आम, नमाज़ में सुस्ती करने का गुनाह …
हज़रत इस्हाक़ (अ.स) की खुसूसियत व अज़मत, मुअजिजा : हज़रत फातिमा (र.अ) के चेहरे का रोशन हो जाना, एक फ़र्ज़ : तमाम रसूलों पर ईमान लाना, एक सुन्नत : कनाअत और सब्र हासिल करने की दुआ, अहेम अमल : तकलीफों पर सब्र करना, नाप तौल में कमी करने का गुनाह …
तारीख: हजरत इस्माईल (अ.स), मुअजिजा : अहद नामे को कीड़े के खाने की खबर देना, एक फ़र्ज़ : गुस्ल के लिए तयम्मुम करना, एक सुन्नत : खुशखबरी सुन कर दुआ पढ़ना, अहेम अमल : जुमा के दिन सूरह कहफ पढ़ना, अल्लाह की आयतों को न मानने का गुनाह …
तारीख: हजरत इब्राहीम (अ.स) की आज़माइश, मुअजिजा : एक प्याला दूध सब के लिये काफी हो गया, एक फ़र्ज़ : दाढ़ी रखना, एक सुन्नत : कपड़े पहनने की दुआ, अहेम अमल : अल्लाह के वास्ते मुहब्बत करना, अल्लाह और रसूल का हुक्म न मानने का गुनाह …
हजरत इब्राहीम (अ.स) को सज़ा देने की तजवीज़, अल्लाह की कुदरत : मोती की
पैदाइश, एक फर्ज : माँ बाप के साथ अच्छ सुलूक करना, ईमान वालों को तकलीफ देने का गुनाह, आख़िरत: अहले जहन्नम की फरियाद …
तारीख: हजरत इब्राहीम (अ.स) की दावत, मुअजिजा : एक इशारे में दरख्त का दो हिस्सा हो जाना, एक फ़र्ज़ : अपने घर वालों को नमाज़ का हुक्म देना, अहेम अमल : अल्लाह से रहम तलब करना, दोजख / जहन्नुम से नजात की दुआ, झूटी तोहमत लगाने का गुनाह …
हज़रत इब्राहीम (अ.स) की कौम की हालत, अल्लाह की कुदरत : ज़बानों का मुख्तलिफ होना, एक फर्ज : कुरआन मजीद पर ईमान लाना, शतरंज खेलने का गुनाह, आख़िरत: अहले जन्नत का शुक्र अदा करना …
तारीख: हजरत इब्राहीम (अ.स), मुअजिजा : अबू तालिब का सेहतयाब होना, एक फ़र्ज़ : जमात के साथ नमाज़ अदा करना, अहेम अमल : नुक्सान से हिफाज़त, फुजूल कामों में माल खर्च करने का गुनाह, माल व औलाद अल्लाह के क़ुर्ब का जरिया नहीं …
हजरत सालेह (अ.स) की दावत और कौम का हाल, अल्लाह की कुदरत : दीमक, एक फर्ज : इल्म हासिल करना फ़र्ज़ है, अहेम अमल : आफत व बला दूर होने की दुआ, सिफारिश पर बतौरे हदिया माल लेने का गुनाह …
तारीख: हज़रत हूद (अ.स) की दावत, अल्लाह की कुदरत : जमीन व आसमान की तखलीख, अल्लाह हर एक को दोबारा जिन्दा करेगा, अहेम अमल : गुस्सा दूर करने की दुआ, एक गुनाह: रिश्ते तोड़ने वाला जन्नत से महरूम …
Hadees of the Day
RasoolAllah(ﷺ) ne farmaya:
“Wo Shakhs Jhoota Nahi Jo Logon ke Darmiyaan Sulah karwaane ke liye Jhoot boley.”
Sabaq: Logon ke darmiayan Sulah karwaneki niyat se bola gya jhuth muaf hai.
तारीख: हजरत नूह (अ.स) की दावत, मुअजिजा : दरख्त का हुजूर (ﷺ) को इत्तेला देना, एक फ़र्ज़ : नमाजी पर जहन्नम की आग हराम है, अहेम अमल : नेअमत के मिलने पर अल्हम्दुलिल्लाह कहना, अल्लाह के साथ शिर्क करने का गुनाह, दुनिया चाहने वालों का अन्जाम …
तारीख: हज़रत नूह (अ.स), अल्लाह की कुदरत : बादल, एक फ़र्ज़: बीवी की विरासत में शौहर का हिस्सा, अहेम अमल : शुक्रिया अदा करने की दुआ, एक गुनाह: झूटी गवाही शिर्क के बराबर …
तारीख: हज़रत इदरीस (अ.स) की दावत, मुअजिजा : अबू जहल पर खौफ, एक फ़र्ज़ : पर्दा करना फर्ज है, अहेम अमल : नमाज़े चाश्त की फ़ज़ीलत, कुफ्र व शिर्क का नतीजा
तिलावत ऐ कुरआन और जिक्रे इलाही की फ़ज़ीलत …
तारीख: हज़रत इदरीस, अल्लाह की कुदरत : चाँद का फायदा, एक फ़र्ज़ : पाँचों नमाजें अदा करने पर बशारत, अहेम अमल : माहे मुहर्रम में रोजे का सवाब, बिला शराब पीने का गुनाह …
इस्लामी तारीख: हजरत शीस (अ.), हुजूर (ﷺ) का मुअजीजा: बैतुल मुक़द्दिस के बारे में खबर, एक सुन्नत: तक्बीरे तहरीमा के बाद दुआ, एक अहेम अमल: आशूरा का रोज़ा …
तारीख: काबील और हाबील, अल्लाह की कुदरत : सूरज, एक फ़र्ज़ : दीन में नमाज़ की अहमियत, अहेम अमल : आशूरा के रोजे का सवाब, बिला ज़रूरत मांगने का वबाल …
तारीख: हज़रत आदम (अ.स) का दुनिया में आना, मुअजिजा : चाँद के दो टुकड़े होना, एक सुन्नत: मेजबान को दुआ देना, अहेम अमल : माहे मुहर्रम में रोजा रखना, यतीमों का माल खाने का गुनाह …
तारीख: हज़रत आदम (अ.स), अल्लाह की कुदरत : ज़मीन और उस की पैदावार, सुबह की नमाज़ अदा करने पर हिफाजत का जिम्मा, एक सुन्नत: पूरे सर का मसह करना, अहेम अमल : इस्लाम में बेहतर आमाल, गुनाह की वजह से रिज़्क से महरूमी …
तारीख: तातारी फ़ितना और आलमे इस्लाम, हुजूर (ﷺ) का मुअजिजा : रौशनी का तेज़ होना, एक फर्ज : नमाज़े जुमा के लिए जमात का होना, अहेम अमल : मोमिन की परेशानी में मगफिरत , एक गुनाह : बुरे कामों की सज़ा, नज़रे बद और शैतानी असर से हिफ़ाज़त …
इस्लामी तारीख : टीपू सुलतान की शहादत, मेरे नजदीक शेर की एक दिन की जिंदगी गीदड़ की सौ साला जिंदगी से बेहतर है। , अल्लाह की कुदरत: हवा में आवाज़, एक फर्ज : वालिदैन के साथ अच्छा बर्ताव करना …
Durood Sharif ki Ahmiyat aur Fazilat 10 Rehmat aur 10 Gunah Muaf, Durood e Ibrahim ki Fazilat
हज़रत मौलाना जलालुद्दीन रूमी (रह.), सितारे, तकदीर पर ईमान लाना, खूशबू को रद नहीं करना चाहिए, हाजी से मुलाकात करना, मुसलमानों के क़त्ल में मदद करने की सज़ा , दुनिया से बे रग़बती पैदा करना …