Gunah

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Waswaso ka ilaj

Waswaso ka ilaj “Auzubillahi Minash Shaitan ir Rajeem” ۞ Bismillah-Hirrahman-Nirrahim ۞ “Aur agar aapko shaitaan ki taraf se koi waswase aane lage tou Allah ki panaah maang liya karo, bila-shuba […]

8 Muharram | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

इस्लामी तारीख: हजरत शीस (अ.), हुजूर (ﷺ) का मुअजीजा: बैतुल मुक़द्दिस के बारे में खबर, एक सुन्नत: तक्बीरे तहरीमा के बाद दुआ, एक अहेम अमल: आशूरा का रोज़ा …

5. जिल हिज्जा | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

सीरत – इमाम अबू दाऊद (रहमतुल्लाहि अलैहि), अल्लाह की कुदरत – बिजली कुंदना, एक फर्ज – नेकियों का हुक्म और बुराइयों से रोकना, अच्छे अखलाक़ वाले का मर्तबा, नमाज़ से मुंह मोड़ने का गुनाह …

4 Rabi-ul-Awal | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

इस्लामी तारीख: हज़रत ईसा (अ.स) की पैदाइश, एक फर्ज: बीवी की विरासत में शौहर का हिस्सा, एक सुन्नत: मुसीबत से निजात की दुआ, अमल: मुलाक़ात के वक़्त सलाम व मुसाफा करना, क़ुरआन को छुपाने या बदलने का गुनाह …

2 Rabi-ul-Awal | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

इस्लामी तारीख: हज़रत ज़करिया (अ.स), अस्र की नमाज़ की फज़ीलत, मेहमान का अच्छे अलफाज़ से इस्तिकबाल करना, पड़ोसी के साथ अच्छा सुलूक करना, रसूलल्लाह (ﷺ) की नाफ़रमानी करने का गुनाह, अल्लाह और उसके बन्दों के हुकूक …

30. सफर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

हज़रत उज़ैर (अ.स), सज्दा-ए-सहव करना, मोमिन के हक़ में दुआ, बरकत वाला निकाह, रसूलुल्लाह (ﷺ) के हुक्म को ना मानने का गुनाह,जनाज़े को दफ़नाने में देर ना करो …

2. सफर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

इस्लामी तारीख : हज़रत यूसुफ (अ.स), मुअजिज़ा: नबी (ﷺ) की पुकार पर पत्थर का हाज़िर होना, एक फ़र्ज़ : मस्जिद में दाखिल होने के लिए पाक होना, एक सुन्नत : बीमार को दुआ देना, गरीबों के काम में मदद करने की फ़ज़ीलत, अल्लाह तआला के साथ शिर्क करने का गुनाह …

30. मुहर्रम | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

इस्लामी तारीख : हज़रत याकूब (अ.स), मुअजिज़ा: सुराका के घोड़े का ज़मीन में धंस जाना, एक फ़र्ज़ : बाजमात नमाज़ पढ़ने की निय्यत से मस्जिद जाना, मुसलमानों को तकलीफ पहुँचाने का गुनाह, आख़िरत : जहन्नम की वादी, तिब्बे नब्बीसे इलाज : शहद के फवाइद …

28. मुहर्रम | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

इस्लामी तारीख : हजरत लूत (अ.स), एक फ़र्ज़ : कजा नमाज़ों की अदाएगी, एक सुन्नत : कब्रस्तान जाने की दुआ, अहेम अमल : तहिय्यतुल वुजू पर जन्नत का इन्आम, नमाज़ में सुस्ती करने का गुनाह …