14 जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). ग़ज़व-ए-उहुद, (2). हराम लुकमे का गले से नीचे न उतरना, (3). क़ज़ा नमाजों की अदायगी, (4). इशा के बाद जल्दी सोने की सुन्नत, (5). सबसे अच्छा मुसलमान कौन है ?, (6). ईमान को झुटलाने का गुनाह, (7). आखिरत की…
डॉ. गैरी मिलर (इसाई प्रचारक) ने इस्लाम… कनाडा के डॉ. गैरी मिलर ने इस्लाम अपना लिया और वे इस्लाम के लिए एक महत्वपूर्ण संदेशवाहक साबित हुए। मिलर सक्रिय ईसाई प्रचारक थे और बाइबिल की शिक्षाओं पर उनकी गहरी पकड़ थी। वे गणित को काफी पसंद करते थे…
29 Zil Hijjah | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा इस्लामी तारीख : टीपू सुलतान की शहादत, मेरे नजदीक शेर की एक दिन की जिंदगी गीदड़ की सौ साला जिंदगी से बेहतर है। , अल्लाह की कुदरत: हवा में आवाज़, एक फर्ज : वालिदैन के साथ अच्छा बर्ताव करना ...
चाँद के टूटने के विश्वास से सिद्ध होते है… Chand ke do tukde kisne kiye the: बहुत समय से गैर मुस्लिम भाईयों को मुस्लिमों के इस विश्वास का मजाक उडाते देख रहा हूँ कि नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने चांद के दो टुकड़े कर दिए थे
8. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा रसूलुल्लाह (ﷺ) की चचा अबू तालिब से गुफ्तगू, नमाज़ छोड़ने पर वईद, नफा न पहुँचाने वाली नमाज़ से पनाह मांगना, अमल : जबान और शर्मगाह की हिफाजत करना, बुराई से न रोकने का वबाल, जख्म वगैरह का इलाज ...
नया साल खुशियां मनाने का नहीं, पीछले गुजरे… Happy New Year in Islam? नया साल खुशियां मनाने का नहीं, पीछले गुजरे वक्त पर गौरो-फिक्र करने का वक्त है अगर हम गौर करें तो हर नया साल हमारे लिए खुशियां नहीं बल्के कुछ पैगामात लेकर आता है हर गुज़रे…
9. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा कुफ्फार का हुजूर (ﷺ) को तकलीफें पहुंचाना, पत्तों में अल्लाह की कुदरत, इल्म हासिल करना जरूरी है, अमल : तहज्जुद की निय्यत कर के सोना, हराम माल से सदक़ा करने का गुनाह, दुनियावी ख्वाहिशों को पूरा करने का अंजाम ...
भूत, प्रेत, बदरूह की हकीकत भूत, प्रेत, बदरूह: ये नाम अकसर इन्सानी ज़हन मे आते ही एक डरावनी और खबायिसी शख्सियत ज़ेहन मे आती हैं क्योकि मौजूदा मिडिया ने इन्सान को इस कदर गुमराह कर रखा हैं के जो नही हैं उसको इतनी खूबसूरती के…
मुस्लिम बेहनों के लिए कुरआन सुन्नत से 50 नसीहतें… मुस्लिम बेहनों के लिए कुरआन सुन्नत से 50 नसीहतें बिस्मिल्लाहिरहमानिर्रहीम! अल्हम्दुलिल्लाह वस्सलातु वसल्लामु अला रसूलिल्लाहि (ﷺ) ऐ मुस्लिम बहन! मुस्लिम का मतलब होता है, अल्लाह का फर्माबरदार (आज्ञाकारी) होना. इस्लाम में यह ज़िम्मेदारी मर्द व औरत दोनों पर एक समान रूप से…