मस्जिद को बम से उड़ाने के ख्वाब देखने वाला खुद बन गया… इस्लाम से बेइंतहा नफरत करने वाला एक शख्स कभी मस्जिद को बम से उड़ाना चाहता था लेकिन अब उसने खुद ही इस्लाम कबूल कर लिया। 'द संडे प्रोजेक्ट' नामी टॉक शो से रिचर्ड मैकिने नाम के एक शख्स ने अपनी अनोखी कहानी शेयर की है। रिचर्ड इंडियाना के रिटायर्ड मैरीन अफसर हैं। घर लौटने के बाद शराब की लत (एल्कोहल एडिक्शन) से लड़ रहे रिचर्ड के मन में मुस्लिमों के खिलाफ नफरत फैल चुकी थी। रिचर्ड ने बताया की, एक दिन वह अपनी पत्नी के साथ एक दुकान में पहुंचे और वहां काले बुर्के में दो महिलाओं को देखा, मैंने…
15. मुहर्रम | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा तारीख: हज़रत हूद (अ.स) की दावत, अल्लाह की कुदरत : जमीन व आसमान की तखलीख, अल्लाह हर एक को दोबारा जिन्दा करेगा, अहेम अमल : गुस्सा दूर करने की दुआ, एक गुनाह: रिश्ते तोड़ने वाला जन्नत से महरूम ...
खतना के फायदे: खतना इन्सान को कई बड़ी बीमारियों से बचाता है… दुनियाभर में हुए शोधों ने यह साबित किया है कि खतना इंसान की कई बड़ी बीमारियों से हिफाजत करता है। इस समय खतना (सुन्नत) यूरोपीय देशों में बहस का विषय बना हुआ है। खतने को लेकर पूरी दुनिया में एक जबरदस्त बहस छिड़ी हुई है। इस पर विवाद तब शुरू हुआ जब जर्मनी के कोलोन शहर की जिला अदालत ने अपने एक फैसले में कहा कि शिशुओं का खतना करना उनके शरीर को कष्टकारी नुकसान पहुंचाने के बराबर है। फैसले का जबर्दस्त विरोध हुआ। इस मुद्दे का अहम पहलू हाल ही आया अमरीका के शिकागो स्थित बालरोग पर शोध करने…
इस्लाम के खिलाफ़ जितना दुष्प्रचार हुआ उतना किसी और मजहब के… इस्लाम के खिलाफ़ जितना दुष्प्रचार हुआ... इस्लाम के खिलाफ़ हज़ारों किताबें लिखी जा चुकी हैं, सैकड़ों वेबसाइट चल रही हैं, न जाने कितने फेसबुक पेज हैं जो दिन रात इस्लाम के खिलाफ़ पोस्ट करते रहते हैं। हजारों लोगों को इस्लाम के खिलाफ़ लिखने के पैसे दिए जाते हैं, लाखों डॉलर इस्लाम के दुष्प्रचार में खर्च किए जाते हैं। ये सब जो मेहनत की जाती है अगर इस की 50% मेहनत भी किसी दुसरे धर्म के खिलाफ़ की जाती तो शायद उसका नामो-निशान इस दुनिया से मिट जाता। लेकिन ये इस्लाम है, इसे इस दुनिया और हम सब इंसानों को बनाने…
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 24 https://www.youtube.com/playlist?list=PLqFqfE_wU2p6o-yao7hgl8YH54J1qoKQz Seerat un Nabi (ﷺ) Series: Part 24 पेज: 195 तलाश कुंफ्फारे मक्का ने हुजूर (ﷺ) के मकान का घेराव रात के शरू ही में कर लिया था। वे तमाम रात तलवार लिए खड़े निगरानी करते रहे। उन का इरादा था कि हुजूर (ﷺ) जब मकान से बाहर निकलेंगे, तो अचानक उन पर हमला कर के उन्हें शहीद कर डालेंगे। जब हुजूर (ﷺ) अपने मामूल के मुताबिक़ न उठे, तो कुफ्फ़ारे मक्का ने मकान के अन्दर झांका, आप (ﷺ) के बिस्तर पर हजरत अली (र.अ) को चादर ओढ़े सोते पाया, कुफ्फ़ार ने समझा कि हुजूर (ﷺ) ही आराम फरमा रहे…
तौहीद - इस्लाम की पहली अनिर्वाय आस्था इस्लाम की सबसे पहली जो आस्था है तौहिद इसको हम आपके सामने रखते है जो मानवता को बताने के लिए इश्वर (अल्लाह) ने हर समय, हर समुदाय, हर जाती के अंदर प्रेषित (नबी, इश्दुत) भेजे ताकि मानवों को बता दे और उनका रिश्ता श्रुष्टि के रचियेता एक इश्वर से जोड़ दे। *तो तौहिद का अर्थ होता है के – "अल्लाह को एक सत्य इश्वर माने , उसके बारे में ज्ञान प्राप्त करे और उसी की आराधना, उपासना और पूजा करे,.. क्युंकी वो निराकार एक सत्य इश्वर अल्लाह ही है जिसने सारे जगत का निर्माण किया, वही उसका रचियेता , मालिक…
22. मुहर्रम | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा तारीख: हजरत इब्राहीम (अ.स) की आज़माइश, मुअजिजा : एक प्याला दूध सब के लिये काफी हो गया, एक फ़र्ज़ : दाढ़ी रखना, एक सुन्नत : कपड़े पहनने की दुआ, अहेम अमल : अल्लाह के वास्ते मुहब्बत करना, अल्लाह और रसूल का हुक्म न मानने का गुनाह ...
5 जमादी-उल-आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा रूम के बादशाह हिरकल (Hercules) के नाम दावती खत, अल्लाह की कुदरत : पहाड़ों में पानी का जखीरा, एक फ़र्ज़: सिला रहमी करना, जुमा के लिये खास लिबास पहनना, शराबी की सज़ा ...
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 13 https://www.youtube.com/playlist?list=PLqFqfE_wU2p6o-yao7hgl8YH54J1qoKQz Seerat un Nabi (ﷺ) Series: Part 13 पेज: 109 मक्का में मुसलमानो का बाईकाट हजरत उमर रजि० के मुसलमान होने से कुफ्फ़ारे मक्का में एक हंगामा मच गया। हर आदमी ने हैरत और अफ़सोस के साथ यह खबर सुनी। मुसलमानों ने खाना काबा में नमाज पढ़ी, तो इसे बुतों की तौहीन समझा गया। तमाम मक्के में गुस्से की एक लहर दौड़ गयी। हजरत उमर के इस्लाम अपनाने से मुसलमानों का हौसला इतना बढ़ा दिया था कि वे आजादी के साथ चलने-फिरने लगे, खरीद व फरोख्त करने लगे, खाना काबा में नमाज अदा करने लगे। किसी को उन्हें रोकने और…
आखिरत के बारे में | Aakhirat ke baare mein [widget id="nav_menu-2"] 1. मुहर्रमुल हराम कयामत में मुजरिमों की हालतमुर्दे की हालतमुसलमानों से जन्नत का वादाकब्र के तीन सवालजहन्नम में हमेशा का अजाबमोमिन के लिये क़यामत के दिन की मिक़दारपरहेज़गार लोगों के लिये खुशखबरीसब से पहला सवालजन्नत के फलरूस्वाई का अजाबक्रयामत का जलजलाजन्नतियों का हालअहले जन्नत की नेअमतजहन्नम की गर्मीअहले जहन्नम की तमन्नाअहले जन्नत को खुश्खबरीक़यामत का होलनाक मंज़रजहन्नम के हथौडे का वजनअहले जन्नत का शुक्र अदा करनापुल सिरात से अल्लाह की रहमत से नजातअहले जहन्नम की फरियादअदना दर्जे का जन्नतीअहले जन्नत के लिये हूरेंजहन्नम को कैद कर के पेश किया जाएगाअहले जहन्नम पर दर्दनाक अज़ाबकब्र से इन्सान किस हाल…
हुजूर (स०) का मुअजिज़ा | Huzoor ﷺ ka Mojza | Miracles of… [widget id="nav_menu-2"] 1. मुहर्रमुल हराम सितारों का झुक जानाआप का सीना चाक किया जानाचाँद के दो टुकड़े होनाबैतुलमकदिस के बारे में खबर देनाअबूजहल पर ख़ौफ़दरख्त का हुजूर को इत्तला देनाहुजूर के पसीने की खुशबूसब से बड़ा मुजिजा कुरआन हैअबू तालिब का सेहतयाब होनाएक इशारे में दरख्त का दो हिस्सा हो जानाएक प्याला दूध सब के लिये काफी हो गयाअहद नामे को कीड़े के खाने की खबर देनाहज़रत फ़ातिमा के चेहरे का रौशन हो जानाहुजूर का कुफ्फार के दर्मियान से गुजर जानासुराका के घोड़े का जमीन में धंस जाना 2. सफरुल मुजफ्फर आप (ﷺ) की पुकार पर पत्थर का हाज़िर होनासूखे…
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 18 https://www.youtube.com/playlist?list=PLqFqfE_wU2p6o-yao7hgl8YH54J1qoKQz Seerat un Nabi (ﷺ) Series: Part 18 तायफ़ वालों की गुस्ताखियां मक्का के सरदार कुफ्र व शिर्क में हद से ज्यादा बढ़े हुए थे। वे उन गरीबों को जिन के दिल इस्लाम की तरफ़ झुक गये थे, मुसलमान होने से रोकते थे और जो मुसलमान हो गये थे, उन्हें लालच देकर, धमकी दे कर अपने बाप-दादा के मजहब में वापस लाने की कोशिश करते थे। मगर जो लोग मुसलमान हो गये थे, वे किसी डर या लालच से भी डगमगाने वाले न थे। मुसलमान होने के बाद तो वे और पक्के हो जाते थे। इन हालात में हुजूर (ﷺ)…
हज़रत युसूफ अलैहि सलाम (भाग: 2) » Qasas ul Anbiya: Part 13.2 हज़रत युसूफ अलैहि सलाम (भाग: 2) अज़ीज़े मिस्र की बीवी जुलेखा और यूसुफ (अ.) .......... कुएं में डाले जाने और गुलामी के बाद अब हज़रत यूसुफ़ की एक और आज़माइश शुरू हुई, वह यह कि हजरत यूसुफ़ अलैहि सलाम की जवानी का आलम था। हुस्न और खूबसूरती का कोई ऐसा पहलू न था जो उनके अन्दर मौजूद ना हो। अजीजे मिस्र की बीवी दिल पर काबू न रख सकी और यूसुफ़ अलैहि सलाम पर परवानावार निसार होने लगी, मगर नुबूवत के लिए मुंतखब आदमी से भला यह कैसे मुम्किन था कि अज़ीज़ की बीवी के नापाक इरादों को पूरा करे।…
दज्जाल की हकीकत | दज्जाल कौन है, कहाँ है और कब निकलेगा? Dajjal ki Hakikat in Hindi दज्जाल की हकीकत | दज्जाल कौन है, दज्जाल कहाँ है, और वह कब निकलेगा? ۞ बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम ۞ अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान बहुत रहमवाला है। सब तारीफें अल्लाह तआला के लिए हैं जो सारे जहान का पालनहार है। हम उसी से मदद व माफी चाहते हैं,अल्लाह की ला’तादाद सलामती, रहमते व बरकतें नाज़िल हों मुहम्मद सल्ल. पर, आप की आल व औलाद और असहाब रजि. पर। व बअद - दज्जाल का कैद से निकलना भी कयामत से पहले की दस बड़ी निशानियों में से एक है। यह अपने साथ बहुत बड़े फ़ित्ने व शुब्हात…
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 14 https://www.youtube.com/playlist?list=PLqFqfE_wU2p6o-yao7hgl8YH54J1qoKQz Seerat un Nabi (ﷺ) Series: Part 14 दिल दहला देने वाला जुल्म कुफ्फ़ारे कुरैश ने जो अहदनामा तैयार कर के काबे के दरवाजे पर लटकाया था, उस में बातें तो बहुत कुछ लिखी थीं, लेकिन जिक्र करने लायक कुछ ही बातें थीं। एक तो यह कि जब तक मुसलमान इस्लाम से फिरें नहीं और बुतपरस्ती न अपनाएं, बाईकाट बराबर जारी रहेगा। दूसरे जो लोग हुजूर (ﷺ) के पास रहेंगे या उन का साथ देंगे, जैसे अबू तालिब वगैरह, उन का भी बाईकाट बराबर जारी रहेगा। कबीला बनु हाशिम से, अबू लहब को छोड़ कर, मेल-जोल, शादी-ब्याह और लेन-देन वगैरह…