Tag Archives: हदीस

नेकियों का हुक्म देना और बुराइयों से रोकना

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “कसम है उस जात की जिस के कब्जे में मेरी... [Read More]

जैतून के तेल के फवायद

۞ हदीस: रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “जैतून का तेल खाओ और उसे लगाओ, क्यों... [Read More]

नमाज़ गुनाहों को ऐसे ही खत्म कर देती है जिस तरह पानी गन्दगी को

नमाज़ गुनाहों को ऐसे ही खत्म कर देती है जिस तरह पानी गन्दगी को ۞... [Read More]

दुनिया की रगबत का खौफ

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : “मैं तुम से पहले जाने वाला हूँ और मैं तुम... [Read More]

किसी मुसलमान के लिए ये जायज़ नहीं के वो अपने मुसलमान भाई से ३ दिन से ज्यादा नाराज़ रहे

✦ हदिस: अबू हरैराह (र.अ) से रिवायत है के अल्लाह के पैगंबर (ﷺ) ने कहा: ❝ किसी मुसलमान... [Read More]

बीमारी की शिकायत न करना

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “अल्लाह तआला फर्माता है के मै जब अपने मोमिन बंदे... [Read More]

बीमारी से बचने की तदबीरें

हज़रत जाबिर (र.अ)  बयान करते हैं के मैंने रसूलुल्लाह (ﷺ) को फर्माते हुए सुना के... [Read More]

मोमिन पर तोहमत लगाने का गुनाह

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “जो शख्स अपने मोमिन भाई को मुनाफिक के शर से... [Read More]

दुनिया मोमिन के लिये कैदख़ाना है

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया: “दुनिया मोमिन के लिये कैदखाना है और काफिर के लिये जन्नत... [Read More]

रुख्सत के वक़्त मुसाफा करना

रसूलुल्लाह (ﷺ) जब किसी को रुख्सत फर्माते, तो उस का हाथ अपने हाथ में ले... [Read More]

जन्नत में दाखिल करने वाली चीज़

रसूलुल्लाह (ﷺ) से पूछा गया के, “लोगों को सब से ज़ियादा जन्नत में दाखिल करने... [Read More]

सोने से पहले बिस्तर झाड़ लेना

हजरत अबू हुरैरा (र.अ) फर्माते हैं के, रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “जब तुम में... [Read More]

छह चीजों की जमानत: जब बात करो तो सच बोलो

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “तुम अपनी तरफ से मुझे छह चीजों की जमानत दे... [Read More]

मोमिन के साथ क़ब्र का सुलूक

रसलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “जब मोमिन बन्दे को दफन किया जाता है, तो कब्र... [Read More]

अल्लाह के लिये अपने भाई की जियारत करना

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “क्या मैं तुम्हें जन्नती लोगों के बारे में खबर न... [Read More]

नमाज़ दीन ऐ इस्लाम का सुतून है

एक आदमी ने आप (ﷺ) से अर्ज़ किया ऐ अल्लाह के रसूल ! इस्लाम में... [Read More]

आँख की रोशनी का तेज होना

हज़रत आयशा (र.अ)  फर्माती हैं के आप (ﷺ) अंधेरे में इस तरह देखते थे, जिस... [Read More]

माल जमा करने का नुकसान

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “तुम माल व दौलत जमा न करो, क्योंकि उस की... [Read More]

अपने अख़्लाक़ दुरूस्त करने की फ़ज़ीलत

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “कामयाब हो गया वह आदमी जिस ने अपने दिल को... [Read More]

सूद खाने का अजाब

रसूलुल्लाह (ﷺ) फ़रमाते हैं के : “मेराज की शब मेरा गुजर चंद ऐसे लोगों पर... [Read More]

जमाई / उबासी ले तो अपना हाथ मुंह पर रख ले

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “जब तुम में से कोई शख्स जमाई / उबासी ले... [Read More]

सिरका के फवाइद

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: “सिरका क्या ही बेहतरीन सालन है।” 📕 मुस्लिम: ५३५०, अन आयशा... [Read More]

हूर की खूबसूरती

रसूलल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: “अगर जन्नत की कोई औरत ज़मीन वालों की तरफ झाँक ले... [Read More]

इंसाफ करने वाले नूर के मिम्बरों पर होंगे

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया : “इंसाफ करने वाले अल्लाह तआला के पास नूर के मिम्बरों... [Read More]

अज़ाबे कब्र से बचने की दुआ

रसूलुल्लाह (ﷺ) यह दुआ कसरत से फ़रमाते थे: तर्जमा: ऐ अल्लाह ! मैं अज़ाबे कब्र,... [Read More]

दुनिया से बे-रग़बती और आखिरत की रगबत के लिये

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “दुनिया से बे-रग़बती और आखिरत की रगबत पैदा करने के... [Read More]

दस्त (बकरी की अगली रान) के फवाइद

रसूलुल्लाह (ﷺ) को दस्त (अगली रान) का गोश्त बहुत पसन्द था। 📕 बुखारी : ३३४०,... [Read More]

ज़ुल्म से बचो

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “ज़ुल्म से बचो क्योंकि ज़ुल्म कयामत के दिन बेशुमार तारीकियों... [Read More]

शराब से बचो वो हर बुराई की चाबी है: हदीस

शराब हर बुराई की चाबी है अल्लाह के अंतिम पैगम्बर (ﷺ) ने फ़रमाया : “शराब से... [Read More]

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नशा थोड़ा भी खतरनाक है

नशा खतरनाक है :   “थोड़ा भी खतरनाक है! ज़्यादा लेने पर मदहोशी देने वाले का... [Read More]

हर आने वाला ज़माना पहले ज़माने से बुरा होगा

हजरत अनस (र.अ) से रिवायत है के, अल्लाह के रसूल (ﷺ) ने फ़रमाया: “हर आने... [Read More]

तुम में सबसे अच्छा वह है जो अपनी क़ौम के लोगों के अत्याचार का विरोध करे और स्वयं वह पाप न करे।

पैग़म्बर मुहम्मद(ﷺ) ने फ़रमाया: “तुम में सबसे अच्छा वह है जो अपनी क़ौम के लोगों... [Read More]

किसी भी नेकी को मामूली न समझो : हदीस

अल्लाह के रसूल (ﷺ) ने फ़रमाया: “नेकी के किसी काम को हक़ीर मत समझो।” 📕... [Read More]

जिसकी बुनियाद शरीयत मे नही ऐसा काम दीन मे ईजाद करना मरदूद है

हजरते आयेशा (रज़ीअल्लाहु अन्हा) से रिवायत है की, रसूलअल्लाह (ﷺ) ने फरमाया: “जिसने दीन मे... [Read More]