Tag Archives: हदीस

जन्नत में दाखले के लिये ईमान शर्त है

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया : “जिस शख्स की मौत इस हाल में आए, के वह... [Read More]

बुखार व दीगर बीमारियों से नजात

हज़रत इब्ने अब्बास (र.अ.) फ़रमाते हैं के : रसूलुल्लाह (ﷺ) ने सहाबा-ए-किराम को बुखार और... [Read More]

खाना खिलाया करो और सलाम को आम करो

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “रहमान (अल्लाह) की इबादत करो और खाना खिलाया करो और... [Read More]

आख़िरत में काफिर की बदहाली

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “क़यामत के दिन काफिर अपने पसीने में डूब जाएगा, यहाँ... [Read More]

अज़ान देने की फ़ज़ीलत

रसुलल्लाह (ﷺ) ने फर्माया: “जिस शख्स ने बारा साल तक अजान दी, उस के लिये... [Read More]

दुनिया के फ़ितनों से बचो

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया: “सुनो ! दुनिया मीठी और हरी भरी है और अल्लाह तआला... [Read More]

नमाज़ छोड़ने का गुनाह

रसलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया: “जो शख्स जान बूझकर नमाज़ छोड़ देता है, अल्लाह तआला उसके... [Read More]

इस्तिन्जे के बाद वुजू करना

हजरत आयशा (र.अ) फर्माती हैं के – रसूलुल्लाह (ﷺ) जब बैतुलखला से निकलते तो वुजू... [Read More]

देवर तो मौत है | शौहर के भाइयों से परदे का हुक्म

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “ना महरम) औरतों के पास आने जाने से बचो! एक... [Read More]

फासिद खून का इलाज

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “बेहतरीन दवा हिजामा (पछना लगाना, cupping) है, क्यों कि वह... [Read More]

नमाज़ से मुंह मोड़ने का गुनाह

मेअराज की रात रसूलुल्लाह (ﷺ) का गुज़र ऐसे लोगों पर हुआ जिन के सरों को कुचला... [Read More]

अच्छे अखलाक़ की फजीलत

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: “यक़ीनन मोमिन अपने अच्छे अखलाक के ज़रिए, नफ़्ल नमाजें पढ़ने वाले... [Read More]

पुरे यकींन से दुआ करो

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “तुम अल्लाह तआला से ऐसी हालत में दुआ किया करो... [Read More]

सफर जल (बही, Pear) से इलाज

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “सफर जल (यानी बही) खाया करो, क्योंकि यह दिल को... [Read More]

कयामत से हर एक डरता है

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: “कोई मुकर्रब फरिश्ता, कोई आसमान, कोई ज़मीन, कोई हवा, कोई पहाड़.... [Read More]

अल्लाह के रास्ते में जाने वाले को दुआ देना

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने एक जमात को अल्लाह के रास्ते में रवाना करते हुए फ़रमाया :... [Read More]

खाने के बाद उंगलियां चाटने का फ़ायदा

रसूलुल्लाह (ﷺ) जब खाना खा लेते तो अपनी तीनों उंगलियों को चाटते। फायदा : अल्लामा... [Read More]

नमाज़ी पर जहन्नम की आग हराम है

रसूलुल्लाह (ﷺ)  ने फ़रमाया : “जो शख्स पाँचों नमाजों की इस तरह पाबंदी करे के... [Read More]

अल्लाह तआला अपने बंदे से क्या कहता है?

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया : “अल्लाह तआला फ़र्माता है : ऐ इब्ने आदम ! तू... [Read More]

ज़िना की कसरत और नाप तौल में कमी करने का वबाल

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “जिस कौम में ज़िना आम होता है, उस में ताऊन... [Read More]