नमाज़ छोड़ने का गुनाह

रसलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया:

“जो शख्स जान बूझकर नमाज़ छोड़ देता है, अल्लाह तआला उसके सारे आमाल बेकार कर देता है और अल्लाह का ज़िम्मा उस से बरी हो जाता है जब तक के वह अल्लाह से तौबा न कर ले।”

📕 तरगीव वतरहीब: ७८३

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