रसूलुल्लाह (ﷺ) ने सात चीजों का हुक्म दिया, जिसमें से एक जनाजे में शरीक होना भी है।
नोट: नमाज़े जनाजा फर्जे किफाया है, फ़र्ज़ किफाया ऐसे फ़र्ज़ को कहते हैं जो हर एक पर फर्ज हो, लेकिन उनमें से किसी ने भी अगर अदा कर दिया तो सबकी तरफ से काफी हो जाएगा।
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने सात चीजों का हुक्म दिया, जिसमें से एक जनाजे में शरीक होना भी है।
नोट: नमाज़े जनाजा फर्जे किफाया है, फ़र्ज़ किफाया ऐसे फ़र्ज़ को कहते हैं जो हर एक पर फर्ज हो, लेकिन उनमें से किसी ने भी अगर अदा कर दिया तो सबकी तरफ से काफी हो जाएगा।