जुन्दब (र.अ) से रिवायत है के, रसूलअल्लाह (ﷺ) ने ईद उल अजहा की नमाज़ पढ़ने के बाद खुत्बा दिया फिर क़ुरबानी की और फ़रमाया –
“जिसने (ईद की) नमाज़ से पहले क़ुरबानी कर दी हो, उसे दूसरा जानवर बदले में क़ुरबानी करना चाहिए और जिसने नमाज़ से पहले क़ुरबानी न की हो वो अल्लाह के नाम से क़ुरबानी करे।”
जो क़ुरबानी ना कर सके वो क़ुरबानी का सवाब कैसे पाए ? जो शख़्स कुरबानी करने की ताक़त नहीं रखता हो उसे कुरबानी करने का सवाब कैसे मिलेगा? रसूलअल्लाह (ﷺ) ने एक आदमी से फ़रमाया : "मुझे कुरबानियों वाले दिन को ईद बनाने का हुक्म दिया गया है जिसे अल्लाह तआला ने इस उम्मत के लिए मुकर्रर फ़रमाया है।" उस शख़्स ने अर्ज़ किया अगर मेरे पास दूध वाली बकरी के इलावा कोई और जानवर कुरबानी के लिए न हो तो फरमाइए क्या मैं उसे ही ज़बह कर दू ? आप (ﷺ) ने फ़रमाया: नही! लेकिन तू (कुरबानी वाले दिन) अपने (जिस्म के) बाल काट ले , नाखून और मुंछे तराश ले और…
Shab-e-Barat : शबे बराअत की हकीकत | सुन्नी इस्लाम शबे बराअत / 15 शाबान की इबादतें ? क़ब्रिस्तान में चिरागाह ? रात की नमांजे ? हलवा पकाना ? रूहों की वापसी ? १५ Shaban | Shab e Barat ki hakikat Quran aur sunnat ki roshni mein ۞ बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम ۞अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान बहुत रहमवाला है। अल्लाह के नाम से जो सब तअरीफे अल्लाह तअला के लिए हैं हम उसी की तअरीफ करते है और उसी से मदद चाहते हैं। अल्लाह की बेशुमार रहमतें, बरकतें और सलामती नाज़िल हो मुहम्मद सल्लललाहु अलैहि वसल्लम पर और आप की आल व औलाद व असहाब रज़ि. पर। अम्मा बअद! आज…
शबे बरात से पहले मुआफ़ी मांगना कैसा? शबे बरात से पहले मुआफ़ी मांगना कैसा ? 👉🏽 आजकल व्हाट्सऐप और फेसबुक पर शबे बारात के हवाले से लोग एक दूसरे से अपनी गलतियों की मुआफ़ी मांग रहे हे और ये समज रहे हे हमने मुआफ़ी का हक्क अदा कर दिया.! 🔅 इंसान के दो हक्क है एक हकुकुल्लाह और दुसरा हुकुकुल ईबाद🔅 👉🏽 एक अल्लाह(عَزَّوَجَلَّ) का हक्क है जैसे की… हमने नमाज़ नही पड़ी, रोज़ा नहीं रखा तो इस रात में आप अल्लाह(عَزَّوَجَلَّ) से मुआफ़ी मांगे अल्लाह(عَزَّوَجَلَّ) रहीम है मुआफ़ फरमा देगा.! ✒लैकीन किसी बन्दे का हक्क आपने दबाया, किसी का दील दुखाया या तक़लीफ पोहचाई तो उससे…
Eid al Adha 2024 : जानिए ~ क्यों मनायी जाती है कुर्बानी ईद जानिए ~ क्यों मनायी जाती है कुर्बानी ईद ईद उल अज़हा को सुन्नते इब्राहीम भी कहते है। इस्लाम के मुताबिक, अल्लाह ने अपने नबी(प्रेषित) हजरत इब्राहिम अलैहिस्सलाम की परीक्षा लेने के उद्देश्य से अपनी सबसे प्रिय चीज की कुर्बानी देने का हुक्म दिया। – हजरत इब्राहिम को लगा कि उन्हें सबसे प्रिय तो उनका बेटा है इसलिए उन्होंने अपने बेटे की ही बलि देना स्वीकार किया। – हजरत इब्राहिम अलैहिस्सलाम को लगा कि कुर्बानी देते समय उनकी भावनाएं आड़े आ सकती हैं, इसलिए उन्होंने अपनी आंखों पर पट्टी बांध ली थी। जब अपना काम पूरा करने के बाद पट्टी हटाई तो…
अल्लाह वालो की सिफत अल्लाह वालो की सिफत एक बार हज़रत उमर (रज़ियल्लाहु अनहु) बाज़ार में चल रहे थे। वह एक शख्स के पास से गूज़रे जो दुआ कर रहा था। "ऐ अल्लाह!! मुझे चन्द लोगों में शामिल कर।" "ऐ अल्लाह मुझे चन्द लोगों में शामिल कर।" उमर (रज़ियल्लाहु अन्हु) ने उससे पूछा। "यह दुआ तुमने कहां से सीखी?" वह बोला, अल्लाह की किताब से। अल्लाह ने क़ुर्आन मे फरमाया है। "और मेरे बन्दों में सिर्फ चन्द ही शुक्र गुज़ार हैं" 📕 अल्-कुरआन ३४:१३ हज़रत उमर (रज़ियल्लाहु अनहु) यह सुन कर रो पडे और अपने आपको यह नसीहत करते हूए बोले, "ऐ उमर!! लोग…
हज का सुन्नत तरीका ~ कुरआन व सुन्नत की रौशनी में हज का सुन्नत तरीका | हज का तारूफ , हज्ज के फ़र्ज़ होने की शर्तें, हज में एहतियात करने वाली बाते, एहराम की हालत में मना की हुई चीज़ें, हज्ज के तीन किस्मे, यौमूत्तर्वियह, अरफा का दिन , मुज़दलिफा में रात बिताना, यौमुन्नह्र (10 जिल हिज्जा – क़ुरबानी का दिन), अय्यामुत्तश्रीक़ (11,12,13 जिल हिज्जा), जिल हिज्जा की 12वीं तारीख
Attahiyat in Hindi | अत्तहिय्यात (तशहहुद) Attahiyat in Hindi | तशहुद (अत्तहियात) : अत्तहिय्यातु लिल्लाहि वस्सलवातु वत्तय्यिबातु अस्सलामु अल-क अय्युहन-नबिय्यु वरमतुल्लाहि व ब-र-कातुह ...
ईद का असल पैगाम - Eid-ul-Fitr Mubarak aur Dua रमज़ान के पूरे महीने में भूक और प्यास को बर्दाश्त करने के बाद ईद की ख़ुशी इस बाद की मिसाल है कि ज़िन्दगी की मुसीबतों पर सब्र करने के बाद कभी ना कम होने वाली जन्नत की खुशियाँ हैं. हदीसों से पता चलता है कि जन्नत में जाने के बाद लोग एक दुसरे से बहुत मुहब्बत करने लगेंगे और अगर किसी से दुनियां में मन मुटाव था तो वो भी ख़त्म कर के एक दुसरे की खताओं को माफ़ कर देंगे. ईद का भी यही पैगाम है.... ईद कोई हाल्ला मचाने का त्यौहार नहीं है, यह आपसी रंजिशों को मिटा…
पडोसी के हुकूक क़ुरानो हदीस की रौशनी में | Padosiyon ke Huqooq पडोसी के हुकूक ✦ क़ुरान: और अच्छा व्यवहार करते रहो निकटतम और दूर के पड़ोसियों के साथ भी। 1 जिसका पडोसी भूखा वो मोमिन नहीं ✦ नबी-ऐ-करीम (सलल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने फ़रमाया : "वोह शख्स मोमिन नहीं जो पेट भर कर खाए और उसका पड़ोसी भूखा रह जाए।" 2 पडोसी को तकलीफ न पोहचाये ✦ अल्लाह के रसूल (ﷺ) ने फ़रमाया : "जो कोई अल्लाह और आख़िरत के दिन पर इमांन रखता है वो अपने पडोसी को तकलीफ ना पहुंचाए।" 3 पडोसी को तकलीफ देने वाला मोमिन नहीं ✦ अल्लाह के रसूल (ﷺ) ने ३ बार अल्लाह की कसम खाते हुए फ़रमाया के…
MD. Salim Shaikh
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