Highlights
• हाथी: अल्लाह की अद्भुत कुदरत का एक प्रतीक।
• अनोखी सूंढ: जंगल के अनजान भागों में वह अद्वितीय कार्य करता है।
• इमारत के समान पैर: हाथी की शक्ति और स्थिरता का प्रतीक।
• अल्लाह की कुदरत: अनगिनत जानवरों की सृष्टि और उनका महत्व।
• जीवन का उपहार: अल्लाह द्वारा दिए गए जीवों के अनंत रहस्यों का खोज।
अल्लाह तआला ने दीगर जानवरों के मुकाबले में हाथी को बड़ा डील डोल और जबरदस्त ताक़त अता फ़रमाई है, उस के पैर मज़बूत इमारत के चार सुतून की तरह मजबूत दिखाई देते हैं, कान बड़े पंखे, की तरह मालूम होते हैं।
आँखें आम जानवरों से भी छोटी होती हैं, सब से ज़्यादा अनोखी चीज़ उस की सूंढ़ है जिसकी मदद से वह उन पहाड़ी जंगलात में जहाँ मशीनें और क्रेन नहीं जा सकती, वहाँ उन की जिस्मानी ताकत और सूंढ़ की मदद से बड़े बड़े दरख्तों को उखाड़ लिया जाता है।
आखिर इंसान की ज़रूरत पूरी करने के लिये अल्लाह तआला ने अपनी कुदरत से कैसे कैसे जानवर पैदा किये।
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