हज़रत अनस की वालिदा ने सरकारे दो आलम (ﷺ) की
खिदमत में हाज़िर हो कर अर्ज किया: मुझे कुछ वसिय्यत फर्माइये।
आप (ﷺ) ने इर्शाद फ़ाया :
“गुनाहों को छोड़ देना बेहतरीन हिजरत है, फ़राइज़ की हिफ़ाज़त करना बेहतरीन जिहाद है और ज़िक्रे इलाही ब कसरत करती रहो, इस लिए के तुम अल्लाह के यहाँ इस से जियादा महबूब चीज़ लेकर नहीं आ सकती हो।”